पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज एक बार फिर से लोक संवाद में लोगों की बातें सुनीं और फिर प्रेस कॉफ्रेंस में पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया. नीतीश कुमार ने चुनाव की तैयारी के दौरान मीडिया या कहीं भी कोई राजनीतिक बात नहीं करने का आग्रह किया है.
'मेरा जन्म नालंदा में नहीं बल्कि बख्तियारपुर में हुआ है'
जब संवाददाता ने पूछा कि नालंदा पर आप विशेष ध्यान क्यों देते हैं? इसपर मुख्यमंत्री ने काफी नाराजगी जाहिर की. सीएम ने कहा कि हम प्रार्थना करते हैं कि हमारे नाम से नालंदा जाना जाता है ऐसा मत बोलिए. मेरा जन्म नालंदा में नहीं बल्कि बख्तियारपुर में हुआ है. मेरे पूर्वज का स्थान नालंदा है. सभी को नालंदा से प्रेम है. भगवान गौतम बुद्ध की धरती है. सिर्फ नालंदा का नाम मत लीजिए. ऐसा कहके लोगों को भड़काइएगा कि हम नालंदा के हैं. बताइए ना मेरा जन्म वहां हुआ है.
'हर जगह को मैं स्नेह करता हूं'
मुख्यमंत्री ने कहा कि जितना नालंदा के प्रति मेरा स्नेह है उतना ही कोशी के प्रति स्नेह है, पूर्णिया के प्रति, चंपारण के प्रति. हम कभी भी काम की शुरुआत करते हैं तो कहां से करते हैं चंपारण से ही तो करते हैं. गया और बोधगया के लिए क्या फिलिंग है? सासाराम और भभुआ में क्या हम नहीं जाते हैं? हम खासियत के हिसाब से काम करते हैं. आपके मिथिला से क्या हमें कम स्नेह है क्या? आप जरा पटना में देखिए तो. बिहार के बाहर जहां पेंटिंग हो रही है कहां की हो रही है मिथिला पेंटिंग ही तो हो रही है. तो ऐसा मत समझिए. नालंदा कहकर लोगों को भड़काए मत.