सिवान: बिहार के सिवान जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां डॉक्टर की लापरवाही से प्रसूता की ऑपरेशन के बाद मौत हो गई. मामला जिले के महादेवा ओपी थाना क्षेत्र का है. जहां डॉक्टर कॉलोनी स्थित सुमित्रा अस्पताल में प्रसूता की जान चली गई. घटना के बाद से मृतका के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
आशा कार्यकर्ता ने कराया भर्ती: इस संबंध में पति नीतीश सिंह ने बताया के शनिवार सुबह गांव की ही एक आशा कार्यकर्ता आरती पंडित ने उसकी पत्नी को वहां एडमिट कराया था. इस बीच जब पत्नी को लेबर पेन शुरू हुआ तो डॉक्टरों ने ऑपरेशन के नाम पर 30 हजार एडवांस जमा करा लिया. ऑपरेशन में उन्हें बच्ची हुई. लेकिन उसके तुरंत बाद पत्नी की हालत बिगड़ने लगी.
अधिक ब्लीडिंग से गई जान: डॉक्टरों द्वारा बताया गया कि ब्लीडिंग ज्यादा हो रही है. दो यूनिट ब्लड का इंतजाम कीजिए. जिसके बाद उनके परिवार वालों ने किसी तरह गोपालगंज से दो यूनिट ब्लड का प्रबंध किया और लेकर आए. लेकिन तब तक अधिक ब्लीडिंग होने के कारण उनकी हालत अधिक बिगड़ गई. मृतिका की पहचान नीतीश सिंह की पत्नी निक्की देवी के रूप में हुई है.
मौका लगते ही फरार हुए डॉक्टर: वहीं, पति का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद अस्पताल कर्मी कुछ नहीं बोल रहे थे. इस बीच निक्की के परिजनों ने जिद किया कि उन्हें पेशेंट को देखने दिया जाए. जिसके बाद डॉक्टर ने कहा कि ठीक है 5 मिनट में आपको बुलाते हैं. लेकिन तब तक सभी लोग मौके से फरार हो गए. जब परिजन अंदर गए तो उन्होंने निक्की को खून से लथपथ देखा. जिसके बाद परिजन एंबुलेंस उसे बुलाकर गोरखपुर ले जाने लगे. लेकिन तब तक रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.
संचालक ताला लगाकर हुआ फरार: इधर, मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया. इस बीच लोगों को आक्रोशित देख संचालक वहां आया और अस्पताल में ताला लगाकर फरार हो गया.
"घटना की जानकारी मिलने पर हम लोग मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. साथ ही आवेदन के अनुसार एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गए हैं." - कुंदन कुमार पांडे, थाना प्रभारी
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