गया: शहर से हर दिन निकलनेवाले 250 टन कचरे को गया नगर निगम निष्पादन करने के बजाय डंप करता है. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रसारित किया था. मंगलवार को इस खबर का असर हुआ है. शहर के नैली डंपिंग यार्ड में मेयर, डिप्टी मेयर और नगर आयुक्त ने आला अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद गया नगर निगम ने फैसला लिया है कि 6 माह के अंदर मशीन लगाकर कचरा से खाद और रस्सी बनाई जाएगी.
मेयर विरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान, डिप्टी मेयर अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव, नगर आयुक्त सावन कुमार, स्थायी समिति के सदस्य विनोद यादव, पार्षद प्रतिनिधि अरुण कुमार उर्फ लाला और नोडल पदाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिन्हा के साथ शहर के नैली स्थित डंपिंग यार्ड पहुंचे. उन्होंने कचरा के निष्पादन के लिए आवश्यक निर्देश दिया.
एक सप्ताह पहले निगम की पांच सदस्यीय टीम दिल्ली, भोपाल और इंदौर गई थी. टीम ने वहां कचरा निष्पादन के बारे में जानकारी ली. इस जानकारी के आधार पर गया से हर दिन निकलने वाले 250 टन कचरे के निष्पादन के लिए योजना बनाई जाएगी. मेयर गणेश पासवान ने कहा "कचरे के निष्पादन के लिए डंपिंग ग्राउंड का स्थल निरीक्षण किया गया है. जल्द ही कचरा निष्पादन के लिए मशीन लगाई जाएगी."
"कचरा निष्पादन हेतु मशीन लगाने के लिए एक साल का समय तय किया गया है. उम्मीद है कि 6 माह के अंदर मशीन लगा दी जाएगी. कचरा से जैविक खाद बनाने के साथ-साथ रस्सी तैयार करने पर भी काम चलेगा. इससे रोजगार के अवसर बनेंगे. कुछ माह में गया शहर बिहार का सबसे स्वच्छ और सुंदर शहर दिखेगा."- मोहन श्रीवास्तव, डिप्टी मेयर