गया: चीन में इंटरनेशल बिजनेस स्टडी की पढ़ाई करने गए गया के छात्र अमन नागसेन (Aman Nagsen) का शव (Dead Body) गया कब आएगा. इसकी जानकारी सरकार या जिला प्रशासन (District Administration) ने परिजनों को अभी तक नही दी है. इस हत्याकांड की घटना की सूचना छात्र के परिजनों को 30 जुलाई को दी गई. इसके बाद से परिजन बीते 13 दिन से शव आने के इंतजार में अपने घर पर बैठे हुए हैं.
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मृतक के चाचा पंकज पासवान ने बताया कि मेरे परिवार में किसी को पता नहीं है कि मेरे लाल के शव का अंतिम दर्शन कब होगा. सरकार अमन नागसेन का शव लाने में कभी गंभीर नहीं रही है. अगर गंभीर रहती तो मुझे बताया जाता कि मेरे बेटे का शव कब आएगा.
इंडियन एमबेंसी ने मुझे 5 दिन पूर्व सूचना दी थी कि 13 अगस्त की सुबह में नागसेन का शव दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच जाएगा. लेकिन अभी तक सरकार और जिला प्रशासन ने मुझे कोई सूचना नहीं दी है कि, मेरे बेटे का शव दिल्ली से गया मेरे घर तक कैसे और कब पहुंचेगा. पहले सरकार 2 देशों का मामला बताकर हम लोग को जानकारी नहीं दे रही थी. अब तो मामला अपने देश का है तब भी सरकार मुझे जानकारी नहीं दे रही है.' : पंकज पासवान, मृतक के चाचा
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'शव आने का इंतजार इतना लंबा होते जा रहा है कि हमलोग अंदर से टूट जा रहे हैं. सरकार और जिला प्रशासन ने हमलोग को फिजीकली और विभागीय सपोर्ट नहीं किया. अब बस इंतजार में है कि किसी तरह मेरे बेटे का शव मुझे जल्द दे दिया जाए. उसके बाद सरकार से मुझे कुछ नहीं चाहिए. हमने अपने तरफ से शव का अंतिम संस्कार करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है.' : पंकज पासवान, मृतक के चाचा
इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि मैं जब बिहार भवन में इसकी जानकारी लिया तो बिहार भवन ने इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दिया है. उन्होंने बताया है कि मुझे भी जानकारी नहीं है कि शव कैसे जाएगी और कब पहुंचेगी. अपने बेटे का दीदार करने के लिए पिछले 13 दिनों से हम लोग भूखे प्यासे बैठे हैं अब आंख से आंसू भी सूख गए हैं.
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अमन नागसेन गया जिले के परैया प्रखंड के मंगरावां पंचायत स्थित कष्ठुआ के रहनेवाले थे. उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव में होगा. दाह संस्कार करने को लेकर स्थानीय स्तर पर तैयारी चल रही है. ग्रामीणों के द्वारा आपसी सहयोग से मोरहर नदी तट पर गांव से कुछ दूरी पर घाट बनाया जा रहा है. उस घाट पर ईंट से पक्का चबूतरा का निर्माण किया जा रहा है.
बता दें कि छात्र अमन नागसेन चीन के यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में इंटरनेशनल बिजनेस स्टडी की पढ़ाई करने के लिए गया हुआ था. जहां 23 जुलाई को उसकी हत्या कर दी गई. मृतक छात्र के परिजन बीते 30 जुलाई से सरकार से शव को स्वदेश लाने की गुहार लगा रहे हैं. शव लाने की सही जानकारी अब तक परिजनों को नहीं दी गयी है. परिजनों की मांग है कि अमन नागसेन का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाए.
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