सिरसा: हरियाणा में नशे के कारोबार की जड़ें किस कदर फैल चुकी है, ये किसी से छिपा नहीं है. नशे के कारोबार में न केवल युवा वर्ग बल्कि महिलाएं भी जुड़ी हुई हैं. इसका परिणाम सिरसा जेल में राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने देखा. सिरसा पहुंची रेनू भाटिया ने कहा कि महिलाएं ज्यादातर नशा और फ्रॉड के मामले में जेल में बंद है. रेणू भाटिया ने कहा कि अब जेल में बंद महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा.
नशा बेचने में महिलाओं की संख्या ज्यादा: हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि सिरसा जेल में लगभग 50 के करीब महिलाएं हैं. जिनमे से अधिकतर ऐसी हैं, जो नशा बेचने के आरोप में सजा काट रही हैं. उन्होंने इस पर दुख जाहिर करते हुए कहा की जो इस क्षेत्र को बदनाम करने का टैग लग चुका है कि यहां पर नशे का काम ज्यादा होता है यह वाक्य में देखने को मिली है. इसको बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है. इसके साथ-साथ बैंक फ्रॉड के मामलों में भी महिलाओं की संख्या यहां पर ज्यादा है. उन्होंने बताया कि इस पर चिंतन करना होगा कि ऐसी महिलाओं की संख्या ज्यादा क्यों है.
'मुख्यधारा से जोड़ी जाएंगी कैदी महिलाएं': उन्होंने कहा की इस पर गंभीरता से काम किया जाएगा कि यह महिला जब बाहर निकलेंगी, तो उन्हें समाज की मुख्यधारा से कैसे जोड़ा जाए. उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी जेल का उन्होंने दौरा किया है. जेल अधीक्षक की बढ़ाई करते हुए कहा की उनके द्वारा किए कार्य काफी सराहनीय है.
पूरे हरियाणा की जेल में बंद महिलाओं के बारे में उन्होंने नोटिस किया है कि इन महिलाओं को कोई भी अपनाते नहीं है. इसको लेकर मंथन किया गया कि इन महिलाओं को कैसे मुख्यधारा में जोड़ा जाए. इसपर विचार किया जा रहा है. इसके लिए महिलाओं की टीम भी बनाई गई है. जो इन महिलाओं को मुख्यधारा से जोड़ने का काम करेंगी. उन्होंने कहा कि सिरसा की जेल में महिलाओं के लिए काफी सुविधा देखने को मिली है. काफी साफ सुथरा यहां का माहौल था और यहां पर डॉक्टर भी उपलब्ध है.
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