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VIDEO: जब मछली की जगह नदी में मिलने लगी शराब, दंग रह गई उत्पाद विभाग की टीम - ईटीवी भारत बिहार न्यूज

सारण जिले के दियारा इलाके में शराब के खिलाफ उत्पाद विभाग की कार्रवाई (Excise department action against liquor in Saran) लगातार जारी है. इसी क्रम में अवतार नगर में भारी मात्रा में देसी शराब को नष्ट किया गया. गंगा नदी में शराब बनाने के सामान को छिपा कर रखा गया था. जिसे उत्पाद विभाग की टीम ने नष्ट कर दिया.

Liquor kept in Ganga
Liquor kept in Ganga
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Published : May 15, 2022, 1:08 PM IST

छपरा: बिहार के सारण जिला अंतर्गत अवतार नगर क्षेत्र में सरयू नदी के पानी में मछली ना होकर शराब मिल रही है. यह सुनने में भले ही थोड़ी अजीब लगे लेकिन ऐसा हुआ है और यह शराब माफियाओं की देन है. दरअसल, दियारा इलाके में ड्रोन के जरिए छापेमारी से परेशान तस्कर अब गंगा नदी में शराब छिपा (Liquor kept in Ganga river recovered in Chapra) रहे हैं. उत्पाद विभाग को नदी में छिपे शराब को तलाशने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. हालांकि उत्पाद विभाग की छापेमारी नावों के जरिए लगातार हो रही है. गंगा नदी में तस्करों के द्वारा छिपाई गई शराब को जब्त किया गया है. इस शराब को ड्रोन से खोजना मुश्किल था लेकिन उत्पाद विभाग की टीम ने संदेह के आधार पर इस जगह को चिह्नित किया. उसके बाद छापेमारी की गयी.

ये भी पढ़ें: बिहार के सीएम नीतीश को रोककर बच्चे ने लगाई गुहार- 'सर हमको पढ़ना है, मेरे पापा शराब पी जाते हैं'

50000 लीटर अर्ध निर्मित देसी शराब नष्ट: छपरा के दियारा इलाके में शराब के खिलाफ छापेमारी लगातार जारी है. इसी क्रम में अवतार नगर में भारी मात्रा में देसी शराब को जब्त कर नष्ट किया गया. नदी में शराब बनाने के समान को छिपा कर रखा गया था. जिसे उत्पाद विभाग ने नाव से पहुंच कर नष्ट कर दिया. अवतार नगर थाना क्षेत्र में नदी में विशेष अभियान चलाया गया और इस अभियान के तहत 11 भाट्टियों को ध्वस्त किया गया और 50000 लीटर अर्ध निर्मित देसी शराब को नष्ट किया गया है. इसके साथ ही 300 किलो मीठा, के साथ देसी शराब बनाने का उपकरण और ड्रम इत्यादि भी बरामद किया गया है. 200 लीटर तैयार देसी शराब भी बरामद हुआ.

पुलिस की नाक के नीचे अवैध कारोबार: वहीं, इस अभियान के तहत दूसरी छापेमारी छपरा शहर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के घोष कॉलोनी में हुई है. जहां 11 भाटियों को ध्वस्त किया गया है. इस छापेमारी का सबसे आश्चर्यजनक पहलू यह है कि घोष कॉलोनी छपरा का एक संभ्रांत मोहल्ला माना जाता है. यहां पर कई तरह के बड़े स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थान हैं. इस तरह शराब कारोबारियों द्वारा शराब बनाने की घटना यह साबित हो जाता है कि पुलिस की नाक के नीचे अवैध कारोबार हो रहा है.

उत्पाद अधीक्षक रजनीश कुमार ने बताया कि ड्रोन के जरिए छापेमारी के क्रम में नदी के अंदर शराब छिपा कर रखे जाने की संभावना दिखाई पड़ी. इसके बाद विभाग की टीम ने उसे वहां पहुंची और छापेमारी की. हालांकि इस दौरान शराब तस्कर फरार होने में सफल रहे. उत्पाद विभाग की टीम ने गंगा नदी के अंदर से सैकड़ों बोरियों में हजारों लीटर शराब और शराब निर्माण की सामग्री बरामद की और उसे मौके पर ही नष्ट कर दिया. शराब तस्करों की इस हरकत से उत्पाद विभाग हैरत में है, उसे अपनी छापेमारी को और तेज कर दिया है.

