कटिहार: जिले के हसनगंज प्रखंड के पोखरिया गांव में मोबाइल नेटवर्क नहीं पहुंच पाता. इस कारण गांव के बच्चों का भविष्य खतरे में है. गांव के सैकड़ों बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई से पूरी तरह वंचित हैं.
बच्चों को फ्री में पढ़ा रहे गांव के युवक
पिछले 5 महीनों से सभी स्कूल बंद है. जिस कारण बच्चों की शिक्षा नहीं मिल पा रही. सरकार दावा कर रही है कि बच्चों को ऑनलाइन एजुकेशन दी जा रही है. लेकिन पोखरिया गांव के बच्चों तक नहीं ऑनलाइन शिक्षा नहीं पहुंच पा रही है. बच्चों की समस्या को देखते हुए गांव के ही चार युवकों ने इनका भविष्य संवारने का बीड़ा उठाया है. कोरोना काल से ही बच्चों को फ्री में पढ़ा रहे हैं.
मोबाइल नेटवर्क की समस्या से जूझते बच्चे
हसनगंज प्रखंड मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर बसे पोखरिया गांव के सैकड़ों बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया है. मोबाइल नेटवर्क की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने कई बार अपने जनप्रतिनिधि तथा स्थानीय प्रशासन को भी सूचना दी, लेकिन आज तक किसी ने इस ओर कोई पहल नहीं की
5 महीनों से स्कूल बंद
बच्चों ने बताया कि गांव में मोबाइल नेटवर्क नहीं रहता, जिस कारण हम पढ़ाई नहीं कर पाते. पिछले 5 महीनों से स्कूल भी बंद है, हम शिक्षा से पूरी तरह वंचित हो गए थे. गांव के ही चार भईया हमें फ्री में पढ़ा रहे हैं.
नेटवर्क नहीं होने ऑनलाइन एजुकेशन में दिक्कत
बच्चों को फ्री में पढ़ाने वाले युवक बताते हैं कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन में स्कूल बंद है. मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन शिक्षा की बात कही थी. लेकिन, गांव में मोबाइल नेटवर्क नहीं होने के कारण बच्चों को ऑनलाइन एजुकेशन से वंचित रहना पड़ रहा था. इसके कारण तीन-चार दोस्तों ने मिलकर फ्री में पढ़ाना शुरू किया.