कटिहार: देश में राम मंदिर और एनआरसी को लेकर बयानबाजी का बाजार गर्म हो चला है. जिले के मिरचायवाड़ी स्थित प्रसार भवन में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे, पूर्व केंद्रीय मंत्री निखिल कुमार ने एनआरसी और राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है. इसके साथ ही बीजेपी सरकार को धन्यवाद भी कहा है.
'हिंदुस्तान कोई धर्मशाला नहीं'
पूर्व केंद्रीय मंत्री निखिल कुमार जिले के मिरचायवाड़ी स्थित प्रसार भवन में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. यहां उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि हिंदुस्तान कोई धर्मशाला नहीं है कि कोई कहीं से आया और आकर टिक गया. उन्होंने कहा कि यहां आने वाले हर लोगों को अपना पहचान पत्र देना पड़ेगा. अगर वह हिंदुस्तान के हैं तो खैरमकदम और स्वागत है. अगर कहीं पहचान पत्र पर रह रहे हैं तो समय सीमा के बाद उन्हें चले जाना चाहिए. अगर ऐसा नहीं हैं तो उन्हें निकाल बाहर करना चाहिए. उन्होंने केद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि पूरे देश मे एनआरसी लागू होना चाहिए.
'सौगन्ध राम की खाते हैं, मंदिर वहीं बनाएंगे'
उन्होंने कहा कि राम मंदिर पर बयान देते हुए कहा कि रामजन्मभूमी आंदोलन में मैं अयोध्या गया था. उससे हमको काफी कुछ प्रेरणा मिली. मैं उस वक्त की कांग्रेस सरकार को रामजन्मभूमी का ताला खुलवाने के लिए धन्यवाद देता हूं. उससे हमको बहुत खुशी हुई. उन्होंने कहा कि सौगन्ध राम की खाते हैं, मंदिर वहीं बनाएंगे. बोले कि यह मात्र एक नारा नहीं बल्कि यह माकूल है, हमारी भावनाओं का विश्वास है. न्यायालय जो फैसला देगी, हम स्वीकार करेंगे. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने कश्मीर से धारा 370 हटाकर एक ऐतिहासिक काम किया है. बताया कि बीजेपी पूरे देश मे इसे लेकर जनजागरण अभियान चला रही है. ताकि हर लोगों को पता चले कि धारा 370 का सच क्या है. एक देश, एक कानून जिसकी लड़ाई पूर्व में हमारे बड़े-बड़े नेता करते रहे हैं. इसी के कारण उन्होंने अपना बलिदान तक दिया है. एक देश जहां है, वहां एक नागरिकता हो, इसमें बुरा क्या है.