पटना: बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड एवं अनुषंगी कंपनियों के मुख्यालय और क्षेत्रीय कार्यालय में कार्यरत अधिकारी और कर्मियों की कौशल विकास के लिए एनर्जी लॉ एंड पॉलिसीज और कॉन्ट्रैक्ट लॉ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. बिहार ऊर्जा दक्षता दृढ़ता योग्यता कार्यक्रम के अंतर्गत यह आयोजन किया गया. इस मौके पर सीएमडी संजीव हंस ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र को हर स्तर पर कौशल क्षमता में वृद्धि करने की जरूरत है. अधिकारियों से लेकर फील्ड ऑफिसर तक के लिए तकनीकी कौशल कि जरूरत है, इसी उद्देश्य से बिहार ऊर्जा दक्षता दृढ़तात योग्यता कार्यक्रम की पहल करते हुए शुरुआत की गई है.
450 अधिकारियों का प्रशिक्षण: संजीव हंस ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र के पास बहुत सी चुनौतियां हैं जिनका समाधान करने के लिए ऊर्जा संबंधित कानून को समझना जरूरी है. आज अनुबंध आधारित चुनौतियां रेगुलेटरी और एनर्जी स्टोरेज से जुड़े मुद्दे काफी अहम है. 6 ग्रुप बनाकर के लगभग 450 अधिकारियों को 8 सेशन के माध्यम से एनर्जी लॉस और पॉलिसी तथा कांट्रैक्ट मैनेजमेंट पर एक्सपर्ट के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
इन पहलुओं पर दिया गया प्रशिक्षण: एक्सपर्ट के द्वारा समझाया जा रहा है कि ऊर्जा क्षेत्र में लॉस और पॉलिसी को सभी लोगों को जानना समझना बेहद जरूरी है. बिजली उत्पादन, उसके संरक्षण, वितरण, ट्रेडिंग, आपूर्ति एवं ऊर्जा भंडारण के सभी संबंधित पहलुओं पर लोगों को अध्ययन करने की जरूरत है. फील्ड में बिजली उपभोक्ताओं के साथ हो रही परेशानी को लेकर कई बार समस्या ज्यादा उत्पन्न होती है, ऐसे में इन तमाम पहलुओं को लेकर के प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
"इस प्रशिक्षण के माध्यम से सिर्फ शैक्षिक प्रशिक्षण नहीं बल्कि व्यक्तित्व निखारने की भी कोशिश की जा रही है. प्रतिभागियों को अपने कला और हॉबी को निखारने और सबके समक्ष प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा, कोई अच्छे वक्ता हैं तो उन्हें प्रस्तुति देने के प्रोत्साहन के तौर पर उपहार भी दिया जाता है." -संजीव हंस, सीएमडी
Conclusion: वर्कशॉप में प्रतिभागियों को अपने स्ट्रेस को कम करने का मौका मिलता है साथी टीम के बीच आपसी समझ बढ़ती है और एक दूसरे को जानने का भी मौका मिलता है और काम के दौरान जो उनके साथ समस्या उत्पन्न होती है वह एक दूसरे से फीडबैक भी ली जाती है. इस कार्यशाला में ऊर्जा विभाग के अधिकारी कर्मचारी के साथ-साथ रिटायर्ड डीजीपी एसके सिंघल, सिक्योरिटी एडवाइजर और कई अधिकारी मौजूद रहे.