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मिथिला में बने आजादी आंदोलन पार्क ताकि बलिदानियों को किया जा सके याद: भाकपा माले - etv news

भाकपा माले के ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर मिथिला में आजादी आंदोलन का धरोहर नेशनल स्कूल का सरकार से पुनरुद्धार करने की मांग की है. 25 दिसंबर को मिथिला के इतिहास के जानकारों, नागरिकों की एक विशेष बैठक होगी जिसमें विस्तृत कार्ययोजना बनायी जाएगी.

आजादी आंदोलन पार्क बनाने की मांग
आजादी आंदोलन पार्क बनाने की मांग
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Published : Dec 11, 2021, 5:55 PM IST

दरभंगा: भाकपा माले के ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा (CPI ML Bureau Member Dhirendra Jha) ने आजादी के 75 वर्ष (75 Years of Independence) के मौके पर दरभंगा में आजादी पार्क बनाने की मांग की है. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि पार्क में दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर तीन तीनों जिलों के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों के योगदानों को दर्शाया जाय.

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दरअसल, भाकपा माले के ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा दरभंगा में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मिथिला में आजादी आंदोलन के सम्पूर्ण अध्याय को जन-जन तक पहुंचाने के लिये जन अभियान चलाने की जरूरत है.

भाकपा माले का संवाददाता सम्मेलन

'समाज की नई पीढ़ी इससे अछूता है. भाकपा माले की कोशिश होगी कि इस दिशा में व्यापक मंच बने. मिथिला के आजादी आंदोलन में योगदान के हर सूत्र को इकट्ठा करें और उसे समाज में ले जायें. देश की आजादी में दरभंगा आंदोलन का बड़ा केंद्र था.' - धीरेंद्र झा, भाकपा माले के ब्यूरो सदस्य

'1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में बड़ी संख्या में लोगों ने कुर्बानियां और गिरफ्तारियां दीं. लेकिन, तकलीफ की बात है कि आजादी आंदोलन का केंद्र नेशनल स्कूल खंडहर बना हुआ है. यह सरकार की उपेक्षा का बड़ा सबूत है. यह अपने धरोहर के प्रति नागरिक समाज की जागरूकता की कमी का दस्तावेज भी है.'- धीरेंद्र झा, भाकपा माले के ब्यूरो सदस्य

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उन्होंने कहा कि इतिहास को विकृत-प्रदूषित करने के इस दौर में अपने इतिहास को बचाना और उसे जन-जन तक पहुंचाना बड़ा कार्यभार है. इस महत्वपूर्ण कार्यभार को पूरा करने का संकल्प मिथिलावासियों को लेना होगा. इस दिशा में व्यापक मंच बनाने की पहल भाकपा माले करेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी 25 दिसंबर को मिथिला के इतिहास के जानकारों, नागरिकों, सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों की एक विशेष बैठक होगी जिसमें विस्तृत कार्ययोजना बनायी जाएगी.

भाकपा माले के ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि नेशनल स्कूल सहित स्वाधीनता आंदोलन के अन्य धरोहरों-व्यक्तियों को पुनर्स्थापित करने को लेकर इस मंच से जन अभियान तेज किया जाएगा. आजादी आंदोलन के भूले-बिसरे लोगों को भी सामने लाया जाएगा. आजादी आंदोलन के समय दरभंगा तिरहुत कमिश्नरी का एक जिला था. जिससे, आज दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर तीन जिले बने हुए हैं. इसलिये दरभंगा में आजादी पार्क बने. जिसमें तीनों जिलों के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों के योगदानों को दर्शाया जाय.

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दरभंगा: भाकपा माले के ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा (CPI ML Bureau Member Dhirendra Jha) ने आजादी के 75 वर्ष (75 Years of Independence) के मौके पर दरभंगा में आजादी पार्क बनाने की मांग की है. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि पार्क में दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर तीन तीनों जिलों के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों के योगदानों को दर्शाया जाय.

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दरअसल, भाकपा माले के ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा दरभंगा में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मिथिला में आजादी आंदोलन के सम्पूर्ण अध्याय को जन-जन तक पहुंचाने के लिये जन अभियान चलाने की जरूरत है.

भाकपा माले का संवाददाता सम्मेलन

'समाज की नई पीढ़ी इससे अछूता है. भाकपा माले की कोशिश होगी कि इस दिशा में व्यापक मंच बने. मिथिला के आजादी आंदोलन में योगदान के हर सूत्र को इकट्ठा करें और उसे समाज में ले जायें. देश की आजादी में दरभंगा आंदोलन का बड़ा केंद्र था.' - धीरेंद्र झा, भाकपा माले के ब्यूरो सदस्य

'1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में बड़ी संख्या में लोगों ने कुर्बानियां और गिरफ्तारियां दीं. लेकिन, तकलीफ की बात है कि आजादी आंदोलन का केंद्र नेशनल स्कूल खंडहर बना हुआ है. यह सरकार की उपेक्षा का बड़ा सबूत है. यह अपने धरोहर के प्रति नागरिक समाज की जागरूकता की कमी का दस्तावेज भी है.'- धीरेंद्र झा, भाकपा माले के ब्यूरो सदस्य

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उन्होंने कहा कि इतिहास को विकृत-प्रदूषित करने के इस दौर में अपने इतिहास को बचाना और उसे जन-जन तक पहुंचाना बड़ा कार्यभार है. इस महत्वपूर्ण कार्यभार को पूरा करने का संकल्प मिथिलावासियों को लेना होगा. इस दिशा में व्यापक मंच बनाने की पहल भाकपा माले करेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी 25 दिसंबर को मिथिला के इतिहास के जानकारों, नागरिकों, सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों की एक विशेष बैठक होगी जिसमें विस्तृत कार्ययोजना बनायी जाएगी.

भाकपा माले के ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि नेशनल स्कूल सहित स्वाधीनता आंदोलन के अन्य धरोहरों-व्यक्तियों को पुनर्स्थापित करने को लेकर इस मंच से जन अभियान तेज किया जाएगा. आजादी आंदोलन के भूले-बिसरे लोगों को भी सामने लाया जाएगा. आजादी आंदोलन के समय दरभंगा तिरहुत कमिश्नरी का एक जिला था. जिससे, आज दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर तीन जिले बने हुए हैं. इसलिये दरभंगा में आजादी पार्क बने. जिसमें तीनों जिलों के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों के योगदानों को दर्शाया जाय.

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