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यूपी के लोगों को योगी सरकार का गिफ्ट; लखनऊ में बनेगा देश का पहला नाइट सफारी, जानें खासियत - UP FIRST NIGHT SAFARI

लखनऊ में बनने जा रही यह नाइट सफारी देश और दुनिया के प्रकृति प्रेमियों के लिए एक नयी जगह होगी.

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देश का पहला नाइट सफारी बनाने की तैयार (Photo Credit- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 19, 2024, 3:13 PM IST

Updated : Nov 19, 2024, 3:19 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार देश के लोगों को विश्व की पांचवां और देश के पहले नाइट सफारी का उपहार देने जा रही है. हालांकि अभी इसमें दो साल का वक्त लगेगा, लेकिन 2026 के दिसंबर माह से लखनऊ की कुकरैल नाइट सफारी में रात में भी पर्यटक लुत्फ उठा सकेंगे. लखनऊ में बनने जा रही यह नाइट सफारी देश और दुनिया के प्रकृति प्रेमियों के लिए एक नया गंतव्य होगा.



सरकारी आवास पर उच्चस्तरीय बैठक में प्रस्तावित कुकरैल नाइट सफारी पार्क और जू का मुख्यमंत्री के सामने प्रस्तुतिकरण किया गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निर्माण कार्य हरहाल में जून 2026 तक पूरा कर लिया जाए. नाइट सफारी व जू के लिए वन्य जीवों के लाने की समुचित व्यवस्था शुरू कर दी जाए. नाइट सफारी व जू की इकोनामी के लिए सस्टेनेबल मॉडल विकसित किया जाए. 72 फीसदी एरिया में ग्रीनरी विकसित की जाए और यहां सौर ऊर्जा को प्रकल्पों को भी स्थान दिया जाए.

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सीएम योगी के सरकारी आवास पर उच्चस्तरीय बैठक (Photo Credit- ETV Bharat)



सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है नाइट सफारी: मुख्यमंत्री ने कहा कि नाइट सफारी प्रोजेक्ट राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है, इसके निर्माण के लिए केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण नई दिल्ली से अनुमति प्राप्त हो गई है. देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में दिसंबर 2026 में देश को पहली नाइट सफारी का उपहार मिल जाए. नाइट व डे सफारी का निर्माण चरणबद्ध रूप से होगा. लखनऊ में यह लगभग 900 एकड़ से अधिक में फैली होगी.

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लखनऊ में बनेगा देश का पहला नाइट सफारी (Photo Credit- ETV Bharat)



विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा सफारी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुकरैल नाइट सफारी का निर्माण हो जाने के बाद यह परियोजना अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर आ जाने पर विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करेगी. कुकरैल नाइट सफारी परियोजना को लखनऊ स्थित अन्य पर्यटन स्थलों से भी जोड़ा जाएगा.

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Photo Credit- ETV Bharat (Photo Credit- ETV Bharat)



जानवरों को चिह्नित करने, लाने व क्वारंटीन की प्रक्रिया की जाएगी शुरू: मुख्यमंत्री ने कहा कि जानवरों को चिह्नित करने, यहां लाने व क्वारंटीन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाए. कुकरैल नाइट सफारी परियोजना के अंतर्गत ईको टूरिज्म जोन भी विकसित किया जाएगा. निर्देश दिया कि यहां क्वारंटीन सेंटर, वेटनरी हॉस्पिटल, पोस्ट ऑपरेशन व ऑपरेशन थियेटर की भी समुचित व्यवस्था हो. यहां कैफेटेरिया, 7 डी थियेटर, ऑडिटोरियम, पार्किंग की भी सुविधा हो.

