जाजपुर : ओडिशा में लगातार ट्रेन हादसों के मामले आ रहे हैं. वहीं, बुधवार को एक ओर ट्रेन हादसा होने की खबर है. यह हादसा जाजपुर रोड रेलवे स्टेशन पर हुई, जहां एक मालगाड़ी ट्रेन की चपेट में आए कुछ मजदूर आ गए. उन मजदूरों में अब तक छह की मौत हो चुकी है. जबकि हादसे में कई गंभीर रूप से घायल होने का बताया जा रहा है. सभी मजदूर मालगाड़ी ट्रेन के एक डिब्बे के नीचे शरण लिये हुए थे. हादसे पर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दुख व्यक्त किया है, साथ ही मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. साथ ही सीएम ने घायलों को उचित इलाज मुहैया कराने का भी निर्देश दिया है.
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, यह मालगाड़ी ट्रेन बिना इंजन के जाजपुर रेलवे स्टेशन पर खड़ी थी. लेकिन नॉरवेस्टर के प्रभाव के कारण तूफान उठा था, जिससे बचने के लिए मजदूर मालगाड़ी के नीचे बैठ गए थे. तभी तेज हवा से एक बोगी आगे की तरफ बढ़ी और उसके नीचे बैठे मजदूर चपेट में आ गए. इस तरह से पहले तीन की घटनास्थल पर मौत हो गई, लेकिन फिर मौतों की संख्या बढ़कर 6 हुई.
बता दें कि दो जून से लेकर अब तक तीन ट्रेन हादसे हो चुके हैं. जिसमें से पहला ट्रेन हादसा इतना भयावह था कि उसमें मौतों की संख्या 288 तक पहुंच गई है. वहीं, घायलों की संख्या 1000 से अधिक बतायी गई है. इस हादसे का मंजर जहन से हटा भी नहीं था कि पांच जून को बरगढ़ के मेंढापाली में एक मालगाड़ी ट्रेन बेपटरी हो गई. भटली प्रखंड के संबरधरा के पास चूना पत्थर से लदी मालगाड़ी के पांच डिब्बे पटरी से उतर गए. हालांकि, इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं थी.
वहीं, छह जून को गंजाम जिले के ब्रह्मपुर रेलवे स्टेशन पर आकर पहुंची सिकंदराबाद-अगरतला एक्सप्रेस ट्रेन में धुआं उठते देखा गया था. ट्रेन में आग लगने का कारण शॉट सर्किट बताया जा रहा है. दो जून को बालासोर में हुए ट्रेन हादसे से लोग इतने डरे हुए थे कि एसी कोच से धुआं उठते देख सभी यात्री डिब्बे से बाहर निकल गए. हालांकि, बाद में कोच की मरम्मत कर उसे बदल दिया गया और ट्रेन अपने गंतव्य स्थल के लिए रवाना हो गई.
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