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युवा पत्रकार को जिंदा जलाकर शव झाड़ियों में फेंका, नर्सिंग होम संचालकों पर आरोप

मधुबनी में एक युवा पत्रकार अविनाश की हत्या कर दी गई है. मृतक के बड़े भाई ने स्थानीय ज्ञात और अज्ञात फर्जी नर्सिंग होम के संचालकों पर हत्या का आरोप लगाया है. जानकारी दें कि अविनाश की लाश अध जली अवस्था में सड़क किनारे झाड़ी में मिली है. वह चार दिन से लापता था.

मधुबनी
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Published : Nov 13, 2021, 10:52 PM IST

मधुबनीः बिहार के मधुबनी (Madhubani) में एक युवा पत्रकार की हत्या (Journalist Murder) कर दी गई. जिंदा जलाकर उसकी लाश को बोड़े में बंद कर दिया और झाड़ियों में फेंक दिया. 24 दिन पहले ही अविनाश ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि लड़ूंगा तब तक, जिंदा हूं जब तक. उसने ठान लिया था कि फर्जी नर्सिंग होम के फर्जी काम को बंद करवा देगा, लेकिन उसकी यह जिद किसी के आंखों में खटक गई. लाश की पहचान बड़े भाई और मां ने की है. बड़े भाई ने स्थानीय ज्ञात और अज्ञात फर्जी नर्सिंग होम के संचालकों पर हत्या का आरोप लगाया है.

यह भी पढ़ें- सुनील मस्ताना हत्याकांड का खुलासा, इस वजह से आरोपी ने दोस्तों के साथ मिलकर मार दी थी गोली

बता दें कि बेनीपट्टी मुख्यालय के युवा पत्रकार बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश की लाश बेनीपट्टी-बसैठ स्टेट हाईवे 52 सड़क किनारे झाड़ी से मिली है. वे एक यूट्यूब चैनल में कैमरामैन का काम करते थे. इसके साथ ही वे आरटीआई एक्टिविस्ट भी थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक 9 नवंबर की रात मुख्यालय में स्थित अपने फोटोथैरेपी क्लिनिक से अचानक गायब हो गए थे. शव की पहचान मृतक के बड़े भाई त्रिलोक झा और मां ने हाथ की अंगुली में पहने अंगूठी, शर्ट के कुछ अंश, मुंह और पैर में तिल के निशान के आधार पर की.

बताया जा रहा है कि लाश देखे जाने की सूचना किसी के द्वारा शुक्रवार की रात थाना पुलिस को दी गई थी. इधर, एसडीपीओ के निर्देश पर बेनीपट्टी, अरेर सहित कई थानों की पुलिस स्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये मधुबनी भेज दिया. उसके बाद मृतक के परिजनों से शव की पहचान करायी गयी.

आशंका जतायी जा रही है कि हत्यारों ने बीते 9 नवंबर की रात गायब होने के दिन ही युवक की नृशंस हत्या कर दी होगी और शव को कहीं छिपाये रखा, लेकिन 12 नवंबर को जब मृतक के गायब होने की चर्चा क्षेत्र में तेजी से फैलने लगी तो शव को वहां फेंक दिया गया. जिसके बाद परिजनों ने शव को सिमरिया ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया.

बता दें कि बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश 9 नवंबर की रात गायब हुआ था. काफी खोजबीन के बाद भी जब युवक का कोई पता नहीं चल पाया तो 11 नवंबर को बेनीपट्टी थाने में मृतक के बड़े भाई चंद्रशेखर झा के आवेदन पर बुद्धिनाथ उर्फ अविनाश को लापता करने की आशंका जताते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी गई.

दर्ज प्राथमिकी में मृतक के भाई चंद्रशेखर झा ने साजिश के तहत निजी नर्सिंग होम के कर्मियों द्वारा अविनाश को लापता किये जाने का आरोप लगाया था. जिनमें मां जानकी सेवा सदन अंबेदकर चौक बेनीपट्टी, शिफा पॉली क्लिनिक मकिया, सुदामा हेल्थ केयर धकजरी, अंशु फस्ट एड सेंटर धकजरी, सोनाली हॉस्पिटल अनुमंडल मेन गेट बेनीपट्टी, अराधना हेल्थ एंड डेंटल केयर क्लिनिक जेल गेट बेनीपट्टी, जय मां काली सेवा सदन अरेर, सान्वी हॉस्पिटल ननदी भौजी चौक, अनन्या नर्सिंग होम, अनुराग हेल्थ केयर कटैया रोड बेनीपट्टी सहित 11 ज्ञात एवं अन्य अज्ञात फर्जी नर्सिंग होम शामिल है.

उन्होंने बताया कि छोटे भाई अविनाश पिछले कई सालों से बेनीपट्टी बाजार सहित क्षेत्र के फर्जी नर्सिंग होमों पर कार्रवाई कराने को लेकर प्रयासरत रहता था. कई नर्सिंग होम की जांच भी हुई और कई पर कार्रवाई भी. इसी कारण से उक्त ज्ञात व अज्ञात फर्जी नर्सिंग होमों में से किसी ने अविनाश को रास्ते से हटाने की साजिश रचकर उसकी हत्या कर दी है.

