गया: जिले के बोधगया स्थित बिहार सैन्य पुलिस छावनी-3 में शुक्रवार को पासिंग आउट परेड संपन्न हुआ. लगभग 7 महीने के कठिन प्रशिक्षण के बाद 375 नई महिला सिपाही बिहार सैन्य पुलिस में शामिल हुई. खाकी वर्दी में मुस्तैद महिला सिपाहियों ने पूरी तत्परता और समर्पण के साथ सेवाभाव का संकल्प लिया. घरवालों की मौजूदगी में सधे कदमों और बूटों की बुलंद धमक के साथ महिला जवानों ने बिहार सैन्य पुलिस के डीजी अशोक सिंघल को सलामी दी.
महिला जवानों के घरवालों ने हौसला बढ़ाया
डीजी ने उन्हें शपथ दिलाई और समाज के प्रति उनके उत्तरदायित्वों को समझाया. वहीं, पासिंग आउट परेड देखने पहुंचे महिला जवानों के घरवालों ने तालियों से उनका हौसला बढ़ाया. इस परेड की शुरूआत आतिशबाजी के साथ की गई. इसमें बीएमपी-8 बटालियन बेगूसराय के 142 सिपाही, बीएमपी-9 बटालियन जमालपुर के 112, बीएमपी-10 बटालियन पटना के 92 और बीएमपी-14 बटालियन के 29 महिला सिपाहियों ने शपथ ली.
इस मौके पर मगध रेंज के कमिश्नर, आईजी, एसएसपी राजीव मिश्र उपस्थित रहे. बीएमपी-3 के कमांडेंट प्रमोद कुमार मंडल ने अतिथियों का बुके और शॉल देकर स्वागत किया.
डीजी ने उत्तरदायित्वों को समाझाया
ग्राउंड में बीएमपी के डीजी अशोक सिंघल ने अपने संबोधन में कहा कि वर्दी ईमानदारी का प्रतीक है और अनुशासन पुलिस की पहचान है. इस नाते उनकी जिम्मेदारी देश और समाज के प्रति बढ़ जाती है. उन्होंने महिला सिपाहियों से समाज में पुलिस की छवि को बेमिसाल बनाकर मानवता की मिसाल पेश करने की अपील की. उन्होंने महिला सिपाहियों को सुझाव दिया कि वे जनता के साथ अपना व्यवहार अच्छा रखें. उनकी समस्याओं को प्रमुखता से दूर करने का प्रयास करें. साथ हीं, अपने वरिष्ठ अधिकारियों का सम्मान करें.