कटिहार: बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) को कारगर तरीके से लागू कराने के लिए सरकार सारे पैंतरे अपना रही है. सीएम नीतीश कुमार के निर्देश पर पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम लगातार छापेमारी कर रही है. यहां तक शराब तस्करी (liquor smuggling in bihar) रोकने के लिए एक विशेष टीम का गठन भी किया गया है लेकिन परिणाम वही, ढाक के तीन पात. शराब तस्करी की एक तरकीब को पुलिस पकड़ती है तो तस्कर दूसरा रास्ता खोज लेते हैं. कटिहार से कुछ ऐसा ही शराब तस्करी (liquor smuggling in bihar in unique way) का तरीका सामने आया है जिसके बारे में जानकर आप हैरान हर जायेंगे. शराब तस्कर अब स्कूली बैगों की मदद से अपने इस अवैध धंधे को अंजाम दे रहे हैं.
ये भी पढ़ें: शराब तस्करों के लिए सेफ जोन बना कटिहार का ये रेलवे स्टेशन, बंगाल की ट्रेनों से खुलेआम होती है ढुलाई
शराब तस्करी का सेफ जोन कटिहार: शराब तस्करी के लिए कटिहार सेफ जोन बनता जा रहा है. इन दिनों कटिहार में शराब की तस्करी लगातार हो रही है. कटिहार जंक्शन से 6 किलोमीटर पहले मनिया हॉल्ट के पास रोजाना बंगाल से आने वाली ट्रेनों से शराब की खेप की ढुलाई हो रही है. पश्चिम बंगाल से आने वाली ट्रेनों से रोजाना शराब की तस्करी की जा रही है. तस्कर मनिया हॉल्ट के पास ट्रेन से शराब उतार लेते हैं.
पुलिस की परवाह नहीं: पुलिस की सख्ती के बावजूद शराब तस्कर कटिहार जंक्शन से 6 किलोमीटर पहले मनिया हॉल्ट के पास प्रतिदिन पश्चिम बंगाल से आने वाली ट्रेनों से शराब की खेप की ढुलाई करते हैं. जानकारी के मुताबिक इस इलाके में शराब तस्करों का रैकेट बहुत ही मजबूत है. स्थानीय लोग कई बार शराब तस्करी का विरोध भी कर चुके हैं, लेकिन इस पर अभी तक कोई भी प्रशासनिक कार्रवाई नहीं की गई है. इसके चलते लगातार बंगाल से आने वाली ट्रेनों में शराब की तस्करी की जा रही है. वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति शराब से भरा हुआ बैग लेकर जा रहा है. पूछने पर कुछ भी बताने से कतराता नजर आ रहा है.
ये भी पढ़ें: जमुई में शराब तस्करी करते दिव्यांग युवक गिरफ्तार, ट्राइसाइकिल से करता था होम डिलीवरी
उत्पाद अधीक्षक ने दिया कार्रवाई का आश्वासन: ट्रेनों से शराब की ढुलाई को लेकर उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि मद्य निषेध विभाग की ओर से प्रतिदिन जिला में कार्रवाई की जा रही है. ट्रेनों से शराब ढुलाई के मामले पर भी काम किया जा रहा है. पूर्व में भी जीआरपी के सहयोग से ट्रेनों में छापेमारी की गई है. इस मामले में भी जांच कर कार्रवाई की जाएगी. ताकि किसी भी तरह से कटिहार में शराब की तस्करी न हो, जीआरपी के साथ पहले भी मिलकर कार्रवाई की गई है.
बिहार में 6 साल से शराबबंदी: बिहार में 2016 से ही पूर्ण शराबबंदी है. राज्य में पूर्ण शराबबंदी को लागू हुए 6 साल बीत चुके हैं. इन 6 सालों के दौरान शायद ही कोई ऐसा दिन बीता हो, जिस दिन बिहार के शराबबंदी कानून तोड़ने की खबर ना आई हो. पुलिस की सख्ती के बावजूद शराबबंदी वाले बिहार में शराब धड़ल्ले से बिक रही है. होली पर जहरीली शराब पीने से अलग-अलग जिलों में 41 लोगों की मौत हो गई थी, साथ ही 24 से ज्यादा लोगों का इलाज जारी है. इनमें कई लोगों की आंखों की रौशनी भी चली गई है.
ये भी पढ़ें: वैशाली में उत्पाद विभाग की टीम पर शराब माफियाओं ने किया हमला, आधा दर्जन अधिकारी व कर्मी घायल, कई राउंड फायरिंग
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP