ETV Bharat / city

GD Goenka स्कूल में छात्र की मौत का मामला: बोले RJD नेता- 'इस शासन में सही जांच असंभव'

गया में जीडी गोयनका स्कूल (GD Goenka School in Gaya)के छात्र की मौत का मामला (GD Goenka Student Death Case in Gaya) फिर गरमता जा रहा है. पूर्व विस अध्यक्ष सह राजद नेता उदय नारायण चौधरी ने मृतक छात्रा के पिता से मुलाकात की, और पुलिस प्रशासन बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि इस शासन में पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदल दी जाती है. ऐसे में निष्पक्ष जांच कैसे संभव हैं. पढ़ें पूरी खबर...

छात्र कृष्ण प्रकाश की मौत पर सियासत
छात्र कृष्ण प्रकाश की मौत पर सियासत
author img

By

Published : Jun 9, 2022, 5:43 PM IST

गया: बिहार के गया के नामचीन स्कूल जीडी गोयनका के छात्र कृष्ण प्रकाश की मौत पर अब सियासत (Politics over Death of Student Krishna Prakash) फिर से गरमाने लगी है. करीब साढे तीन माह बीतने के बाद भी अब तक यह साफ नहीं हो सका है, कि आखिर कृष्ण प्रकाश की मौत कैसे हुई. इस बीच बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सह राजद के वरिष्ठ नेता उदय नारायण चौधरी (Senior RJD Leader Uday Narayan Choudhary) ने सरकार के साथ-साथ पुलिस प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाया है. इनका कहना है कि इस शासन में पोस्टमार्टम रिपोर्ट तक बदल दिए जाते हैं. ऐसे में जांच कर दोषियों को कैसे सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सकता.

ये भी पढ़ें- बिहार में पूसा कृषि विश्वविद्यालय के छात्र की मौत के बाद बवाल, आक्रोशितों ने की जमकर तोड़फोड़

कृष्ण प्रकाश की हुई थी संदिग्ध मौत: गया शहर के जीडी गोयनका स्कूल के आठवीं क्लास के छात्र कृष्ण प्रकाश की संदिग्ध मौत का मामला एक बार फिर से तूल पकड़ने लगा है. विसरा रिपोर्ट आने के बाद स्कूल प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है. पिता चंद्रप्रकाश ने बताया कि विसरा रिपोर्ट में कहीं से प्वाइजनिंग का मामला सामने नहीं आया है, बल्कि मौत का कारण पिटाई ही बताया गया है. उन्होंने कहा कि मिलीभगत के कारण ही गलत पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया था. इधर पीड़ित परिवार से मिलने बिहार विधानसभा के पूर्व स्पीकर एवं राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता उदय नारायण चौधरी पहुंचे. उन्होंने बताया कि स्कूल प्रबंधन और प्रशासन की मिलीभगत के कारण पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज कराने में सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम लोगों को काफी मशक्कत करना पड़ा था.

मासूम छात्र की पिटाई से हुई मौत: गौरतलब है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं होने पर परिजनों की मांग पर विसरा जांच के लिए कोलकाता फॉरेंसिक लैब साक्ष्य भेजा गया था. कई महीने बीतने के बाद भी विसरा जांच रिपोर्ट अभी तक गया पुलिस की ओर से सार्वजनिक नहीं किया गया है. जानकारी हो कि बीते 16 फरवरी 2022 को गया के नामचीन विद्यालय जीडी गोयनका के छात्र कृष्ण प्रकाश की संदिग्ध मौत हो गई थी. शहर के रहने वाले प्रकाश चंद्र के पुत्र कृष्ण प्रकाश की संदिग्ध मौत का मामले में परिजनों का आरोप है कि जीडी गोयनका के शिक्षक शुभेंदु की पिटाई से कृष्ण प्रकाश की मौत हुई है. हालांकि विद्यालय प्रबंधन द्वारा इस आरोप को नकारा जा रहा था. किंतु इस मामले में बड़े आंदोलन के बाद मामले की एफआईआर चाकन्द थाने में दर्ज की गई थी.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट को बदल दिया गया था: जीडी गोयनका के छात्र कृष्ण प्रकाश की मौत के मामले को लेकर पूर्व विस अध्यक्ष सह राजद नेता उदय नारायण चौधरी ने गया में प्रेस वार्ता किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि गया में एक संगीन अपराध का खुलासा हुआ है. 16 फरवरी 2022 को जीडी गोयनका के छात्र रहे प्रकाश चंद्र के पुत्र कृष्ण प्रकाश की जीडी गोयनका स्कूल के शिक्षक की पिटाई से मौत हो गई थी. उस शिक्षक ने कई और बच्चों की पिटाई की थी, लेकिन कृष्ण प्रकाश को इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई. वह आठवीं कक्षा का छात्र था.

