वैशाली: जिले के जंदाहा थाना क्षेत्र से चार दिनों से लापता 9 वर्षीय मासूम बच्ची का शव मिलते ही खलबली मच गई थी. शव की पहचान छुपाने के लिए चेहरे को एसिड से जलाया गया था और हाथ की चार उंगलियां भी काट ली गई थी. बच्ची का शव देखकर पुलिस के भी होश उड़ गए थे. जब पुलिस ने हत्याकांड से पर्दा हटाया और जो सच्चाई सामने आई है उसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे.
वैशाली में बच्ची की हत्या का खुलासा: दिल को दहला देने वाले इस जघन्य हत्याकांड में जो हकीकत सामने आयी है, उसपर एक बारगी तो विश्वास करना मुश्किल है लेकिन एक अपराध को छुपाने के लिए कई अपराध करने की बात इस हत्याकांड पर बिल्कुल सटीक बैठती है. दरअसल मासूम की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी बड़ी बहन और सगी चाची ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर की थी. पुलिस ने दोनों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है.
"एफएसएल और तकनीकी टीम ने जब जांच को आगे बढ़ाया तो पता चला कि सिम का इस्तेमाल मृतका की बड़ी बहन कर रही है जिसके बाद घर की तलाशी ली गई तो ट्रंक को बरामद किया गया. ट्रंक पर खून के धब्बे भी मिले. वहीं पुलिस ने उस हथियार को भी बरामद किया गया जिसका इस्तेमाल हत्या में किया गया था.'- रविरंजन कुमार, एसपी वैशाली
बड़ी बहन, चाची समेत प्रेमी गिरफ्तार: दरअसल समस्तीपुर जिले के रहनेवाले नीरज की मुलाकात बच्ची की नाबालिग बड़ी बहन से गांव में लगने वाले पेठिया में दो माह पहले हुई थी, जो धीरे धीरे प्यार में बदल गया और युवक का लड़की के घर आना जाना शुरू हो गया. इसी दौरान मृतका की चाची से भी युवक का सम्बंध स्थापित हो गया. आलम यह था कि नीरज वीडियो कॉल पर एक साथ बच्ची की बड़ी बहन और उसकी चाची के साथ बात करता था. इसी बीच 14 मई को मासूम बच्ची ने नीरज को अपनी बड़ी बहन और चाची के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था, जिससे डर कर तीनों ने मिलकर मासूम की हत्या की साजिश रच डाली.
बहन और चाची को प्रेमी के साथ आपत्तिजनक हालत में देखा था: 15 मई की रात को मासूम के माता-पिता अपने एक रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में गए थे. तभी मौका देख कर तीनों ने मासूम की हत्या कर शव को घर के अंदर ही ट्रंक में छिपा दिया. जब माता पिता घर लौटे तो बड़ी बहन ने बताया कि छोटी बहन स्कूल गई थी लेकिन लौट कर घर नहीं आई है, जिसके बाद परिजनों ने थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया. जिसके बाद पुलिस ने जब लड़की की तलाश शुरू की तो पकड़े जाने के डर से तीनों ने शव को घर के पीछे केले के बागान में फेंक दिया और शव की पहचान ना हो इसके लिए चेहरे पर एसिड डालकर जला दिया.
हत्या कर ट्रंक में छुपाई गई थी लाश: हैवानियत ऐसी की मासूम के हाथ की चार उंगलियां भी काट दी, लेकिन जब पुलिस छानबीन करने मृतका के घर पहुंची और तलाशी ली तो मृतका के बेड पर रखे तकिए के नीचे से पुलिस ने एक मोबाइल और चार सिम कार्ड बरामद किया. एसपी रविरंजन कुमार ने बताया कि एफएसएल और तकनीकी टीम ने जब जांच को आगे बढ़ाया तो पता चला कि सिम का इस्तेमाल बच्ची की बड़ी बहन कर रही है. पुलिस ने घर की तलाशी ली तो ट्रंक बरामद किया गया जिसपर खून के धब्बे भी मिले. वहीं पुलिस ने उस हथियार को भी बरामद किया जिसका इस्तेमाल हत्या में किया गया था. बहरहाल दिल को दहला देने वाली इस खौफनाक साजिश का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है और सभी आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं.