दरभंगा: बड़ी संख्या में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद देश भर में चर्चा में आए तब्लीगी जमात के मौलवियों की खोज अब भी जारी है. इसी के तहत जिले के बेनीपुर प्रखंड के देवराम अमैठी पंचायत के नवटोलिया मदरसा में रह रहे जमात से जुड़े पश्चिम बंगाल के 12 मौलवियों की पहचान की गई है. बहेड़ा पीएचसी के डॉक्टरों की एक टीम ने इनकी जांच करने के बाद इन्हें उसी मदरसा में क्वारेंटाइन किया है. इनका संबंध दिल्ली के निजामुद्दीन वाले तब्लीगी जमात से है या नहीं इसकी जांच की जा रही है.
पंचायत की मुखिया संजीदा खातून ने दी सूचना
बेनीपुर एसडीपीओ उमेश कुमार ने मामले की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि देवराम अमैठी पंचायत की मुखिया संजीदा खातून ने इनकी सूचना दी थी. मुखिया ने एसडीओ को मौलवियों के पश्चिम बंगाल से यहां आकर रहने की जानकारी दी थी. डीएम के निर्देश के बाद बहेड़ा पीएचसी के तीन डॉक्टरों ने इनकी जांच कर इन्हें क्वारेंटाइन किया है. इनके मूल रूप से कोलकाता के निवासी होने की जानकारी दी गई है. इनके बारे में तमाम जानकारियां जुटाने के लिए जांच की जा रही है.
5 अप्रैल की शाम को मिली जानकारी
बता दें कि जिला प्रशासन तब्लीगी मरकज की जमात से जुड़े लोगों की लगातार तलाश कर रहा है. जानकारी के अनुसार मरकज से जुड़े चार ग्रुप दरभंगा पहुंचे थे, जिनमें से तीन ग्रुप की पहचान कर उन्हें क्वारेंटाइन कर दिया गया था. लेकिन चौथे ग्रुप के बारे में कोई भी सूचना नहीं मिल रही थी. काफी खोजबीन के बाद 5 अप्रैल की शाम को इनकी जानकारी मिल सकी. उसके बाद इन्हें क्वारेंटाइन किया गया.