ये भी पढ़ें: मोतिहारी में केके पाठक ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश, कहा- 'शराब काराबारियों के खिलाफ कार्रवाई करें तेज'

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छपरा: बिहार के सारण जिला अंतर्गत अवतार नगर क्षेत्र में सरयू नदी के पानी में मछली ना होकर शराब मिल रही है. यह सुनने में भले ही थोड़ी अजीब लगे लेकिन ऐसा हुआ है और यह शराब माफियाओं की देन है. दरअसल, दियारा इलाके में ड्रोन के जरिए छापेमारी से परेशान तस्कर अब गंगा नदी में शराब छिपा (Liquor kept in Ganga river recovered in Chapra) रहे हैं. उत्पाद विभाग को नदी में छिपे शराब को तलाशने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. हालांकि उत्पाद विभाग की छापेमारी नावों के जरिए लगातार हो रही है. गंगा नदी में तस्करों के द्वारा छिपाई गई शराब को जब्त किया गया है. इस शराब को ड्रोन से खोजना मुश्किल था लेकिन उत्पाद विभाग की टीम ने संदेह के आधार पर इस जगह को चिह्नित किया. उसके बाद छापेमारी की गयी.

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50000 लीटर अर्ध निर्मित देसी शराब नष्ट: छपरा के दियारा इलाके में शराब के खिलाफ छापेमारी लगातार जारी है. इसी क्रम में अवतार नगर में भारी मात्रा में देसी शराब को जब्त कर नष्ट किया गया. नदी में शराब बनाने के समान को छिपा कर रखा गया था. जिसे उत्पाद विभाग ने नाव से पहुंच कर नष्ट कर दिया. अवतार नगर थाना क्षेत्र में नदी में विशेष अभियान चलाया गया और इस अभियान के तहत 11 भाट्टियों को ध्वस्त किया गया और 50000 लीटर अर्ध निर्मित देसी शराब को नष्ट किया गया है. इसके साथ ही 300 किलो मीठा, के साथ देसी शराब बनाने का उपकरण और ड्रम इत्यादि भी बरामद किया गया है. 200 लीटर तैयार देसी शराब भी बरामद हुआ.

पुलिस की नाक के नीचे अवैध कारोबार: वहीं, इस अभियान के तहत दूसरी छापेमारी छपरा शहर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के घोष कॉलोनी में हुई है. जहां 11 भाटियों को ध्वस्त किया गया है. इस छापेमारी का सबसे आश्चर्यजनक पहलू यह है कि घोष कॉलोनी छपरा का एक संभ्रांत मोहल्ला माना जाता है. यहां पर कई तरह के बड़े स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थान हैं. इस तरह शराब कारोबारियों द्वारा शराब बनाने की घटना यह साबित हो जाता है कि पुलिस की नाक के नीचे अवैध कारोबार हो रहा है.

उत्पाद अधीक्षक रजनीश कुमार ने बताया कि ड्रोन के जरिए छापेमारी के क्रम में नदी के अंदर शराब छिपा कर रखे जाने की संभावना दिखाई पड़ी. इसके बाद विभाग की टीम ने उसे वहां पहुंची और छापेमारी की. हालांकि इस दौरान शराब तस्कर फरार होने में सफल रहे. उत्पाद विभाग की टीम ने गंगा नदी के अंदर से सैकड़ों बोरियों में हजारों लीटर शराब और शराब निर्माण की सामग्री बरामद की और उसे मौके पर ही नष्ट कर दिया. शराब तस्करों की इस हरकत से उत्पाद विभाग हैरत में है, उसे अपनी छापेमारी को और तेज कर दिया है.

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