यमुनानगर: यमुनानगर के टापू माजरी गांव के लोगों ने वोट नहीं डाला. ग्रामीणों का कहना था कि जब तक उनके गांव के लिए यमुना पर पुल नहीं बनता वे तब तक सभी चुनावों का बहिष्कार करते रहेंगे. टापू माजरी गांव में 500 के करीब मतदाता हैं.
ग्रामीणों का वोट बहिष्कार: शनिवार को लोकसभा चुनाव के छठे चरण में हरियाणा की 10 सीटों पर वोटिंग हुई. लेकिन यमुनानगर के टापू माजरी गांव के लोगों ने सबको हैरान कर दिया. क्योंकि गांव का एक भी मतदाता पोलिंग बूथ पर वोट डालने नहीं पहुंचा. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उन्होने चुनाव से कुछ दिन पहले जिला उपायुक्त को मतदान नहीं करने के बारे में ज्ञापन सौंपते हुए यमुना नदी पर पुल बनाने की डिमांड रखी थी. यमुनानगर विधानसभा में पड़ने वाले इस गांव के लोगों ने बताया कि इस बार चुनाव के लिए कोई भी पार्टी उनके गांव में प्रचार करने भी नहीं पहुंची.
वोट बहिष्कार का कारण: ग्रामीणों ने बताया कि कई दशक से वे यमुना नदी पर पुल बनाने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि उन्हे यमुनानगर जाने के लिए 40-45 किलोमीटर उत्तरप्रदेश से घूमकर जाना पड़ता है. क्योंकि अपने ही जिले से कनेक्ट होने के लिए उनके पास रास्ता नहीं है. यदि यहां पुल बन जाए तो उन्हे यमुनानगर सिर्फ 8 किलोमीटर पड़ता है. उन्होंने बताया कि गांव में सिर्फ मिडिल स्कूल है. मजबूरन आगे की पढ़ाई के लिए उनके बच्चों को या तो यूपी के स्कूलों में पढ़ना पड़ता है या फिर 40-45 किलोमीटर का चक्कर लगाकर यमुनानगर जाना पड़ता है. इतना ही नहीं यदि गांव में कोई बीमार हो जाए तो काफी परेशानी आती है. कई बार दूरी की वजह से देर होने के चलते कई लोगों की मौत भी हो गयी.
नेता सिर्फ आश्वासन देते हैं: ग्रामीण अशोक ने बताया कि हर बार चुनावों के दौरान सभी पार्टियों के नेता यहां प्रचार करने आते हैं और पुल बनाने का आश्वासन देकर चले जाते हैं. इसलिए वे अब किसी भी पार्टी को वोट नहीं देना चाहते. उनका कहना है कि जब तक पुल नहीं बन जाता गांव के लोग किसी भी चुनाव में वोट नहीं डालेंगे.