गया: शुक्रवार को भूमि अधिकार अभियान के बैनर तले प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी के समक्ष गांधी मैदान से समाहरणालय तक शांति मार्च निकाला. यह मार्च सुखाड़ का मुआवजा देने और गरीबों को जमीन देने की मांग को लेकर निकाला गया. इसमें किसानों से लेकर महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.
क्या है प्रदर्शनकारियों की मांग?
इस दौरान प्रदर्शनकारी रविन्द्र चंद्रवंशी ने बताया कि गया के सभी पंचायत में सुखाड़ की समस्या है. लेकिन, सिर्फ 90 पंचायत को ही सूखा घोषित किया गया, जिसमें किसी भी पंचायत में 5 प्रतिशत से ज्यादा किसानों को सुखाड़ राशि नहीं मिली है. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि प्रत्येक लाभार्थी के खाते में 3 हजार सुखाड़ राशि का अविलंब भुगतान किया जाए. साथ ही जिला में 33% से कम रोपा वाले सभी पंचायत को सूखा घोषित किया जाए. इसके अलावा किसानों को वितरण करने के लिए मिले 90 करोड़ रुपये वितरित किए जाएं.
भूमिहीन को भी नहीं मिली जमीन
प्रदर्शनकारी ने बताया कि जिलाधिकारी ने सरकार को फाइल भेज दिया है, जिसमें भूमिहीनों को जमीन दी गई है. लेकिन, जमीनी हकीकत यह है कि सैकड़ों भूमिहीन को अबतक जमीन नहीं मिली है. भूमिहीनों को 5 डेसिमल जमीन देनी थी, लेकिन सीओ और डीएम ने गलत आंकड़ा बनाकर सरकार को भेज दिया है. भूमिहीनों को भी जल्द जमीन देने की मांग की गई. वहीं, मांगें पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने का ऐलान भी किया.