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निर्माण कार्य जून 2026 तक पूरा कर करने के निर्देश. (Photo Credit- ETV Bharat)

उन्होंने कहा कि एडवेंचर जोन के तहत सुपरमैन जिपलाइन, आर्चरी, जिप लाइन, बुरमा ब्रिज, पैडल बोट, स्काई रोलर, फाउंटेन, किड्स एक्टिविटी के लिए जंगल एनिमल थीम, स्काई साइकिल विकसित किया जाए. डे सफारी का विस्तार दूसरे चरण में होगा. बैठक में प्रदेश सरकार के वन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, शासन व वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.

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नाइट सफारी देश और दुनिया के प्रकृति प्रेमियों के लिए एक नया गंतव्य होगा. (Photo Credit- ETV Bharat)


नाइट-डे सफारी की विशेषता:

  • नाइट सफारी क्षेत्र में इंडियन वॉकिंग ट्रे, इंडियन फुटहिल, इंडियन वेटलैंड, एरिड इंडिया व अफ्रीकन वेटलैंट की थीम पर विकसित किए जाने वाले क्षेत्र मुख्य आकर्षण होंगे.
  • पर्यटकों को नाइट सफारी पार्क देखने के लिए 5.5 किलोमीटर ट्रामवे और 1.92 किमी. का पाथवे माध्यम से किया जाएगा.
  • नाइट सफारी में एशियाटिक लॉयन, घड़ियाल, बंगाल टाइगर, उड़न गिलहरी, तेंदुआ, हॉयना मुख्य आकर्षण होंगे.
  • कुकरैल नााइट सफारी परियोजना के अंतर्गत विश्व स्तरीय वन्य जीव चिकित्सालय व रेस्क्यू सेंटर का निर्माण भी प्रस्तावित है.
  • कुकरैल वन क्षेत्र में स्थापित होने वाले जू में कुल 63 इनक्लोजर बनाए जाएंगे.
  • जू में सारस क्रेन, स्वांप डियर, हिमालयन भालू, साउथ अफ्रीकन जिराफ, अफ्रीकन लॉयन व चिंपाजी मुख्य आकर्षण होंगे.
  • जू को अफ्रीकन सवाना, इनक्रेडिबल इंडिया, इंजीनियर्ड वेटलैंड नामक थीम क्षेत्रों पर डेवलप किया जाएगा.

ये भी पढ़ें- Watch: '5 बार के विधायक नीचे, 1 बार के ऊपर', मंच में जगह न मिलने पर BJP विधायक की अफसरों को खरी-खरी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार देश के लोगों को विश्व की पांचवां और देश के पहले नाइट सफारी का उपहार देने जा रही है. हालांकि अभी इसमें दो साल का वक्त लगेगा, लेकिन 2026 के दिसंबर माह से लखनऊ की कुकरैल नाइट सफारी में रात में भी पर्यटक लुत्फ उठा सकेंगे. लखनऊ में बनने जा रही यह नाइट सफारी देश और दुनिया के प्रकृति प्रेमियों के लिए एक नया गंतव्य होगा.



सरकारी आवास पर उच्चस्तरीय बैठक में प्रस्तावित कुकरैल नाइट सफारी पार्क और जू का मुख्यमंत्री के सामने प्रस्तुतिकरण किया गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निर्माण कार्य हरहाल में जून 2026 तक पूरा कर लिया जाए. नाइट सफारी व जू के लिए वन्य जीवों के लाने की समुचित व्यवस्था शुरू कर दी जाए. नाइट सफारी व जू की इकोनामी के लिए सस्टेनेबल मॉडल विकसित किया जाए. 72 फीसदी एरिया में ग्रीनरी विकसित की जाए और यहां सौर ऊर्जा को प्रकल्पों को भी स्थान दिया जाए.

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सीएम योगी के सरकारी आवास पर उच्चस्तरीय बैठक (Photo Credit- ETV Bharat)



सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है नाइट सफारी: मुख्यमंत्री ने कहा कि नाइट सफारी प्रोजेक्ट राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है, इसके निर्माण के लिए केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण नई दिल्ली से अनुमति प्राप्त हो गई है. देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में दिसंबर 2026 में देश को पहली नाइट सफारी का उपहार मिल जाए. नाइट व डे सफारी का निर्माण चरणबद्ध रूप से होगा. लखनऊ में यह लगभग 900 एकड़ से अधिक में फैली होगी.

