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ईटीवी भारत की पहल: गैस सिलेंडर लेते वक्त इन बातों का रखें ध्यान, जरा सी लापरवाही बन सकती है जानलेवा

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Published : Nov 23, 2019, 12:16 PM IST

गैस सिलेंडर लेते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. इससे जिले के अधिकतर लोग अभी पूरी तरह वाकिफ नहीं है. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने गया के शहमीर तकिया इलाके में डोर-टू-डोर जाकर लोगों को सिलेंडर से जुड़ी तमाम बातों की जानकारी दी.

गैस सिलेंडर लेते वक्त इन बातों का रखें ध्यान

गया: पीएम उज्ज्वला योजना के तहत जिले के अधिकतर परिवारों को एलपीजी गैस कनेक्शन से जोड़ा जा रहा है. हालांकि महानगरों में तो अब काफी हद तक पीएनजी (पाइप लाइन वाली रसोई गैस) का इस्तेमाल होने लगा है. फिर भी बड़ी संख्या में कई ऐसे घर हैं. जहां रसोई का चूल्हा गैस सिलेंडर से ही जलता है.

वहीं, सिलेंडर लेते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. इससे जिले के अधिकतर लोग अभी पूरी तरह वाकिफ नहीं हैं. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने गया के शहमीर तकिया इलाके में डोर-टू-डोर जाकर लोगों को गैस सिलेंडर से जुड़ी तमाम बातों की जानकारी दी.

Gaya
घर में जलता चूल्हा

ईटीवी भारत ने लोगों को किया जागरूक
ईटीवी भारती की टीम गैस सिलेंडर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए शुक्रवार को शहमीर तकिया इलाके में पहुंची. यहां लोगों में गैस सिलेंडर के प्रति जागरूकता का आभाव दिखा. यहां घर की महिलाएं के अलावा शिक्षित पुरुष भी बिना जांचे परखे गैस ले रहे थे. यहां डिलीवरी मैन ने बताया मैं और मेरा सहयोगी हर दिन के कोटे के हिसाब से टेम्पो पर गैस सिलेंडर लेकर शहमीर तकिया पहुंचते हैं. यहां डोर-टू-डोर किचन तक जाकर गैस सिलेंडर पहुंचाते हैं. हम पहले सिलेंडर का वजन करते हैं. सिलेंडर की एक्सपायरी डेट देखते है और लीकेज चेक करने के बाद कस्टमर को पूरी तरह संतुष्ट कर प्री-डिलीवरी रजिस्टर पर हस्ताक्षर करवाते हैं.

Gaya
सिलेंडर देने जाता डिलीवरी मैन

लोगों को जागरूक करती हैं सत्यावती
शहमीर तकिया इलाके की सोनम बताती हैं कि मुझे कुछ नहीं पता, हम तो बस गैस लेते हैं और रेगुलेटर लागकर खाना बनाते हैं. बांकी कोई जानकारी नही है. वही, सत्यावती देवी बताती हैं कि बीते दिनों मेरे घर में गैस लीकेज होने के कारण घटना घटित हो चुकी है. तब से वह इसके प्रति जागरूक रहती हैं. सिलेंडर लेते वक्त पूरी तरह जांचने के बाद ही घर ले जाती हैं. उन्होंने कहा कि वह दूसरों को भी जागरूक कर रही हैं. ताकि किसी के घर में सिलेंजर से कोई हादसा नहीं हो.

पेश है रिपोर्ट

गैस सिलेंडर की एक्सपायरी जरूर चेक करें
जैसे खाने-पीने के सामान और दवाओं की एक्सपायरी डेट होती है. उसी तरह गैस सिलेंडर की भी एक्सपायरी डेट होती है. एक्सपायरी निकलने पर गैस सिलेंडर आपके लिए खतरनाक हो सकता है. जब भी आप एजेंसी से या फिर डिलीवरीमैन से गैस सिलेंडर लें तो उस पर लिखी हुई एक्सपायरी डेट देखना नहीं भूलें. बता दें कि सिलेंडर की एक्सपायरी डेट खत्म होने के बाद उसमें लगी सील की पकड़ कमजोर होने लगती है. जिससे गैस लीक होने लगती है. इस कारण सिलेंडर फटने का डर बना रहता है. एक्सपायर सिलेंडरों की तेल कंपनियां फिर से जांच करती हैं और जांच करके सिलेंडर पर नई तारीख डाली जाती है.

