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गया: बोधगया BMP-3 में महिला सिपाहियों का पासिंग आउट परेड, 375 जवानों ने ली शपथ - बिहार सैन्य पुलिस

बीएमपी के डीजी ने महिला सिपाहियों को शपथ दिलाई और समाज के प्रति उनके उत्तरदायित्वों को समझाया. वहीं, पासिंग आउट परेड देखने पहुंचे महिला जवान के घरवालों ने तालियों से उनका हौसला बढ़ाया.

शपथ
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Published : Sep 13, 2019, 10:11 PM IST

Updated : Sep 14, 2019, 9:57 PM IST

गया: जिले के बोधगया स्थित बिहार सैन्य पुलिस छावनी-3 में शुक्रवार को पासिंग आउट परेड संपन्न हुआ. लगभग 7 महीने के कठिन प्रशिक्षण के बाद 375 नई महिला सिपाही बिहार सैन्य पुलिस में शामिल हुई. खाकी वर्दी में मुस्तैद महिला सिपाहियों ने पूरी तत्परता और समर्पण के साथ सेवाभाव का संकल्प लिया. घरवालों की मौजूदगी में सधे कदमों और बूटों की बुलंद धमक के साथ महिला जवानों ने बिहार सैन्य पुलिस के डीजी अशोक सिंघल को सलामी दी.

बोधगया में महिला सिपाही का पासिंग आउट परेड संपन्न

महिला जवानों के घरवालों ने हौसला बढ़ाया
डीजी ने उन्हें शपथ दिलाई और समाज के प्रति उनके उत्तरदायित्वों को समझाया. वहीं, पासिंग आउट परेड देखने पहुंचे महिला जवानों के घरवालों ने तालियों से उनका हौसला बढ़ाया. इस परेड की शुरूआत आतिशबाजी के साथ की गई. इसमें बीएमपी-8 बटालियन बेगूसराय के 142 सिपाही, बीएमपी-9 बटालियन जमालपुर के 112, बीएमपी-10 बटालियन पटना के 92 और बीएमपी-14 बटालियन के 29 महिला सिपाहियों ने शपथ ली.

गया
सलामी देते बिहार सैन्य पुलिस

इस मौके पर मगध रेंज के कमिश्नर, आईजी, एसएसपी राजीव मिश्र उपस्थित रहे. बीएमपी-3 के कमांडेंट प्रमोद कुमार मंडल ने अतिथियों का बुके और शॉल देकर स्वागत किया.

गया
परेड करती महिला सिपाही

डीजी ने उत्तरदायित्वों को समाझाया
ग्राउंड में बीएमपी के डीजी अशोक सिंघल ने अपने संबोधन में कहा कि वर्दी ईमानदारी का प्रतीक है और अनुशासन पुलिस की पहचान है. इस नाते उनकी जिम्मेदारी देश और समाज के प्रति बढ़ जाती है. उन्होंने महिला सिपाहियों से समाज में पुलिस की छवि को बेमिसाल बनाकर मानवता की मिसाल पेश करने की अपील की. उन्होंने महिला सिपाहियों को सुझाव दिया कि वे जनता के साथ अपना व्यवहार अच्छा रखें. उनकी समस्याओं को प्रमुखता से दूर करने का प्रयास करें. साथ हीं, अपने वरिष्ठ अधिकारियों का सम्मान करें.

गया: जिले के बोधगया स्थित बिहार सैन्य पुलिस छावनी-3 में शुक्रवार को पासिंग आउट परेड संपन्न हुआ. लगभग 7 महीने के कठिन प्रशिक्षण के बाद 375 नई महिला सिपाही बिहार सैन्य पुलिस में शामिल हुई. खाकी वर्दी में मुस्तैद महिला सिपाहियों ने पूरी तत्परता और समर्पण के साथ सेवाभाव का संकल्प लिया. घरवालों की मौजूदगी में सधे कदमों और बूटों की बुलंद धमक के साथ महिला जवानों ने बिहार सैन्य पुलिस के डीजी अशोक सिंघल को सलामी दी.

बोधगया में महिला सिपाही का पासिंग आउट परेड संपन्न

महिला जवानों के घरवालों ने हौसला बढ़ाया
डीजी ने उन्हें शपथ दिलाई और समाज के प्रति उनके उत्तरदायित्वों को समझाया. वहीं, पासिंग आउट परेड देखने पहुंचे महिला जवानों के घरवालों ने तालियों से उनका हौसला बढ़ाया. इस परेड की शुरूआत आतिशबाजी के साथ की गई. इसमें बीएमपी-8 बटालियन बेगूसराय के 142 सिपाही, बीएमपी-9 बटालियन जमालपुर के 112, बीएमपी-10 बटालियन पटना के 92 और बीएमपी-14 बटालियन के 29 महिला सिपाहियों ने शपथ ली.

