पटनाः बिहार में इन दिनों डेंगू का कहर बरपा है. पूरे प्रदेश में अब तक डेंगू के 134 नए मरीज मिले हैं. राजधानी पटना में ही 36 नए मामले सामने आए हैं. वहीं कुल डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर करीब 700 हो गई है. पटना में डेंगू मरीजों की संख्या 298 हो गई है. भागलपुर दूसरे नंबर पर है, यहां रविवार को 19 नए मामले सामने आए हैं. डेंगू को लेकर सरकार ने हेल्थ एडवाइजरी भी जारी की है.
बिहार में डेंगू का कहर जारीः प्रदेश में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 675 हो गई है. जिसमें अकेले पटना में ही डेंगू मरीजों की संख्या 298 है. पटना में डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए पीएमसीएच में डेंगू मरीजों के लिए 34 बेड की व्यवस्था की गई है. जिसमें 24 बेड टाटा वार्ड में वयस्कों के लिए रिजर्व है, जबकि शिशु रोग विभाग में 10 बेड का डेंगू वार्ड बच्चों के लिए तैयार किया गया है. नगर निगम द्वारा प्रतिनियुक्त डॉक्टर विभिन्न वार्डों में भ्रमण कर डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं
भागलपुर में मरीजों की संख्या बढ़कर 300ः उधर भागलपुर में भी डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 300 हो गई है. इस बीमारी के मामले में भागलपुर दूसरे नंबर पर है. रविवार को भागलपुर में तिलकामांझी थाना के दारोगा समेत 21 नए मरीज मिले हैं. मायागंज अस्पताल में मरीज जमीन पर ही लेटकर इलाज करा रहे हैं. अस्पताल का कॉरिडोर तक मरीजों से भरा है. दीवार के सहारे स्लाइन चढ़ाई जा रही है. पहले मायागंज अस्पताल 50 बेड ही डेंगू मरीजों के लिए रखा गया है. मरीजों के परिजनों का कहना है कि डॉक्टर टाइम से नहीं आते जिससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. बेड की कमी की वजह से जमीन पर मरीजों का इलाज कराना पड़ रहा है.
डीएम ने मरीजों के लिए दिए खास व्यवस्था के निर्देशः हालांकि एक हफ्ते पहले ही भागलपुर के डीएम सुब्रत कुमार सेन ने मायागंज अस्पताल का निरक्षण किया था, उन्होंने मरीज की परेशानियों को देखते हुए अस्पताल अधीक्षक से मिलकर डेंगू मरीजों के लिए खास व्यवस्था करने की बात कही थी. जिसके बाद मायागंज अस्पताल में फैब्रिकेटेड वार्ड को चालू करवा कर वहां 100 बेड की व्यवस्था की गई है, उसमें भी 76 मरीज भर्ती हो चुके हैं कई लोगों को ठीक होने के बाद छुट्टी भी दे दी गई है. अब तक कुल 34 मरीजों को छुट्टी दी गई है.
पटना का कई इलाका बना हॉटस्पॉटः बात राजधानी पटना की करें तो पाटलिपुत्र, बांकीपुर, कंकड़बाग, पटना सिटी, फुलवारीशरीफ, कुम्हरार, शास्त्री नगर जैसे इलाके डेंगू के हॉटस्पॉट बने हुए हैं. पटना में बढ़ते डेंगू के मामले को देखते हुए नगर निगम ने सभी अंचलों में स्वास्थ्य पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की है. नगर निगम द्वारा प्रति नियुक्त डॉक्टर विभिन्न वार्डों में भ्रमण कर डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं. इसके साथ ही डेंगू प्रभावित घरों में अपनी मौजूदगी में विशेष रूप से फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव कर रहे हैं.
इन ब्लड बैंकों में मिलेंगे प्लेटलेट्सः पटना में डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए आईजीआईएमएस के ब्लड बैंक में अब दो शिफ्ट में प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है. आईजीआईएमएस के ब्लड से लोग सुबह 8:00 बजे से रात 8:00 बजे तक प्लेटलेट्स ले सकते हैं. आईजीआईएमएस के ब्लड बैंक में 54 यूनिट प्लेटलेट्स उपलब्ध है. वहीं पीएमसीएच के ब्लड बैंक में 72 यूनिट, रेड क्रॉस में 9 यूनिट, प्रथमा ब्लड बैंक में 25 और मां ब्लड सेंटर में 24 यूनिट प्लेटलेट्स उपलब्ध है.
'प्लेटलेट्स का जांच कराते रहना जरूरी' पटना के न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल के अधीक्षक डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने कहा कि अभी के समय अच्छी बात यह है कि डेंगू के मामलों में मरीज का प्लेटलेट्स बहुत अधिक कम नहीं हो रहा है. फिर भी डेंगू के समय प्लेटलेट्स का जांच करते रहना जरूरी है. जिनका प्लेटलेट्स 20000 के करीब आ जाता है उन्हें ही प्लेटलेट्स चढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है बाकी किसी को अभी पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है. ओपीडी के दवाइयों से ही डेंगू मरीज ठीक हो रहे हैं.
"घर को साफ सुथरा रखें और ताजा भोजन करें. मौसम बदल रहा है इस वजह से अभी के समय वायरल फीवर के भी मामले बढ़े हुए हैं. ऐसे में दोनों का इलाज सिर्फ पेरासिटामोल और संतुलित खान पान ही है. किसी को अभी पैनिक होने की जरुरत नहीं है. ओपीडी के दवाइयों से डेंगू मरीज ठीक हो रहे हैं. कुछ सावधानी बरतने से मरीज जल्दी ठीक हो जाते हैं. - डॉ मनोज कुमार सिन्हा, अधीक्षक, न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल
डेंगू से बचाव के लिए करें ये उपायः डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने सलाह दी है कि डेंगू से बचाव के लिए लोग आस-पास पानी का जमावड़ा नहीं होने दें. पुराने बर्तन और गमलों में साफ सफाई रखें इसके अलावा सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. डेंगू के मच्छर से बचाव के लिए फुल स्लीव का कपड़ा पहने. डेंगू के समय शरीर में पानी की कमी हो जाती है, इसलिए अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखें. ताजी फलों का सेवन करें और अभी बरसात का भी समय चल रहा है इसलिए स्ट्रीट फूड खाने से परहेज करें.
पटना में बनाए गए 104 कॉल सेंटर: डेंगू की रोकथाम, मरीजों के इलाज और उसके समुचित प्रबंधन की निगरानी के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति ने पटना में 104 कॉल सेंटर सह नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. वहीं नगर निगम द्वारा डेंगू से बचाव को लेकर स्मार्ट सिटी के वेरिएबल मैसेजिंग डिस्प्ले, डीएमडी और पीएस सिस्टम के माध्यम से भी आम लोगों को जागरूक किया जा रहा है. डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी ब्लड बैंक्स को प्लेटलेट्स रिजर्व रखने को कहा है.
मरीजों की सुविधा के हेल्पलाइन नंबर जारीः पटना में डेंगू के लिए हेल्पलाइन नंबर 0612-2370131 भी जारी की गई है. इसके साथ-साथ फागिंग को लेकर भी लोगों की सहायता के लिए फोन नंबर 0612-2951964 और व्हाट्सएप नंबर 7739851777 जारी किया गया है. राज्य स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों ने कहा है कि डेंगू से बचाव के लिए राज्यभर में जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. पटना में डेंगू के एलाईजा टेस्ट की सुविधा सभी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपलब्ध है. इसके अलावा आर एमआरआई सेंटर और न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में भी यह सुविधा उपलब्ध है.