लखीसराय: जिले में एड्स के मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. लखीसराय सदर अस्पताल, पीएचसी बड़हिया, पीएचसी हलसी और पीएचसी सूर्यगढ़ में 622 लोग एड्स जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. जिनमें अभीतक 59 मरीजों की मौत हो चुकी है.
बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति को निर्देश
एचआईवी छुपाने की प्रवृत्ति बढ़ने से कई तरह की चुनौती सामने आ रही है. इसे देखते हुए नाको ने बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति को कई दिशा-निर्देश जारी किया है. बीमारी पर नजर रखने के साथ-साथ सुदूर गांव तक इस बीमारी के लक्षण वालों को चिन्हित कर जांच कराने को कहा गया है. लखीसराय जिले के बड़हिया, सूरजगढ़, मेद्नीचोकी, मानिकपूर, कजरा ,चानन, हलसी में विशेष रूप से अभियान चलाने को कहा है.
तकनीकी सपोर्ट के लिए कमेटी का गठन
नाको के अनुसार राज्य में तकनीकी सपोर्ट के लिए कमेटी भी गठित की गई है. इसके बाद भी सामान्य प्रावधानों के तहत मरीजों की संख्या कम होने का रिपोर्ट नहीं दिया जा रहा है. इसका मतलब यह है कि लखीसराय में इस बीमारी को लेकर अस्पताल प्रशासन अलर्ट नहीं है.
एचआईवी संक्रमित मरीजों के आकड़े
लखीसराय जिला एड्स प्रीवेंशन एंड कंट्रोल यूनिट वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार एचआईवी संक्रमित पुरुषों की संख्या 348, महिलाओं की संख्या 238 और एचआईवी संक्रमित बच्चों की संख्या 30 है. कुल मिलाकर लखीसराय जिले में 622 लोग संक्रमित हैं. एचआईवी संक्रमित 59 व्यक्ति की मौत हो चुकी है. अभी वर्तमान में 563 एचआईवी पीड़ित लोगों को इलाज चल रहा है.
क्या है एचआईवी संक्रमण
एचआईवी मनुष्य के शरीर में घुसने के बाद शरीर में संक्रमण के प्रति लड़ने वाले कोशिकाओं और प्रतिरक्षा प्रणाली को नष्ट कर देता है. इन दो महत्वपूर्ण चीजों के नष्ट हो जाने के कारण शरीर को संक्रमण और कैंसर जैसी बड़ी बीमारियों से लड़ने में बहुत मुश्किल होती है.
कैसे फैलता है एचआईवी
एचआईवी तब फैलता है जब किसी भी एचआईवी संक्रमित व्यक्ति का शरीर तरल द्रव्य किसी स्वस्थ्य व्यक्ति के शरीर के तरल पदार्थ से संपर्क में आता है. रक्त के माध्यम से, वीर्य के माध्यम से ,पूर्व लाभदायक तरल पदार्थ के माध्यम से, गुदा तरल पदार्थ माध्यम से, स्तन के दूध एवं नशीली दवाओं के सेवन से भी एचआईवी बढ़ने की संभावना होती है.