Gaya
सिलेंडर का वजन करता डिलीवरी मैन

इस तरह पहचानें एक्सपायरी डेट
बता दें कि एक्सपायरी डेट एक कोड में लिखी होती है. इस कोड में सिलेंडर के एक्सपायर होने का महीना और साल लिखा होता है. गैस कंपनियां पूरे साल को चार हिस्सों में बांट देती हैं. जनवरी-फरवरी-मार्च तक के लिए (A) अप्रैल-मई-जून के लिए (B), जुलाई-अगस्त-सितंबर के लिए (C) और अक्टूबर-नवंबर-दिसंबर के लिए (D) कोड लिखा जाता है. उदाहरण के तौर पर अगर गैस सिलेंडर पर B.25. कोड डला हुआ है. इसका मतलब ये हुआ कि वह गैस सिलेंडर बी (B) यानी अप्रैल-मई-जून 2025 को एक्सपायर हो जाएगा. इस तारीख के बाद किसी भी तरह की दुर्घटना की जिम्मेदारी तेल कंपनी की नहीं होती है.

Gaya
सूरज, डिलीवरी मैन

लीकेज की जांच करना न भूलें
सिलेंडर लेते समय हमेशा अच्छी तरह से उसे जांच लें. खास तौर पर गैस सिलेंडर के लीकेज की जांच करना तो बिल्कुल भी ना भूलें. ये ध्यान रहे कि कई बार गैस सिलेंडर नीचे की ओर गले हुए होते हैं. और गली हुई जगह से गैस लीक होने लगती है. सिलेंडर में जहां सील लगी होती है, सील हटाकर भी लीकेज की जांच कर लें.

Gaya
सत्यावती देवी

खुद सिलेंडर लाने पर ही मिलेंगे पैसे
बता दें कि अगर आप अपना गैस सिलेंडर गोदाम से खुद ही लेकर आते हैं तो आप सिलेंडर की कीमत में से डिलीवरी चार्ज कम करवा सकते हैं. क्योंकि गैस एजेंसी आपके घर सिलेंडर पहुंचाने के लिए डिलीवरी चार्ज वसूल करती है. वह चार्ज गैस सिलेंडर की कीमत में ही जुड़ा होता है. इस समय डिलीवरी चार्ज 19.50 रुपये है.

Gaya
सोनम

इस नंबर पर दर्ज करा सकते हैं शिकायत
अगर आपको गैस सिलेंडर से जुड़ी कोई दिक्कत आ रही है तो आप आप टोल फ्री नंबर 18002333555 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

गया: पीएम उज्ज्वला योजना के तहत जिले के अधिकतर परिवारों को एलपीजी गैस कनेक्शन से जोड़ा जा रहा है. हालांकि महानगरों में तो अब काफी हद तक पीएनजी (पाइप लाइन वाली रसोई गैस) का इस्तेमाल होने लगा है. फिर भी बड़ी संख्या में कई ऐसे घर हैं. जहां रसोई का चूल्हा गैस सिलेंडर से ही जलता है.

वहीं, सिलेंडर लेते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. इससे जिले के अधिकतर लोग अभी पूरी तरह वाकिफ नहीं हैं. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने गया के शहमीर तकिया इलाके में डोर-टू-डोर जाकर लोगों को गैस सिलेंडर से जुड़ी तमाम बातों की जानकारी दी.

Gaya
घर में जलता चूल्हा

ईटीवी भारत ने लोगों को किया जागरूक
ईटीवी भारती की टीम गैस सिलेंडर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए शुक्रवार को शहमीर तकिया इलाके में पहुंची. यहां लोगों में गैस सिलेंडर के प्रति जागरूकता का आभाव दिखा. यहां घर की महिलाएं के अलावा शिक्षित पुरुष भी बिना जांचे परखे गैस ले रहे थे. यहां डिलीवरी मैन ने बताया मैं और मेरा सहयोगी हर दिन के कोटे के हिसाब से टेम्पो पर गैस सिलेंडर लेकर शहमीर तकिया पहुंचते हैं. यहां डोर-टू-डोर किचन तक जाकर गैस सिलेंडर पहुंचाते हैं. हम पहले सिलेंडर का वजन करते हैं. सिलेंडर की एक्सपायरी डेट देखते है और लीकेज चेक करने के बाद कस्टमर को पूरी तरह संतुष्ट कर प्री-डिलीवरी रजिस्टर पर हस्ताक्षर करवाते हैं.

Gaya
सिलेंडर देने जाता डिलीवरी मैन

लोगों को जागरूक करती हैं सत्यावती
शहमीर तकिया इलाके की सोनम बताती हैं कि मुझे कुछ नहीं पता, हम तो बस गैस लेते हैं और रेगुलेटर लागकर खाना बनाते हैं. बांकी कोई जानकारी नही है. वही, सत्यावती देवी बताती हैं कि बीते दिनों मेरे घर में गैस लीकेज होने के कारण घटना घटित हो चुकी है. तब से वह इसके प्रति जागरूक रहती हैं. सिलेंडर लेते वक्त पूरी तरह जांचने के बाद ही घर ले जाती हैं. उन्होंने कहा कि वह दूसरों को भी जागरूक कर रही हैं. ताकि किसी के घर में सिलेंजर से कोई हादसा नहीं हो.

