नालंदा: जिले के बिहार थाना क्षेत्र इलाके के महलपर वार्ड नंबर 33 में दर्जनों ग्रामीणों ने पानी की समस्या को लेकर हाथों में बर्तन लेकर सड़क पर उतरकर हंगामा किया और सड़क जाम किया.
क्या है समस्या?
जहां एक ओर पानी की समस्या से सूबे में हाहाकार मचा हुआ है, वहीं नालंदा जिला भी इस जल संकट से अछूता नहीं है. जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के कई ऐसे इलाके हैं जहां पानी का जलस्तर काफी नीचे चला गया है, जिससे जल संकट का खतरा लोगों के ऊपर मंडराने लगा है. वार्ड नंबर 33 के सड़क किनारे रह रहे लोगों को पानी की पूर्ति होती है लेकिन गली में रहने वालों के साथ पानी की समस्या हमेशा बनी रहती है, क्योंकि गली में जलापूर्ति योजना का पाइप लाइन नहीं बिछाया गया है.
प्रशासन की तरफ से कोई ठोस पहल नहीं
चाहे रोजाना की तरह दिनचर्या की बात हो या फिर किसानों के पटवन की बात हो, दोनों सूरत में लोगों की पानी की जरूरत होती है. ऐसी सूरत में अगर लोगों को पानी ना मिले तो गुस्सा होना लाजमी है. लोगों ने इसकी लिखित शिकायत डीएम और नगरनिगम से की. इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन के तरफ से कोई ठोस पहल नहीं की गई है.
जल संकट का ठीकरा सीधे विधायक पर
स्थानीय लोगों ने इस जल संकट को लेकर इसका ठीकरा सीधा स्थानीय विधायक डॉक्टर सुनील के ऊपर फोड़ा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि चुनाव के समय भोली-भाली जनता के सामने विधायक के द्वारा पानी की समस्या को लेकर वादे तो कर दिए जाते हैं लेकिन चुनाव के बाद यह सभी बातें यह समस्या हवा-हवाई हो जाती है.
जल संकट को लेकर राज्य सरकार गंभीर
इस जलसंकट को लेकर राज्य सरकार काफी गंभीर दिख रही है और जलसंकट से निपटने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक भी की जा रही है. ग्रामीणों ने बताया कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो हमारा आंदोलन आगे भी उग्र होगा.