परिजनों ने प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप: उदय चौधरी ने कहा कि प्रशासन की मिलीभगत से आरोपी शिक्षक शुभेंदु पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ऐसे आरोपी शिक्षक को प्रशासन ने सपोर्ट किया है, और गिरफ्तार नहीं किया है. यहां तक की एफआईआर दर्ज करने के लिए भी मशक्कत करना पड़ा था. लोगों के प्रयास से भादवि की धारा 302 के तहत एफआईआर दर्ज हुआ था. इसमें दो गवाह रहे शिक्षकों का 164 का बयान भी नहीं हो पाया. पोस्टमार्टम का रिपोर्ट आया कि सल्फास खाने से मौत हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाया गया कि 8 साल का बच्चा सल्फास क्यों खाएगा.

'पीड़ित परिवार के लोग पहले से ही कह रहे थे, कि शिक्षक की पिटाई से बच्चे की मौत हुई है. किंतु पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देकर पुलिस प्रशासन द्वारा कहा जा रहा था, कि बच्चे की मौत का कारण सल्फास खाना आया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं होने पर एसएसपी के द्वारा विसरा रिपोर्ट जांच के लिए कोलकाता के फॉरेंसिक लैब में भेजी गई थी. वहां जांच में सामने आया है कि बच्चे की मृत्यु पिटाई से हुई है. सल्फास खाने या जहर खाने से मौत नहीं हुई. इसका मतलब पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे हेरफेर की गई है. 302 का केस है, ऐसे में आरोपित शिक्षक के साथ-साथ प्रिंसिपल की भी गिरफ्तारी होनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने शिक्षक को सपोर्ट किया. जीडी गोयनका स्कूल को तत्काल बंद कर देना चाहिए. साथ ही तत्काल कार्रवाई नहीं हुई तो आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन गया शहर में होगा.' - उदय नारायण चौधरी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सह राजद नेता

पैसे के बल पर बदला गया पोस्टमार्टम रिपोर्ट: हालांकि, इस संबंध में पूछे जाने पर कि, क्या कोलकाता लैब की फॉरेंसिक रिपोर्ट उनके हाथ लगी है, इसपर उदय नारायण चौधरी ने कहा कि यह हम क्यों बताएंगे, यह जिसकी जिम्मेदारी बनती है, वो सार्वजनिक करें. उनका इशारा पुलिस प्रशासन के वरीय अधिकारियों की ओर था. उदय नारायण चौधरी ने यह भी कहा कि यदि पुलिस प्रशासन के लोग विसरा रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं करते हैं तो उस स्थिति में हम लोग आने वाले दिनों में इसका खुलासा करेंगे. फिलहाल राजद नेता उदय नारायण चौधरी के विसरा रिपोर्ट को लेकर किए जा रहे दावे के बाद यह तय है कि यह मामला राजनीतिक सियासत को तेज करेगा.

'विसरा रिपोर्ट आने के बाद एक बार फिर उन्हें न्याय की उम्मीद जगी है. इस मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में काफी हेरफेर की गई है, लेकिन अब विसरा रिपोर्ट से जो जानकारी मिल रही है, उसमें मौत का कारण पिटाई होना बताया गया है. मांग किया है कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए.' - प्रकाश चंद्र, मृतक छात्र कृष्ण प्रकाश के पिता

'छात्र कृष्ण प्रकाश की मौत के बाद शुरू से ही खेल हो रहा है. खेल पैसे का चल रहा है. छात्र कृष्ण प्रकाश की मौत विसरा रिपोर्ट में पिटाई से आई है, तो न्याय मिलना चाहिए. और आरोपित शिक्षक की गिरफ्तारी तुरंत होनी चाहिए.' - रवि वर्णवाल उर्फ गुड्डू वर्णवाल, सामाजिक कार्यकर्ता

छात्र की मौत पर हुआ था बवाल: गौरतलब है कि बिहार के गया शहर के एक बड़े निजी स्कूल जीडी गोयनका में पढ़ने वाले 8वीं के छात्र कृष्ण प्रकाश की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत (suspicious death of student in gaya) हो गई थी. बताया गया था की मौत के पहले उसकी तबीयत बिगड़ी और वह जिस बस से हर दिन घर को आता था, उसी बस में बेहोश होकर गिर पड़ा. जिसके बाद वह होश में नहीं आया. उसे गया शहर के जयप्रकाश नारायण सरकारी अस्प्ताल लाया गया, जहां उसकी नब्ज पकड़ते ही चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.