पेश है रिपोर्ट

गैस सिलेंडर की एक्सपायरी जरूर चेक करें
जैसे खाने-पीने के सामान और दवाओं की एक्सपायरी डेट होती है. उसी तरह गैस सिलेंडर की भी एक्सपायरी डेट होती है. एक्सपायरी निकलने पर गैस सिलेंडर आपके लिए खतरनाक हो सकता है. जब भी आप एजेंसी से या फिर डिलीवरीमैन से गैस सिलेंडर लें तो उस पर लिखी हुई एक्सपायरी डेट देखना नहीं भूलें. बता दें कि सिलेंडर की एक्सपायरी डेट खत्म होने के बाद उसमें लगी सील की पकड़ कमजोर होने लगती है. जिससे गैस लीक होने लगती है. इस कारण सिलेंडर फटने का डर बना रहता है. एक्सपायर सिलेंडरों की तेल कंपनियां फिर से जांच करती हैं और जांच करके सिलेंडर पर नई तारीख डाली जाती है.

Gaya
सिलेंडर का वजन करता डिलीवरी मैन

इस तरह पहचानें एक्सपायरी डेट
बता दें कि एक्सपायरी डेट एक कोड में लिखी होती है. इस कोड में सिलेंडर के एक्सपायर होने का महीना और साल लिखा होता है. गैस कंपनियां पूरे साल को चार हिस्सों में बांट देती हैं. जनवरी-फरवरी-मार्च तक के लिए (A) अप्रैल-मई-जून के लिए (B), जुलाई-अगस्त-सितंबर के लिए (C) और अक्टूबर-नवंबर-दिसंबर के लिए (D) कोड लिखा जाता है. उदाहरण के तौर पर अगर गैस सिलेंडर पर B.25. कोड डला हुआ है. इसका मतलब ये हुआ कि वह गैस सिलेंडर बी (B) यानी अप्रैल-मई-जून 2025 को एक्सपायर हो जाएगा. इस तारीख के बाद किसी भी तरह की दुर्घटना की जिम्मेदारी तेल कंपनी की नहीं होती है.

Gaya
सूरज, डिलीवरी मैन

लीकेज की जांच करना न भूलें
सिलेंडर लेते समय हमेशा अच्छी तरह से उसे जांच लें. खास तौर पर गैस सिलेंडर के लीकेज की जांच करना तो बिल्कुल भी ना भूलें. ये ध्यान रहे कि कई बार गैस सिलेंडर नीचे की ओर गले हुए होते हैं. और गली हुई जगह से गैस लीक होने लगती है. सिलेंडर में जहां सील लगी होती है, सील हटाकर भी लीकेज की जांच कर लें.

Gaya
सत्यावती देवी

खुद सिलेंडर लाने पर ही मिलेंगे पैसे
बता दें कि अगर आप अपना गैस सिलेंडर गोदाम से खुद ही लेकर आते हैं तो आप सिलेंडर की कीमत में से डिलीवरी चार्ज कम करवा सकते हैं. क्योंकि गैस एजेंसी आपके घर सिलेंडर पहुंचाने के लिए डिलीवरी चार्ज वसूल करती है. वह चार्ज गैस सिलेंडर की कीमत में ही जुड़ा होता है. इस समय डिलीवरी चार्ज 19.50 रुपये है.

Gaya
सोनम

इस नंबर पर दर्ज करा सकते हैं शिकायत
अगर आपको गैस सिलेंडर से जुड़ी कोई दिक्कत आ रही है तो आप आप टोल फ्री नंबर 18002333555 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं.

Intro:आधुनिक युग की शुरुआत देश लगभग 2000 ई से शुरू हुआ,धीरे धीरे आमजनों तक हाथों में मोबाइल और घर मे एलपीजी गैस सिलेंडर व चूल्हा पहुँच गया। वर्तमान सरकार के उज्ज्वला योजना गैस चूल्हा को घर घर तक पहुँचा दिया है। चूल्हा तो घर तक पहुँच गया लेकिन इसके सुरक्षा को लेकर बहुत कम लोग जागरूक है। ईटीवी भारत एलपीजी गैस सिलेंडर के डिलीवरी लेते समय कौन से पैमाने का ध्यान रखा जाए उसका पूरा जानकारी देगा।


