मुजफ्फरपुर: बागमती नदी (Bagmati River) में तेजी से बढ़ते जलस्तर (Water Lavel) के कारण जिले के कई इलाकों में फिर से बाढ़ ने दस्तक दे दी है. कटरा और औराई प्रखंड के दर्जनों गांव मे दूसरी बार बाढ़ (Flood) का पानी घुस गया है. जिस वजह से एक दर्जन से अधिक पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क टूट गया है.
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बाढ़ के पानी की वजह से कटरा प्रखंड मुख्यालय से दर्जनों गांव को जोड़ने वाले पीपा पुल के दोनों एप्रोच पथ पर पानी चढ़ गया है. जिससे स्थानीय लोगों को अब भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बाढ़ की वजह से लाखों की आबादी एक बार फिर बाढ़ के पानी से घिर गई है.
बागमती नदी की तबाही का सबसे अधिक असर कटरा और औराई प्रखंड में देखने को मिल रहा है. जहां नदी का पानी तेजी से कई रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर रहा है. बाढ़ का पानी बगुची पावर स्टेशन में भी प्रवेश कर गया है. जिसके बाद कटरा इलाके में विद्युत आपूर्ति फिलहाल बंद है.
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बाढ़ प्रभावित गांव में आवागमन का साधन नाव बन चुकी है. आलम ये है कि ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर पानी की तेज धारा के बीच सफर करना पड़ रहा है. फिलहाल प्रखंड की 14 पंचायत के लाखों लोगों का आवागमन अवरुद्ध हो गया है.
स्थानीय लोग भी कहते हैं कि मजबूरी है गहरे पानी के बीच से जाना पड़ रहा है. वे कहते हैं कि हमारे पास विकल्प भी तो कुछ नहीं है. जहां संभव हो, वहां नाव ही एक मात्र सहारा है. बागमती नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी होने के बाद कटरा के सैकड़ों घरों में भी पानी प्रवेश करने लगा है.
वहीं, बकुची, पतारी, अंदामा, गंगिया और दक्षिणी बेरई के लोग सड़कों पर झोपड़ीनुमा घर बनाने की तैयारी में हैं. उधर औराई के बभंनगामा गांव के अंदर भी पानी प्रवेश कर चुका है. जिसके कारण लोग बांध के किनारे जीवन बसर कर रहे हैं.