ये भी पढ़ें- छात्र की मौत पर विश्वभारती विवि के वीसी के आवास के बाहर प्रदर्शन

ये भी पढ़ें- सड़क हादसे में छात्र की मौत के बाद भड़का परिजनों का आक्रोश, स्कूल स्टाफ को बनाया बंधक, पुलिस पर भी पथराव

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

गया: बिहार के गया के नामचीन स्कूल जीडी गोयनका के छात्र कृष्ण प्रकाश की मौत पर अब सियासत (Politics over Death of Student Krishna Prakash) फिर से गरमाने लगी है. करीब साढे तीन माह बीतने के बाद भी अब तक यह साफ नहीं हो सका है, कि आखिर कृष्ण प्रकाश की मौत कैसे हुई. इस बीच बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सह राजद के वरिष्ठ नेता उदय नारायण चौधरी (Senior RJD Leader Uday Narayan Choudhary) ने सरकार के साथ-साथ पुलिस प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाया है. इनका कहना है कि इस शासन में पोस्टमार्टम रिपोर्ट तक बदल दिए जाते हैं. ऐसे में जांच कर दोषियों को कैसे सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सकता.

ये भी पढ़ें- बिहार में पूसा कृषि विश्वविद्यालय के छात्र की मौत के बाद बवाल, आक्रोशितों ने की जमकर तोड़फोड़

कृष्ण प्रकाश की हुई थी संदिग्ध मौत: गया शहर के जीडी गोयनका स्कूल के आठवीं क्लास के छात्र कृष्ण प्रकाश की संदिग्ध मौत का मामला एक बार फिर से तूल पकड़ने लगा है. विसरा रिपोर्ट आने के बाद स्कूल प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है. पिता चंद्रप्रकाश ने बताया कि विसरा रिपोर्ट में कहीं से प्वाइजनिंग का मामला सामने नहीं आया है, बल्कि मौत का कारण पिटाई ही बताया गया है. उन्होंने कहा कि मिलीभगत के कारण ही गलत पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया था. इधर पीड़ित परिवार से मिलने बिहार विधानसभा के पूर्व स्पीकर एवं राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता उदय नारायण चौधरी पहुंचे. उन्होंने बताया कि स्कूल प्रबंधन और प्रशासन की मिलीभगत के कारण पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज कराने में सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम लोगों को काफी मशक्कत करना पड़ा था.

मासूम छात्र की पिटाई से हुई मौत: गौरतलब है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं होने पर परिजनों की मांग पर विसरा जांच के लिए कोलकाता फॉरेंसिक लैब साक्ष्य भेजा गया था. कई महीने बीतने के बाद भी विसरा जांच रिपोर्ट अभी तक गया पुलिस की ओर से सार्वजनिक नहीं किया गया है. जानकारी हो कि बीते 16 फरवरी 2022 को गया के नामचीन विद्यालय जीडी गोयनका के छात्र कृष्ण प्रकाश की संदिग्ध मौत हो गई थी. शहर के रहने वाले प्रकाश चंद्र के पुत्र कृष्ण प्रकाश की संदिग्ध मौत का मामले में परिजनों का आरोप है कि जीडी गोयनका के शिक्षक शुभेंदु की पिटाई से कृष्ण प्रकाश की मौत हुई है. हालांकि विद्यालय प्रबंधन द्वारा इस आरोप को नकारा जा रहा था. किंतु इस मामले में बड़े आंदोलन के बाद मामले की एफआईआर चाकन्द थाने में दर्ज की गई थी.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट को बदल दिया गया था: जीडी गोयनका के छात्र कृष्ण प्रकाश की मौत के मामले को लेकर पूर्व विस अध्यक्ष सह राजद नेता उदय नारायण चौधरी ने गया में प्रेस वार्ता किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि गया में एक संगीन अपराध का खुलासा हुआ है. 16 फरवरी 2022 को जीडी गोयनका के छात्र रहे प्रकाश चंद्र के पुत्र कृष्ण प्रकाश की जीडी गोयनका स्कूल के शिक्षक की पिटाई से मौत हो गई थी. उस शिक्षक ने कई और बच्चों की पिटाई की थी, लेकिन कृष्ण प्रकाश को इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई. वह आठवीं कक्षा का छात्र था.

