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जन क्रांति मोर्चा के आंदोलनकारियों की मांग- रेल इजन कारखाने में  70% स्थानीय युवाओं को मिले रोजगार

आंदोलनकारी स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं देने और यहां के बन रहे डीजल इंजनो पर मरहौरा की जगह रोजा का नाम अंकित करने का विरोध कर रहे थे.

प्रदर्शन करते आंदोलनकारी
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Published : Feb 20, 2019, 5:51 PM IST

छ्पराः मरहौरा में डीजल इंजन कारखाने के गेट पर जन क्रांति मोर्चा के बैनर तले हजारों किसानों और स्थानीय निवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया. ये लोगस्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं देने और यहां केबन रहेडीजल इंजनों पर मरहौरा कीजगह रोजा का नाम अंकित करनेका विरोध कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए स्थानीय पुलिसकाफी संख्या में तैनात थी.

आंदोलनकारियों की मांगहैकिइस रेल इजन कारखाने में 70% स्थानीय युवाओं को रोजगार मिले. इसके साथ ही जिन किसानों की जमीन इसमें ली गईहै, उन्हें बकाया मुआवजा का जल्द से जल्द भुगतान किया जाए. सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि यहां बने रेल इंजनों पर मरहौरा का नाम अंकित करना है. इसी मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की.

आंदोलनकारियोंको मिला आश्वासन
हालांकि प्रदर्शनकारियों के साथजीई प्रबंधन, मरहौरा एसडीओ और प्रभारी निरीक्षक मरहौरा थाना के साथ हुई बैठक के बादआंदोलनकारियों ने धरना समाप्त कर दिया.जीई प्रबंधन ने आंदोलनकारियोंको इस मुद्दे पर आश्वासन दियाकि रेल मंत्रालय को पत्र लिखा गया है.करीब एक घंटे तक चलीइस वार्ता के बाद जीई प्रबंधन के आश्वासन पर आंदोलनकारियों ने शनिवार तक धरना को स्थगित कर दिया है.

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बयान देते आंदोलनकारी

दोबारा होगीबैठक
शनिवार को प्रबंधन और आंदोलनकारियों के बीच एक बार फिर बैठक होगी. इस बैठक के निर्णय के आलोक में आगे की कार्रवाई की दिशा निर्धारित की जाएगी. आंदोलनकारियों ने कहा किजीई प्रबन्धन ने हमारी मागोंको मानने के लिये कुछ समय लिया है. उसके बाद हम आगे की रुप रेखा तय करेगें.आंदोलनकारियों ने कहा कियह हमारी पहली जीत है.जब तक हमारी सभी मांगोंको नहीं मान लिया जाता, तब तकहमारा आंदोलन जारी रहेगा.

छ्पराः मरहौरा में डीजल इंजन कारखाने के गेट पर जन क्रांति मोर्चा के बैनर तले हजारों किसानों और स्थानीय निवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया. ये लोगस्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं देने और यहां केबन रहेडीजल इंजनों पर मरहौरा कीजगह रोजा का नाम अंकित करनेका विरोध कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए स्थानीय पुलिसकाफी संख्या में तैनात थी.

आंदोलनकारियों की मांगहैकिइस रेल इजन कारखाने में 70% स्थानीय युवाओं को रोजगार मिले. इसके साथ ही जिन किसानों की जमीन इसमें ली गईहै, उन्हें बकाया मुआवजा का जल्द से जल्द भुगतान किया जाए. सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि यहां बने रेल इंजनों पर मरहौरा का नाम अंकित करना है. इसी मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की.

आंदोलनकारियोंको मिला आश्वासन
हालांकि प्रदर्शनकारियों के साथजीई प्रबंधन, मरहौरा एसडीओ और प्रभारी निरीक्षक मरहौरा थाना के साथ हुई बैठक के बादआंदोलनकारियों ने धरना समाप्त कर दिया.जीई प्रबंधन ने आंदोलनकारियोंको इस मुद्दे पर आश्वासन दियाकि रेल मंत्रालय को पत्र लिखा गया है.करीब एक घंटे तक चलीइस वार्ता के बाद जीई प्रबंधन के आश्वासन पर आंदोलनकारियों ने शनिवार तक धरना को स्थगित कर दिया है.

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बयान देते आंदोलनकारी

दोबारा होगीबैठक
शनिवार को प्रबंधन और आंदोलनकारियों के बीच एक बार फिर बैठक होगी. इस बैठक के निर्णय के आलोक में आगे की कार्रवाई की दिशा निर्धारित की जाएगी. आंदोलनकारियों ने कहा किजीई प्रबन्धन ने हमारी मागोंको मानने के लिये कुछ समय लिया है. उसके बाद हम आगे की रुप रेखा तय करेगें.आंदोलनकारियों ने कहा कियह हमारी पहली जीत है.जब तक हमारी सभी मांगोंको नहीं मान लिया जाता, तब तकहमारा आंदोलन जारी रहेगा.

Intro:जी ई प्रबंधन से वार्ता के बाद धरना स्थगित छ्परा।पंकज श्रीवास्तव ।छ्परा के मरहौरा मे डीजल इंजन कारखाने के गेट पर जन क्रांति मोर्चा के द्वारा आहुत धरना-प्रदर्शन मे हजारो किसानो और स्थानीय निवासियों ने स्थानीय युवाओं को रोजगार देने और यहा बन रहें डीजल इंजनो पर मरहौरा के जगह रोजा का नाम अंकित किया जाने का विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए स्थानीय पुलिस-प्रशासन काफी सख्या मे तैनात थे।


Body:पुलिस-प्रशासन के द्वारा जीई प्रबंधन और प्रदर्शनकारियों के बीचमर्हौरा एसडीओ के साथ प्रभारी निरीक्षक मर्हौरा थाना के साथ वार्ता की शुरुआत हुई ।करीब एक घंटे तक चले इस वार्ता के बाद जी ई प्रबंधन के आश्वासन पर आदोलन कारियों ने शनिवार तक धरना-प्रदर्शन को स्थगित कर दिया है ।शनिवार को प्रबंधन और आदोलन कारियों के बीच एक बार फिर बैठक होगी ।इस बैठक के निर्णय के आलोक मे आगे की कारवाई की दिशा निर्धारित की जाएगी ।आदोलन कारियो ने कहा की जी ई प्रबन्धन ने हमारी मागॉ को मानने के लिये कुछ समय लिया है।उसके बाद हम आगे की रुप रेखा तय करेगें ।


Conclusion:इधर आदोलन कारियों का कहना हैं की इस रेल इजन कारखाने में स्थानीय 70%युवाओं को रोजगार मिले ।इसके साथ ही जिन किसानों की जमीन गयी है उन्हे बकाया मुआवजा का जल्द से जल्द भुगतान किया जाय।सबसे बड़ा मुद्दा यहा पर बने रेल इंजनो पर मर हौरा करना है।वही जी ई प्रबंधन ने इस मुद्दे पर रेल मंत्रालय से।पत्र लिखा गया हैं ।वही आदोलन कारियों ने कहा की यह हमारी पहली जीत हैं ।और जब तक हमारी सभी मागो को नही मान लिया जाता हमारा आदोलन जारी रहेगा । बाईट परमात्मा राय,हर्ष वर्धन दीक्षित सहित अन्य नेताओं की ।
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