'पुलिस द्वारा घटना की गहन अनुसंधान और छापेमारी चल रही है. जल्द ही इसमें शामिल हत्यारों को गिरफ्तार कर कांड का उद्भेदन पुलिस के द्वारा कर लिया जायेगा.' -अरुण कुमार सिंह, बेनीपट्टी एसडीपीओ

'पुलिस इस घटना के उद्भेदन के करीब तक पहुंच गयी है. हत्यारों की गिरफ्तारी के लिये पुलिस की सघन छापेमारी अभियान चल रही है.' -अरविंद कुमार, एसएचओ

ये भी पढ़ें- शराबबंदी वाले बिहार में 15 दिन में 41 की गई जान, CM नीतीश बोले मन बना लिया है.. छठ बाद लेंगे फैसला

मधुबनीः बिहार के मधुबनी (Madhubani) में एक युवा पत्रकार की हत्या (Journalist Murder) कर दी गई. जिंदा जलाकर उसकी लाश को बोड़े में बंद कर दिया और झाड़ियों में फेंक दिया. 24 दिन पहले ही अविनाश ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि लड़ूंगा तब तक, जिंदा हूं जब तक. उसने ठान लिया था कि फर्जी नर्सिंग होम के फर्जी काम को बंद करवा देगा, लेकिन उसकी यह जिद किसी के आंखों में खटक गई. लाश की पहचान बड़े भाई और मां ने की है. बड़े भाई ने स्थानीय ज्ञात और अज्ञात फर्जी नर्सिंग होम के संचालकों पर हत्या का आरोप लगाया है.

यह भी पढ़ें- सुनील मस्ताना हत्याकांड का खुलासा, इस वजह से आरोपी ने दोस्तों के साथ मिलकर मार दी थी गोली

बता दें कि बेनीपट्टी मुख्यालय के युवा पत्रकार बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश की लाश बेनीपट्टी-बसैठ स्टेट हाईवे 52 सड़क किनारे झाड़ी से मिली है. वे एक यूट्यूब चैनल में कैमरामैन का काम करते थे. इसके साथ ही वे आरटीआई एक्टिविस्ट भी थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक 9 नवंबर की रात मुख्यालय में स्थित अपने फोटोथैरेपी क्लिनिक से अचानक गायब हो गए थे. शव की पहचान मृतक के बड़े भाई त्रिलोक झा और मां ने हाथ की अंगुली में पहने अंगूठी, शर्ट के कुछ अंश, मुंह और पैर में तिल के निशान के आधार पर की.

बताया जा रहा है कि लाश देखे जाने की सूचना किसी के द्वारा शुक्रवार की रात थाना पुलिस को दी गई थी. इधर, एसडीपीओ के निर्देश पर बेनीपट्टी, अरेर सहित कई थानों की पुलिस स्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये मधुबनी भेज दिया. उसके बाद मृतक के परिजनों से शव की पहचान करायी गयी.

आशंका जतायी जा रही है कि हत्यारों ने बीते 9 नवंबर की रात गायब होने के दिन ही युवक की नृशंस हत्या कर दी होगी और शव को कहीं छिपाये रखा, लेकिन 12 नवंबर को जब मृतक के गायब होने की चर्चा क्षेत्र में तेजी से फैलने लगी तो शव को वहां फेंक दिया गया. जिसके बाद परिजनों ने शव को सिमरिया ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया.

बता दें कि बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश 9 नवंबर की रात गायब हुआ था. काफी खोजबीन के बाद भी जब युवक का कोई पता नहीं चल पाया तो 11 नवंबर को बेनीपट्टी थाने में मृतक के बड़े भाई चंद्रशेखर झा के आवेदन पर बुद्धिनाथ उर्फ अविनाश को लापता करने की आशंका जताते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी गई.

दर्ज प्राथमिकी में मृतक के भाई चंद्रशेखर झा ने साजिश के तहत निजी नर्सिंग होम के कर्मियों द्वारा अविनाश को लापता किये जाने का आरोप लगाया था. जिनमें मां जानकी सेवा सदन अंबेदकर चौक बेनीपट्टी, शिफा पॉली क्लिनिक मकिया, सुदामा हेल्थ केयर धकजरी, अंशु फस्ट एड सेंटर धकजरी, सोनाली हॉस्पिटल अनुमंडल मेन गेट बेनीपट्टी, अराधना हेल्थ एंड डेंटल केयर क्लिनिक जेल गेट बेनीपट्टी, जय मां काली सेवा सदन अरेर, सान्वी हॉस्पिटल ननदी भौजी चौक, अनन्या नर्सिंग होम, अनुराग हेल्थ केयर कटैया रोड बेनीपट्टी सहित 11 ज्ञात एवं अन्य अज्ञात फर्जी नर्सिंग होम शामिल है.

उन्होंने बताया कि छोटे भाई अविनाश पिछले कई सालों से बेनीपट्टी बाजार सहित क्षेत्र के फर्जी नर्सिंग होमों पर कार्रवाई कराने को लेकर प्रयासरत रहता था. कई नर्सिंग होम की जांच भी हुई और कई पर कार्रवाई भी. इसी कारण से उक्त ज्ञात व अज्ञात फर्जी नर्सिंग होमों में से किसी ने अविनाश को रास्ते से हटाने की साजिश रचकर उसकी हत्या कर दी है.

'पुलिस द्वारा घटना की गहन अनुसंधान और छापेमारी चल रही है. जल्द ही इसमें शामिल हत्यारों को गिरफ्तार कर कांड का उद्भेदन पुलिस के द्वारा कर लिया जायेगा.' -अरुण कुमार सिंह, बेनीपट्टी एसडीपीओ

'पुलिस इस घटना के उद्भेदन के करीब तक पहुंच गयी है. हत्यारों की गिरफ्तारी के लिये पुलिस की सघन छापेमारी अभियान चल रही है.' -अरविंद कुमार, एसएचओ

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