लखीसराय: किऊल रेलवे स्टेशन के पास बने अंडर पास में असामाजिक तत्व और भीखारियों का जमावड़ा लगा रहता है. इससे आने -जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बता दें कि प्लेटफॉर्म नंबर 1, 2, 3, 4, 5, 6 पर जाने के लिए किऊल रेलवे स्टेशन के नीचे अंग्रेजों के जमाने में अंडरपास बनाया गया था ताकि आम यात्रियों को राहत महसूस हो सके.
अंडरपास की जर्जर स्थिति से लोग परेशान
अंडर पास, पुल से भी ज्यादा पुराना हो गया है. वर्तमान समय में अंडर पास की स्थिति काफी जर्जर हो गई है. हाल ही में रेलवे द्वारा जर्जर अंडरपास की मरम्मती कराई गई थी. अंडरपास के ऊपरी छत के मलबे जर्जर होने के कारण छत टूट टूट कर गिर रहे थे. इस कारण यात्रियों को चलने पर रोक लगा दी गई थी.
असामाजिक तत्वों का लगता है जमावड़ा
फिलहाल निर्माणाधीन अंडर पास की मरम्मती हो चुकी है. कुछ बाहरी क्षेत्रों में कार्य चल रहा है. यात्रियों को आने-जाने के लिए स्टेशन प्रबंधक द्वारा अंडर पास के रास्ते खोल दिए गये हैं. आपके बता दें कि किऊल-गया और किऊल-मोकामा रेलखंड के बीच लखीसराय के निकट रेलवे के दो अंडरपास है. ब्रिटिश शासन काल में अंडरपास का निर्माण कराया गया था. अंडर पास निर्माण कराने का मुख्य उद्देश्य रेल पटरी के आसपास जलजमाव का आसानी से बहाव कराना था. लेकिन दोनों अंडरपास अब असामाजिक तत्वों के कब्जे में है.
असामाजिक तत्वों को हटाने के लिए निर्देश जारी
किऊल रेलवे स्टेशन प्रबंधक सुशील कुमार चौधरी ने बताया कि असामाजिक तत्वों को हटाने के लिए आरपीएफ और जीआरपी को सूचना दे दी गई है. अंडरपास के अंदर जो भी असामाजिक तत्व जुआ खेल रहे हैं या अन्य कार्यों में व्यस्त हैं उन्हें अति शीघ्र हटाने का निर्देश जारी किया गया है. किसी भी यात्री को आने जाने में परेशानी ना हो, इसका ख्याल रखते हुए अंदर पास को पूरी तरह से सुरक्षित जोन बनाया जा रहा है.