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लखनऊ में बनेगा देश का पहला नाइट सफारी (Photo Credit- ETV Bharat)



विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा सफारी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुकरैल नाइट सफारी का निर्माण हो जाने के बाद यह परियोजना अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर आ जाने पर विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करेगी. कुकरैल नाइट सफारी परियोजना को लखनऊ स्थित अन्य पर्यटन स्थलों से भी जोड़ा जाएगा.

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जानवरों को चिह्नित करने, लाने व क्वारंटीन की प्रक्रिया की जाएगी शुरू: मुख्यमंत्री ने कहा कि जानवरों को चिह्नित करने, यहां लाने व क्वारंटीन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाए. कुकरैल नाइट सफारी परियोजना के अंतर्गत ईको टूरिज्म जोन भी विकसित किया जाएगा. निर्देश दिया कि यहां क्वारंटीन सेंटर, वेटनरी हॉस्पिटल, पोस्ट ऑपरेशन व ऑपरेशन थियेटर की भी समुचित व्यवस्था हो. यहां कैफेटेरिया, 7 डी थियेटर, ऑडिटोरियम, पार्किंग की भी सुविधा हो.

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निर्माण कार्य जून 2026 तक पूरा कर करने के निर्देश. (Photo Credit- ETV Bharat)

उन्होंने कहा कि एडवेंचर जोन के तहत सुपरमैन जिपलाइन, आर्चरी, जिप लाइन, बुरमा ब्रिज, पैडल बोट, स्काई रोलर, फाउंटेन, किड्स एक्टिविटी के लिए जंगल एनिमल थीम, स्काई साइकिल विकसित किया जाए. डे सफारी का विस्तार दूसरे चरण में होगा. बैठक में प्रदेश सरकार के वन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, शासन व वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.

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नाइट सफारी देश और दुनिया के प्रकृति प्रेमियों के लिए एक नया गंतव्य होगा. (Photo Credit- ETV Bharat)


नाइट-डे सफारी की विशेषता:

  • नाइट सफारी क्षेत्र में इंडियन वॉकिंग ट्रे, इंडियन फुटहिल, इंडियन वेटलैंड, एरिड इंडिया व अफ्रीकन वेटलैंट की थीम पर विकसित किए जाने वाले क्षेत्र मुख्य आकर्षण होंगे.
  • पर्यटकों को नाइट सफारी पार्क देखने के लिए 5.5 किलोमीटर ट्रामवे और 1.92 किमी. का पाथवे माध्यम से किया जाएगा.
  • नाइट सफारी में एशियाटिक लॉयन, घड़ियाल, बंगाल टाइगर, उड़न गिलहरी, तेंदुआ, हॉयना मुख्य आकर्षण होंगे.
  • कुकरैल नााइट सफारी परियोजना के अंतर्गत विश्व स्तरीय वन्य जीव चिकित्सालय व रेस्क्यू सेंटर का निर्माण भी प्रस्तावित है.
  • कुकरैल वन क्षेत्र में स्थापित होने वाले जू में कुल 63 इनक्लोजर बनाए जाएंगे.
  • जू में सारस क्रेन, स्वांप डियर, हिमालयन भालू, साउथ अफ्रीकन जिराफ, अफ्रीकन लॉयन व चिंपाजी मुख्य आकर्षण होंगे.
  • जू को अफ्रीकन सवाना, इनक्रेडिबल इंडिया, इंजीनियर्ड वेटलैंड नामक थीम क्षेत्रों पर डेवलप किया जाएगा.

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Last Updated : Nov 19, 2024, 3:19 PM IST
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