Body:गया के शहमीर तकिया मुहल्ला, बडी आबादी का मुहल्ला है यहां ज्यादातर लोग पहाड़ो पर संकीर्ण गलियों बसे हैं। ईटीवी भारत गैस वेंडर सूरज के साथ शाहमीर तकिया मुहल्ला में लोगो से बातचीत किया। घर के महिलाएं तो छोड़िए शिक्षित पुरुष तक गैस बिना जांच परखे ले रहे थे। लोगो मे गैस सिलेंडर के सेफ्टी को लेकर जागरूकता कमी है यही वजह है छोटी गलतियां एक दिन बड़ा रूप लेकर सब कुछ खत्म कर देती हैं। खैर अब आपको ईटीवी भारत बताएगा वेंडर से गैस लेते हुए क्या क्या जांच करे।

गैस सिलेंडर वेंडर से लेने से पहले चार पैमानों पर परखे, ग्राहक सिलेंडर पर लगा कंपनी का सील देखें अगर सिलेंडर सील ना होने तो डिलीवरी ना लें। सिलेंडर देने से पहले वेंडर के कांटे यानी तराजू से इसका वजन कर ले। अगर वजन कम हो इसकी शिकायत गैस एजेंसी में करे और गैस न ले। लीकेज के दो स्तर पर जांच करें, वल्ब का पिन चेक करें और फिर इस वल्व में लगे काले रंग के ओ- रिंग को देखें।यदि रेगुलेटर लगाते ही लीकेज हो तो वेंडर को गैस सिलेंडर वापस कर दे।

गैस सिलेंडर वेंडर ने बताया मैं और मेरा सहयोगी हर दिन के कोटे के हिसाब से टेम्पू पर गैस सिलेंडर लेकर शहमीर तकिया पहुँचते हैं। लगे नंबर के अनुसार घर तक किसी किसी के यहां किचन तक जाकर गैस सिलेंडर पहुँचाते हैं। बहुत लोगो को इसके बारे जागरूकता नही है उनको बताने से कोई असर नही होता है वो बिना जांचे परखे लेते हैं कुछ लोग गैस सिलेंडर का वजन करके, सिलेंडर का एक्सपायरी डेट देखते है, लीकेज को देखते हैं हमलोग भी उनको पूरा संतुष्ट कर प्रि डिलीवरी रजिस्टर पर हस्ताक्षर लेते हैं।

सबसे पहले ग्राहक को गैस सिलेंडर लेने से पहले चार पैमाने से जांच करना चाहिए उसके साथ ही गैस सिलेंडर का एक्सपायरी डेट देखना चाहिए हर गैस सिलेंडर पर b-20 लिखा होता हो वो उसमे एक्सपायरी डेट दिया होता है। अभी के माह के लिए सी-19 और डी- 19 के सिलेंडर एक्सपायरी हो गया है कोई वेंडर से गैस ले तो अब a-20,b_20 से क्रमशः आगे जितने साल तक हो वो सिलेंडर को उपयोग में लाये।

ग्राहक सिलेंडर को चेक करने के लिए सिलेंडर के वल्व में पानी डाल देते है उसे वल्व में लगा रबर रिंग ढीला हो जाता है। उसमें पानी नही निकलता है। गैस सिलेंडर खत्म होने पर गैस को झुककर या लेटाकर उसका उपयोग नही करे।

सरकार अब वेंडरों को प्रि डिलीवरी रजिस्टर को दिया है इसमें टंकी नंबर, एक्सपायरी डेट, वजन, गैस लीकेज कर रहा है या नही और गैस के वल्व में ओ रिंग हैं न , ग्राहक इन सब चेक कर ही उस पुस्तिका पर अपना हस्ताक्षर करे।

शहमीर तकिया मुहल्ला का सोनम गैस डिलीवरी के लिए आई थीं , उन्होंने ने बताया मुझे ये सब कुछ नही पता हम तो बस गैस लेते हैं और रेगुलेटर लागकर खाना बनाते हैं। मुझे ये सब कोई जानकारी नही है।

वही इसी मुहल्ला के रहने वाली सत्यावती देवी बताती है सब काम छोड़कर , वेंडर गैस लेकर आता है उसे पूरा जांच कर संतुष्ट होकर तब गेस को रेगुलेटर से लगाते हैं। हम वजन भज देखते हैं, एक्सपायरी डेट, और लीकेज देखते हैं। मेरे घर गैस लीकेज से घटना हुआ तब से इसके प्रति जागरूक रहते हैं। मेरे प्रयास रहता है ज्यादा से ज्यादा लोग जागरूक हो।


Conclusion:इन पैमानों के जांच के बाद नियमित एक अंतराल पर गैस चूल्हा का साफ सफाई करना चाहिए या करवना चाहिए, समय अंतराल पर सर्विस पाइप बदलना चाहिए और रेगुलेटर का जांच करना चाहिए।

बाइट - वीडियो क्रमशः है। तीन बाइट है।
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