गया
सलामी देते बिहार सैन्य पुलिस

इस मौके पर मगध रेंज के कमिश्नर, आईजी, एसएसपी राजीव मिश्र उपस्थित रहे. बीएमपी-3 के कमांडेंट प्रमोद कुमार मंडल ने अतिथियों का बुके और शॉल देकर स्वागत किया.

गया
परेड करती महिला सिपाही

डीजी ने उत्तरदायित्वों को समाझाया
ग्राउंड में बीएमपी के डीजी अशोक सिंघल ने अपने संबोधन में कहा कि वर्दी ईमानदारी का प्रतीक है और अनुशासन पुलिस की पहचान है. इस नाते उनकी जिम्मेदारी देश और समाज के प्रति बढ़ जाती है. उन्होंने महिला सिपाहियों से समाज में पुलिस की छवि को बेमिसाल बनाकर मानवता की मिसाल पेश करने की अपील की. उन्होंने महिला सिपाहियों को सुझाव दिया कि वे जनता के साथ अपना व्यवहार अच्छा रखें. उनकी समस्याओं को प्रमुखता से दूर करने का प्रयास करें. साथ हीं, अपने वरिष्ठ अधिकारियों का सम्मान करें.

Intro:Body:गया बोधगया स्थित बिहार सैन्य पुलिस छावनी तीन में शुक्रवार को पासिंग आउट परेड संपन्न हुआ। लगभग सात महीने (215 दिन) के कठिन प्रशिक्षण के बाद 375 रंगरूट महिला सिपाही बिहार सैन्य पुलिस में शामिल हुईं। खाकी वर्दी में चुस्त-दुरुस्त और मुस्तैद महिला सिपाहियों ने पूरी तत्परता और समर्पण के साथ सेवाभाव का संकल्प लिया। घरवालों की मौजूदगी में सधे कदमों और बूटों की बुलंद धमक के साथ महिला जवानों ने बिहार सैन्य पुलिस के डीजी अशोक सिंघल को सलामी दी। डीजी ने उन्हें शपथ दिलाई और समाज के प्रति उनके उत्तरदायित्वों को समझाया। वहीं पासिंग आउट परेड देखने पहुंचे महिला जवानों के घरवालों ने ताली बजाकर हौसला बढ़ाया। इससे पूर्व डीजी ने परेड की सलामी ली। कदमताल और लयबद्ध तरीके से सिपाहियों की परेड देखने लायक रही। आतिशबाजी के साथ पासिंग आउट परेड शुरू हुआ। इसमें बीएमपी 8 बटालियन बेगूसराय के 142 सिपाही, बीएमपी 9 बटालियन जमालपुर के 112, बीएमपी 10 बटालियन पटना के 92 तथा बीएमपी 14 बटालियन के 29 महिला सिपाहियों ने शपथ ली। इस मौके पर मगधरेंज के कमिश्नर, आईजी, एसएसपी राजीव मिश्र उपस्थित रहे। बीएमपी 3 के कमांडेंट प्रमोद कुमार मंडल ने अतिथियों का बुके और शॉल देकर स्वागत किया।बेटियों ने दिखाया दम खमबेटियों ने बीएमपी 3 में पासिंग आउट परेड के दौरान शक्ति व शौर्य का परिचय दिया। एक इशारे पर बटालियन की महिला जवानों ने जब कदमताल शुरू किया तो वहां मौजूद परिजनों का गर्व से सीना चौड़ा हो गया। भावुक पल में आंखों में खुशी के आंसू भी छलक आए। ग्राउंड में बीएमपी के डीजी अशोक सिंघल ने अपने संबोधन में कहा कि वर्दी ईमानदारी का प्रतीक है और अनुशासन पुलिस की पहचान है। इस नाते उनकी जिम्मेदारी देश व समाज के प्रति बढ़ जाती है। वर्दी की रक्षा के लिए स्वयं को समर्पित करना कर्तव्यनिष्ठा का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने अपील की कि संवेदना और मानवता की मिसाल पेश कर समाज में पुलिस की छवि को बेमिसाल बनाएंगी। महिला सिपाहियों को बताया कि पुलिसकर्मी जनता के साथ अपना व्यवहार अच्छा रखें। उनकी समस्याओं को प्रमुखता से दूर करने का प्रयास करें। अपने वरिष्ठ अधिकारियों का सम्मान करें।Conclusion:
Last Updated : Sep 14, 2019, 9:57 PM IST
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