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यूपी में 'अब्बाजान' पर छिड़ा सियासी संग्राम, अब शिवपाल ने कही ये बात

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को 'अब्बाजान' कहने पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि नेताओं को अपनी भाषा की मर्यादा समझनी चाहिए, क्योंकि इसका जनता पर व्यापक प्रभाव पड़ता है.

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Published : Aug 8, 2021, 8:23 PM IST

फिरोजाबाद : उत्तर प्रदेश में 'अब्बाजान' शब्द पर शुरू हुई सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. मुख्यमंत्री योगी द्वारा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के पिता व सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को 'अब्बाजान' कहने की टिप्पणी के बाद उन पर राजनीतिक दलों द्वारा हमला किया जा रहा है. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि राजनीति में लोगों को शब्दों की मर्यादा बनाकर रखनी चाहिए, क्योंकि नेताओं की कही हुई बात का जनता पर व्यापक प्रभाव पड़ता है.

बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान राम मंदिर निर्माण को लेकर दिए बयान में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव को 'अब्बाजान' कहा था, जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पलटवार किया था. अखिलेश यादव ने कहा था कि मुख्यमंत्री किसी और भाषा को जानते हैं.

'अब्बाजान' पर छिड़ा सियासी संग्राम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि हमारा आपका झगड़ा मुद्दों को लेकर हो सकता है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी भाषा पर संतुलन रखना चाहिए. वरना वह भी अपने पिताजी के लिए उसी तरह की भाषा सुनने के लिए तैयार रहें, जैसा वह मेरे पिताजी के लिए बोले हैं.

अखिलेश यादव को 'अब्बा' शब्द से नफरत क्यों
मुलायम सिंह यादव को 'अब्बा' कहे जाने पर अखिलेश यादव की नाराजगी पर कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा था कि 'अब्बा' तो उर्दू का मीठा शब्द है. पिता के लिए कहे जाने वाले आदरसूचक संबोधन शब्द 'अब्बा' से आखिरकार सपा मुखिया को इतनी नफरत क्यों है? उनको इस शब्द से मिर्ची नहीं लगनी चाहिए. यह शब्द तो तहजीब का प्रतीक है. सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव को अपने नजरिए और सोच को बदलने के साथ बातों को समझने और उनका सही अर्थ निकालने की जरूरत है.

वहीं रविवार को फिरोजाबाद जिले में पहुंचे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने सिरसागंज में राष्ट्रीय कवि बहादुर सिंह निर्दोषी को श्रद्धा सुमन अर्पित किया. बता दें कि कुछ दिन पहले ही बहादुर सिंह निर्दोषी का निधन हो गया था. श्रद्धांजलि समारोह के बाद शिवपाल सिंह यादव मीडिया से रूबरू हुए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शिवपाल सिंह यादव की तारीफ करने, उन्हें जनाधार वाला नेता बताने और मुलायम सिंह यादव की नीतियों का अनुसरण करने वाला बताने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह तो हमेशा से ही नेता जी के आदर्शों पर चलते रहे हैं और आगे भी चलते रहेंगे.

इसे भी पढ़ें:- 'अब्बाजान' कहे जाने पर भड़के अखिलेश, भाजपा ने फिर छोड़ा 'बाण'

वहीं जब उनसे पूछा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम के दौरान नेता जी पर 'अब्बाजान' शब्द का प्रयोग किया है, जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आपत्ति जताई है. इस सवाल पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि जो राज नेता हैं, उन्हें अपनी भाषा की मर्यादा समझनी चाहिए, क्योंकि इसका जनता पर व्यापक प्रभाव पड़ता है. इसलिए जो भी बयान दिया जाएं, वह बहुत ही सोच-समझ कर दिए जाएं.

फिरोजाबाद : उत्तर प्रदेश में 'अब्बाजान' शब्द पर शुरू हुई सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. मुख्यमंत्री योगी द्वारा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के पिता व सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को 'अब्बाजान' कहने की टिप्पणी के बाद उन पर राजनीतिक दलों द्वारा हमला किया जा रहा है. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि राजनीति में लोगों को शब्दों की मर्यादा बनाकर रखनी चाहिए, क्योंकि नेताओं की कही हुई बात का जनता पर व्यापक प्रभाव पड़ता है.

बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान राम मंदिर निर्माण को लेकर दिए बयान में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव को 'अब्बाजान' कहा था, जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पलटवार किया था. अखिलेश यादव ने कहा था कि मुख्यमंत्री किसी और भाषा को जानते हैं.

'अब्बाजान' पर छिड़ा सियासी संग्राम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि हमारा आपका झगड़ा मुद्दों को लेकर हो सकता है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपनी भाषा पर संतुलन रखना चाहिए. वरना वह भी अपने पिताजी के लिए उसी तरह की भाषा सुनने के लिए तैयार रहें, जैसा वह मेरे पिताजी के लिए बोले हैं.

अखिलेश यादव को 'अब्बा' शब्द से नफरत क्यों
मुलायम सिंह यादव को 'अब्बा' कहे जाने पर अखिलेश यादव की नाराजगी पर कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा था कि 'अब्बा' तो उर्दू का मीठा शब्द है. पिता के लिए कहे जाने वाले आदरसूचक संबोधन शब्द 'अब्बा' से आखिरकार सपा मुखिया को इतनी नफरत क्यों है? उनको इस शब्द से मिर्ची नहीं लगनी चाहिए. यह शब्द तो तहजीब का प्रतीक है. सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव को अपने नजरिए और सोच को बदलने के साथ बातों को समझने और उनका सही अर्थ निकालने की जरूरत है.

वहीं रविवार को फिरोजाबाद जिले में पहुंचे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने सिरसागंज में राष्ट्रीय कवि बहादुर सिंह निर्दोषी को श्रद्धा सुमन अर्पित किया. बता दें कि कुछ दिन पहले ही बहादुर सिंह निर्दोषी का निधन हो गया था. श्रद्धांजलि समारोह के बाद शिवपाल सिंह यादव मीडिया से रूबरू हुए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शिवपाल सिंह यादव की तारीफ करने, उन्हें जनाधार वाला नेता बताने और मुलायम सिंह यादव की नीतियों का अनुसरण करने वाला बताने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह तो हमेशा से ही नेता जी के आदर्शों पर चलते रहे हैं और आगे भी चलते रहेंगे.

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वहीं जब उनसे पूछा गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम के दौरान नेता जी पर 'अब्बाजान' शब्द का प्रयोग किया है, जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आपत्ति जताई है. इस सवाल पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि जो राज नेता हैं, उन्हें अपनी भाषा की मर्यादा समझनी चाहिए, क्योंकि इसका जनता पर व्यापक प्रभाव पड़ता है. इसलिए जो भी बयान दिया जाएं, वह बहुत ही सोच-समझ कर दिए जाएं.

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