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375 एमएल शराब के कारण गया जेल, सीएम नीतीश से प्रेरित होना पड़ गया भारी - शराबबंदी कानून का साथ देनेवाला गिरफ्तार

बेगूसराय में शराबबंदी कानून का साथ देनेवाला गिरफ्तार हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाषण से प्रेरित होकर चेरिया बरियारपुर के दो व्यक्ति ने शराब की सूचना पुलिस को दी थी. लेकिन पुलिस ने उसे ही सलाखों के भीतर भेज दिया. ग्रामीण और जनप्रतिनिधि पुलिस का विरोध कर रहे हैं. पढ़ें रिपोर्ट...

बेगूसराय में शराब की सूचना देने पर भेजा गया जेल
बेगूसराय में शराब की सूचना देने पर भेजा गया जेल
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Published : Dec 29, 2021, 11:04 PM IST

बेगूसराय: बिहार में मुख्यमंत्री समाज सुधार अभियान को लेकर यात्रा कर रहे हैं. सीएम शराबबंदी कानून का सख्ती से पालन करने और करवाने के लिए कह भी रहे हैं. जिला प्रशासन भी लगातार आम जनों से शराब कारोबारियों को पकड़वाने की बात कर रही है. लेकिन बेगूसराय में सीएम नीतीश कुमार से प्रेरित होना एक व्यक्ति को महंगा पड़ गया. बेचारा व्यक्ति तो चला था शराबबंदी कानून में अपनी भागीदारी निभाने, लेकिन उसे ही उल्टा जेल जाना पड़ा (Supporter of Liquor Prohibition Law Arrested in Begusarai). पुलिस ने उसे ही शराब कारोबारी समझ लिया. अब वह सलाखों के भीतर है. गांव के मुखिया, ग्रामीण और परिजन उसे छोड़ने की गुहार लगा रहे हैं.

यह भी पढ़ें- CM के आने से पहले बेगूसराय अस्पताल में शराब की खाली बोतल मिलने से मचा बवाल, DM ने दिया जांच का आदेश

बता दें कि बेगूसराय में दो युवकों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाषण से प्रेरित होकर शराब की सूचना देना महंगा पड़ गया. पुलिस ने उसे सूचना देने के 3 दिनों के अंदर जेल भेज दिया. वहीं पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपी शराब कारोबारी हैं. पंचायत के मुखिया सहित कई ग्रामीण पुलिस का विरोध कर रहे हैं. जानकारी दें कि चेरिया बरियारपुर थाना प्रभारी सह प्रशिक्षु डीएसपी प्रभात रंजन ने बताया कि 26 दिसंबर को उक्त व्यक्ति के खेत से 375 एमएल की एक शराब की बोतल बरामद हुई थी. इसी मामले में बुधवार को उसकी गिरफ्तारी की गई. पुलिस ने अविनाश महतो और शशिभूषण महतो को गिरफ्तार किया है.

बेगूसराय में शराब की सूचना देने पर भेजा गया जेल

दरअसल, पंचायत के मुखिया आलोक भारती ने बताया कि यह कैसा कानून है. शराबबंदी कानून का साथ देनेवाला गिरफ्तार हो गया है. हमारे पंचायत के दोनों व्यक्तियों ने नीतीश कुमार के भाषण से प्रेरित होकर शराब की सूचना पुलिस को देकर शराबबंदी कानून में भागीदारी निभाई थी. वहीं पुलिस ने शराब कारोबारियों से मिलकर निर्दोष को ही जेल भेज दिया. इसी बात को लेकर बुधवार को उनके परिजन, पंचायत के मुखिया, सरपंच सहित कई लोगों ने दिनभर थाने का चक्कर भी लगाया. लोगों ने बताया कि चेरिया बरियारपुर थाना प्रभारी सह प्रशिक्षु डीएसपी प्रभात रंजन पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं.

ये भी पढ़ें- नए साल के लिए सहयोगी ही बढ़ा रहे CM नीतीश चुनौतियां, NDA नेताओं की बयानबाजी बनी सिरदर्द

बिहार में मद्य निषेध अर्थात् शराब से जुड़ी कोई भी शिकायत टोल फ्री नंबर 15545 पर की जा सकेगी.

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बेगूसराय: बिहार में मुख्यमंत्री समाज सुधार अभियान को लेकर यात्रा कर रहे हैं. सीएम शराबबंदी कानून का सख्ती से पालन करने और करवाने के लिए कह भी रहे हैं. जिला प्रशासन भी लगातार आम जनों से शराब कारोबारियों को पकड़वाने की बात कर रही है. लेकिन बेगूसराय में सीएम नीतीश कुमार से प्रेरित होना एक व्यक्ति को महंगा पड़ गया. बेचारा व्यक्ति तो चला था शराबबंदी कानून में अपनी भागीदारी निभाने, लेकिन उसे ही उल्टा जेल जाना पड़ा (Supporter of Liquor Prohibition Law Arrested in Begusarai). पुलिस ने उसे ही शराब कारोबारी समझ लिया. अब वह सलाखों के भीतर है. गांव के मुखिया, ग्रामीण और परिजन उसे छोड़ने की गुहार लगा रहे हैं.

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बता दें कि बेगूसराय में दो युवकों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाषण से प्रेरित होकर शराब की सूचना देना महंगा पड़ गया. पुलिस ने उसे सूचना देने के 3 दिनों के अंदर जेल भेज दिया. वहीं पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपी शराब कारोबारी हैं. पंचायत के मुखिया सहित कई ग्रामीण पुलिस का विरोध कर रहे हैं. जानकारी दें कि चेरिया बरियारपुर थाना प्रभारी सह प्रशिक्षु डीएसपी प्रभात रंजन ने बताया कि 26 दिसंबर को उक्त व्यक्ति के खेत से 375 एमएल की एक शराब की बोतल बरामद हुई थी. इसी मामले में बुधवार को उसकी गिरफ्तारी की गई. पुलिस ने अविनाश महतो और शशिभूषण महतो को गिरफ्तार किया है.

बेगूसराय में शराब की सूचना देने पर भेजा गया जेल

दरअसल, पंचायत के मुखिया आलोक भारती ने बताया कि यह कैसा कानून है. शराबबंदी कानून का साथ देनेवाला गिरफ्तार हो गया है. हमारे पंचायत के दोनों व्यक्तियों ने नीतीश कुमार के भाषण से प्रेरित होकर शराब की सूचना पुलिस को देकर शराबबंदी कानून में भागीदारी निभाई थी. वहीं पुलिस ने शराब कारोबारियों से मिलकर निर्दोष को ही जेल भेज दिया. इसी बात को लेकर बुधवार को उनके परिजन, पंचायत के मुखिया, सरपंच सहित कई लोगों ने दिनभर थाने का चक्कर भी लगाया. लोगों ने बताया कि चेरिया बरियारपुर थाना प्रभारी सह प्रशिक्षु डीएसपी प्रभात रंजन पर पहले भी कई आरोप लग चुके हैं.

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