मुजफ्फरपुर: चुनावी मौसम में नेता कुर्सी के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं, इसके लिए चाहे जान पर ही क्यों न बन आए. जी हां, मुजफ्फरपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से जांच के बाद नामांकन पत्र रद्द होने के विरोध में दो उम्मीदवारों ने समाहरणालय परिसर में ही आत्मदाह करने की कोशिश की.
मुजफ्फरपुर समाहरणालय परिसर में शनिवार को दो उम्मीदवारों का हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. राष्ट्रीय संभावना पार्टी के उम्मीदवार मुसहरी थाना निवासी अरविंद कुमार और गरीब जनशक्ति पार्टी के उम्मीदवार मिठनपुरा थाना निवासी बलेश्वर प्रसाद को नामांकन रद्द होने की खबर मिली तो दोनों ने शरीर पर केरोसिन छिड़क आग लगाने की कोशिश की. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को रोक कर गिरफ्तार कर लिया. दोनों उम्मीदवारों को नगर थाना ले जाया गया. फिर उन्हें कोर्ट में भी पेश किया गया.
ये था मामला
एसडीएम कुंदन कुमार के मुताबिक 15 अप्रैल को दोनों उम्मीदवारों के द्वारा दाखिल नामांकन में कई तरह की गड़बड़ियां पाई गई थी. उनके द्वारा दिए गए कागजात और एफीडेविट पूरे नहीं थे. इसके लिए पहले से ही नोटिस भेज दिया गया था ताकि स्क्रूटनी के पहले ही उसे सही किया जा सके, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
चुनाव आयोग के नियमों के तहत ही हुआ रद्द
कुंदन कुमार के मुताबिक जो भी कार्रवाई की गई वह चुनाव आयोग के मापदंडों के अनुसार हुई है. इस पर किसी तरह का सवाल नहीं उठाया जा सकता. दोनों उम्मीदवारों का ये कदम उठाना बिल्कुल गलत है और उन पर कार्रवाई जारी है.
13 उम्मीदवारों का नामांकन रद्द
नामांकन रद्द हुए दोनों उम्मीदवारों के खिलाफ नगर थाना अध्यक्ष ओमप्रकाश के बयान पर केस दर्ज हुआ है. उन्होंने दोनों पर हत्या का प्रयास और नामांकन पत्र की जांच के सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाया है. इस मामले में दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. वहीं, मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र से कुल 37 उम्मीदवार ने नामांकन किया था. जिसमें 13 लोगों का नामांकन रद्द कर दिया गया.