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भूले-बिछड़े और अनाथ बच्चों की पनाहगार बनेगी ये समिति, 18 जिलों में किया गया गठन - भूले बिछड़े और अनाथ बच्चों की पनाहगार बनेगी ये समिति

बेगूसराय जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने कहा कि वह बाल कल्याण समिति का पूरा सहयोग करेंगे. इस काम में जो भी समस्याएं आएंगी, उसका समाधान करने का प्रयास करेंगे.

बाल कल्याण समिति
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Published : Sep 12, 2019, 10:05 AM IST

बेगूसराय: जिले के समाज कल्याण विभाग ने 18 साल तक के भूले-बिछड़े और अनाथ बच्चों को संरक्षण देने की पहल की है. विभाग ने इसके लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है. वहीं, इस पहल के बाद लोग विभाग की काफी प्रशंसा कर रहे हैं.

Begusarai
समिति की अध्यक्ष संगीता कुमारी

18 जिलों में कमेटी का गठन
गौरतलब है कि पिछले डेढ़ सालों से जिले में ये कमेटी भंग चल रही थी, जिसके चलते भूले-बिछड़े और अनाथ बच्चों का संरक्षण नहीं हो पा रहा था. इसको ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार के समाज कल्याण विभाग ने बेगूसराय समेत राज्य के 18 अन्य जिलों में ऐसे बच्चों के संरक्षण के लिए बाल कल्याण समिति का गठन किया है. यह समिति 1 से 18 साल तक के बच्चों का संरक्षण करेगी.

Begusarai dm
जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा

मां-बाप से मिलाने का प्रयास करेगी समिति
समिति की अध्यक्ष संगीता कुमारी ने बताया कि बच्चों की देखरेख, संरक्षण के लिए बने किशोर न्याय अधिनियम 2015, बिहार किशोर न्याय नियमावली 2017 के नियम 15 के निहित प्रावधानों के तहत समाज कल्याण विभाग के जरिए बाल कल्याण समिति का गठन किया जाता है. उन्होंने बताया कि समिति बच्चों के अधिकार और उनके हक के लिए काम करती है. इसके तहत अनाथ और मां-बाप से बिछड़े बच्चों की देखरेख की जाती है. इसके साथ ही समिति मां-बाप से बिछड़े बच्चों को वापस मिलाने का प्रयास करती है.

भूले बिछड़े और अनाथ बच्चों की पनाहगार बनेगी बाल कल्याण समिति

सरकार के उद्देश्यों को मिलेगा बल
अध्यक्ष ने बताया कि समिति के गठन से सरकार के उद्देश्यों को बल मिलेगा. साथ ही बाल संरक्षण कानून ठीक ढंग से काम कर सकेगा. उन्होंने कहा कि विभाग ने उन्हें बेगूसराय समिति के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है. जिसका वह बखूबी निर्वहन करेंगी. उन्होंने बताया कि पुष्पा कुमारी और प्रीति कुमारी को सदस्य बनाया गया है. इन लोगों का कहना है कि बच्चों के संरक्षण के लिए पूरी तत्परता से काम करेंगी. वहीं, बेगूसराय जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने कहा कि वह बाल कल्याण समिति का पूरा सहयोग करेंगे. इस काम में जो भी समस्याएं आएंगी, उसका समाधान करने का प्रयास करेंगे.

बेगूसराय: जिले के समाज कल्याण विभाग ने 18 साल तक के भूले-बिछड़े और अनाथ बच्चों को संरक्षण देने की पहल की है. विभाग ने इसके लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है. वहीं, इस पहल के बाद लोग विभाग की काफी प्रशंसा कर रहे हैं.

Begusarai
समिति की अध्यक्ष संगीता कुमारी

18 जिलों में कमेटी का गठन
गौरतलब है कि पिछले डेढ़ सालों से जिले में ये कमेटी भंग चल रही थी, जिसके चलते भूले-बिछड़े और अनाथ बच्चों का संरक्षण नहीं हो पा रहा था. इसको ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार के समाज कल्याण विभाग ने बेगूसराय समेत राज्य के 18 अन्य जिलों में ऐसे बच्चों के संरक्षण के लिए बाल कल्याण समिति का गठन किया है. यह समिति 1 से 18 साल तक के बच्चों का संरक्षण करेगी.