परिजनों ने प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप: उदय चौधरी ने कहा कि प्रशासन की मिलीभगत से आरोपी शिक्षक शुभेंदु पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ऐसे आरोपी शिक्षक को प्रशासन ने सपोर्ट किया है, और गिरफ्तार नहीं किया है. यहां तक की एफआईआर दर्ज करने के लिए भी मशक्कत करना पड़ा था. लोगों के प्रयास से भादवि की धारा 302 के तहत एफआईआर दर्ज हुआ था. इसमें दो गवाह रहे शिक्षकों का 164 का बयान भी नहीं हो पाया. पोस्टमार्टम का रिपोर्ट आया कि सल्फास खाने से मौत हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाया गया कि 8 साल का बच्चा सल्फास क्यों खाएगा.

'पीड़ित परिवार के लोग पहले से ही कह रहे थे, कि शिक्षक की पिटाई से बच्चे की मौत हुई है. किंतु पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देकर पुलिस प्रशासन द्वारा कहा जा रहा था, कि बच्चे की मौत का कारण सल्फास खाना आया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं होने पर एसएसपी के द्वारा विसरा रिपोर्ट जांच के लिए कोलकाता के फॉरेंसिक लैब में भेजी गई थी. वहां जांच में सामने आया है कि बच्चे की मृत्यु पिटाई से हुई है. सल्फास खाने या जहर खाने से मौत नहीं हुई. इसका मतलब पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे हेरफेर की गई है. 302 का केस है, ऐसे में आरोपित शिक्षक के साथ-साथ प्रिंसिपल की भी गिरफ्तारी होनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने शिक्षक को सपोर्ट किया. जीडी गोयनका स्कूल को तत्काल बंद कर देना चाहिए. साथ ही तत्काल कार्रवाई नहीं हुई तो आने वाले दिनों में बड़ा आंदोलन गया शहर में होगा.' - उदय नारायण चौधरी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सह राजद नेता

पैसे के बल पर बदला गया पोस्टमार्टम रिपोर्ट: हालांकि, इस संबंध में पूछे जाने पर कि, क्या कोलकाता लैब की फॉरेंसिक रिपोर्ट उनके हाथ लगी है, इसपर उदय नारायण चौधरी ने कहा कि यह हम क्यों बताएंगे, यह जिसकी जिम्मेदारी बनती है, वो सार्वजनिक करें. उनका इशारा पुलिस प्रशासन के वरीय अधिकारियों की ओर था. उदय नारायण चौधरी ने यह भी कहा कि यदि पुलिस प्रशासन के लोग विसरा रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं करते हैं तो उस स्थिति में हम लोग आने वाले दिनों में इसका खुलासा करेंगे. फिलहाल राजद नेता उदय नारायण चौधरी के विसरा रिपोर्ट को लेकर किए जा रहे दावे के बाद यह तय है कि यह मामला राजनीतिक सियासत को तेज करेगा.

'विसरा रिपोर्ट आने के बाद एक बार फिर उन्हें न्याय की उम्मीद जगी है. इस मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में काफी हेरफेर की गई है, लेकिन अब विसरा रिपोर्ट से जो जानकारी मिल रही है, उसमें मौत का कारण पिटाई होना बताया गया है. मांग किया है कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए.' - प्रकाश चंद्र, मृतक छात्र कृष्ण प्रकाश के पिता

'छात्र कृष्ण प्रकाश की मौत के बाद शुरू से ही खेल हो रहा है. खेल पैसे का चल रहा है. छात्र कृष्ण प्रकाश की मौत विसरा रिपोर्ट में पिटाई से आई है, तो न्याय मिलना चाहिए. और आरोपित शिक्षक की गिरफ्तारी तुरंत होनी चाहिए.' - रवि वर्णवाल उर्फ गुड्डू वर्णवाल, सामाजिक कार्यकर्ता

छात्र की मौत पर हुआ था बवाल: गौरतलब है कि बिहार के गया शहर के एक बड़े निजी स्कूल जीडी गोयनका में पढ़ने वाले 8वीं के छात्र कृष्ण प्रकाश की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत (suspicious death of student in gaya) हो गई थी. बताया गया था की मौत के पहले उसकी तबीयत बिगड़ी और वह जिस बस से हर दिन घर को आता था, उसी बस में बेहोश होकर गिर पड़ा. जिसके बाद वह होश में नहीं आया. उसे गया शहर के जयप्रकाश नारायण सरकारी अस्प्ताल लाया गया, जहां उसकी नब्ज पकड़ते ही चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.

ये भी पढ़ें- छात्र की मौत पर विश्वभारती विवि के वीसी के आवास के बाहर प्रदर्शन

ये भी पढ़ें- सड़क हादसे में छात्र की मौत के बाद भड़का परिजनों का आक्रोश, स्कूल स्टाफ को बनाया बंधक, पुलिस पर भी पथराव

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.