दरभंगा: शुक्रवार को जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन की अध्यक्षता में अंबेडकर सभागार में जिला स्वास्थ समिति की बैठक की गई. जिसमे वंडर ऐप कार्यक्रम की विस्तृत समीक्षा की गई. समीक्षा में कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भारी लापरवाही सामने आई. वहीं, बैठक में यह बात सामने आई कि एनीमिया के मरीज को आयरन की गोली नहीं खिलाई जाने के चलते, एनिमिया रोगियों की संख्या जिले में वृद्धि हो रही है.
जिसको लेकर जिलाधिकारी ने सभी महिलाओं को आयरन का सप्लीमेंट देने को कहा है. वहीं, बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि अगर चिकित्सक और कर्मियों की लापरवाही से एक भी मरीज के मृत्यु होती है, तो उनके बख्शा नहीं जाएगा.
दो प्रखंड के बीएचएम को पदमुक्त करने का निर्देश
जिले में अबतक 36528 गर्भवती महिलाओं का डाटा वंडर ऐप में दर्ज किया गया है. इसमें 13485 महिलाओं के गर्भावस्था के दौरान जटिलता उत्पन्न होने का अलर्ट जनरेट हुआ है. इसमें से 1282 रेड अलर्ट श्रेणी वाले मरीज हैं. बांकी 12203 यलो अलर्ट श्रेणी वाले मरीज हैं. जिलाधिकारी ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान अबतक 555 महिलाओं को जटिलता उत्पन्न हुई है. उन सभी को तुरंत समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई है. कहा कि घनश्यामपुर और हनुमान नगर के बीएचएम को काम में लापरवाही बरतने के चलते पदमुक्त करने का निर्देश दिया है.
ऐप के माध्यम से गर्भवती महिलाओं का हो रहा है समुचित इलाज
उन्होंने कहा कि वंडर ऐप में गर्भवती महिलाओं के डेटा की प्रविष्टि किए जाने पर गर्भावस्था के दौरान किसी भी महिला को किसी प्रकार की जटिलता उत्पन्न होती है तो वंडर ऐप से अलर्ट हो जाता है. उक्त मरीज को तुरंत आकस्मिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना आसान हो जाता है. इस तकनीक को अपनाने से गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशु की जान पर खतरा कम हो जाता है. उन्होंने कहा कि गंभीर मरीजों की चिकित्सा और उन्हें रेफर किए जाने में कौन-कौन सी सावधानियां बरती जानी है, ये सभी बातें ऐप में मौजूद हैं.