Begusarai dm
जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा

मां-बाप से मिलाने का प्रयास करेगी समिति
समिति की अध्यक्ष संगीता कुमारी ने बताया कि बच्चों की देखरेख, संरक्षण के लिए बने किशोर न्याय अधिनियम 2015, बिहार किशोर न्याय नियमावली 2017 के नियम 15 के निहित प्रावधानों के तहत समाज कल्याण विभाग के जरिए बाल कल्याण समिति का गठन किया जाता है. उन्होंने बताया कि समिति बच्चों के अधिकार और उनके हक के लिए काम करती है. इसके तहत अनाथ और मां-बाप से बिछड़े बच्चों की देखरेख की जाती है. इसके साथ ही समिति मां-बाप से बिछड़े बच्चों को वापस मिलाने का प्रयास करती है.

भूले बिछड़े और अनाथ बच्चों की पनाहगार बनेगी बाल कल्याण समिति

सरकार के उद्देश्यों को मिलेगा बल
अध्यक्ष ने बताया कि समिति के गठन से सरकार के उद्देश्यों को बल मिलेगा. साथ ही बाल संरक्षण कानून ठीक ढंग से काम कर सकेगा. उन्होंने कहा कि विभाग ने उन्हें बेगूसराय समिति के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है. जिसका वह बखूबी निर्वहन करेंगी. उन्होंने बताया कि पुष्पा कुमारी और प्रीति कुमारी को सदस्य बनाया गया है. इन लोगों का कहना है कि बच्चों के संरक्षण के लिए पूरी तत्परता से काम करेंगी. वहीं, बेगूसराय जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने कहा कि वह बाल कल्याण समिति का पूरा सहयोग करेंगे. इस काम में जो भी समस्याएं आएंगी, उसका समाधान करने का प्रयास करेंगे.

Intro:बेगूसराय में एक बार फिर से 18 बर्ष तक के भूले बिछड़े बच्चो को संगरक्षण देने का काम किया बाल कल्याण समिति करेगी । इंसके लिए समाज कल्याण विभाग ने तीन सदस्यों की टीम का गठन किया है । बताते चले कि बेगूसराय सहित 18 जिलों में इस समिति का गठन पिछले डेढ़ बर्षो से नही हो पाया था। जिससे बाल संगरक्षण के नियमो की अनदेखी हो रही थी ।इस समिति के गठन से अब 1 से 18 बर्ष तक के तमाम बच्चे का सही संगरक्षण सरकार के नियमो के तहत1 हो पायेगा ।


Body:बच्चों की देखरेख एवं संरक्षण के लिए बना किशोर न्याय अधिनियम 2015 एबम बिंहार किशोर न्याय नियमावली 2017 के नियम 15 मके निहित प्रावधानों के तहत जिला में बाल कल्याण समिति का गठन समाज कल्याण विभाग द्वारा किया जाता है । ये समिति बच्चो के अधिकार और उनके हक के लिए काम।करता है । इसके तहत खास तौर पर अनाथ और माँ बाप से बिछड़े बच्चो की देख रेख इनके जिम्मे होता है ।इतना ही नही समिति मा बाप से बिछड़े बच्चो को उनसे मिलके का।भी प्रयास करता है । बेगूसराय में पिछले डेढ़ बर्षो से ये कमिटी भंग थी जिससे सरकार के उद्देश्य और बच्चों के बाल संगरक्षण के काम में काफी दिक्कतें आ रही थी । ऐसे ही परिस्थिति को देखते हुए बिहार सरकार के कल्याण विभाग ने 18 जिलों में इस समिति का गठन किया है । जिससे सरकार के उद्देश्यों को बल मिलेगा और बाल संरक्षण कानून ठीक ढंग से काम कर सकेगा । भिभाग ने बेगुसराय में इस समिति का अध्यक्ष संगीत कुमारी को बनाया है । साथ ही साथ पुष्पा कुमारी और प्रीति कुमारी को इसका सदस्य बनाया है । इन लोगो का कहना है कि इस समिति बच्चों के संगरक्षण के लिए पूरे तत्परता से काम करेगी । वही बेगूसराय के जिलाधिकारी ने कहा है को वो बाल कल्याण समिति को अपना पूरा सहयोग देंगे । इस काम मे जो भी मुश्किये आएंगी उसे तत्काल खत्म करने का काम।करेंगे ।
बाइट - अरविंद कुमार वर्मा - जिलाधिकारी बेगूसराय
बाइट - संगीता कुमारी - समिति की अध्यक्ष
बाइट - प्रीति कुमारी - सदस्य


Conclusion:
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