भरतपुर : कोविड के बाद देशभर से अचानक हार्ट अटैक की घटनाएं सामने आ रही हैं. पहले जहां 40 वर्ष की उम्र या उससे अधिक उम्र के लोग हृदय रोग की चपेट में आते थे, वहीं कोविड के बाद 25-30 वर्ष के युवा भी हृदय रोगी बन रहे हैं. साथ ही युवाओं में धूम्रपान, नशा और अनियमित दिनचर्या की वजह से भी हृदय रोग बढ़ रहे हैं. आरबीएम अस्पताल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. पाल सिंह यादव का कहना है कि यदि व्यक्ति हर दिन 30 मिनट पैदल चले तो काफी हद तक हृदय रोगों से सुरक्षित रह सकता है.
कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर पाल सिंह यादव ने बताया कि कोविड के बाद से हृदय रोगियों की संख्या में बढ़ी है. इनमें सबसे ज्यादा वृद्धि युवा हृदय रोगियों की हुई है. पहले औसतन 40 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हृदय रोगी अस्पताल पहुंचते थे, लेकिन अब अस्पताल में 25-30 वर्ष के हृदय रोगी भी पहुंच रहे हैं. कोविड के बाद खून का थक्का बनना या खून गाढ़ा होने की समस्या सामने आ रही है, जिसकी वजह से युवाओं में भी हृदय रोग के मामले सामने आ रहे हैं.
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ज्यादा संख्या 25-40 उम्र के रोगियों की : डॉ. पाल सिंह यादव ने बताया कि आरबीएम अस्पताल के ओपीडी में हर दिन करीब 40 हृदय रोगी और मेडिसिन ओपीडी में भी करीब 30-40 हृदय रोगी पहुंच रहे हैं, जो कोविड काल से पहले की तुलना में काफी अधिक हैं. इनमें ज्यादा संख्या 25-40 उम्र के रोगियों की है. यहां तक की करीब 40 से 50% तक युवा मरीज हैं.
ऐसे करें बचाव : उन्होंने बताया कि यदि हृदय रोगों से बचना है तो धूम्रपान, शराब, नशा आदि बुरी आदतों से बचना होगा. साथ ही हर दिन यदि 30 मिनट का पैदल वॉक करें तो यह हृदय और शरीर के लिए सबसे अच्छी एक्सरसाइज है. नियमित वॉक से काफी हद तक हृदय रोगों से बचा जा सकता है. साथ ही बाजार की तली हुई खानपान की चीजे जैसे कचौड़ी, समोसे आदि और अत्यधिक तेल, घी के सेवन से भी बचना चाहिए. हरी पत्तेदार सब्जियां, फल का सेवन बढ़ाएं और तनाव से बचें.