कुचामनसिटी. लाडनूं के स्थानीय राजकीय चिकित्सालय में लगे वाटर कूलर से पानी भरते समय करंट की चपेट में आकर एक महिला की मौत हो गई. करंट लगते ही चिकित्साकर्मियों ने इस महिला को गंभीर हालत में आनन-फानन में इमर्जेंसी वार्ड पहुंचाया और इलाज शुरू किया, लेकिन चिकित्सकों के प्रयासों के बावजूद उस महिला को बचाया नहीं जा सका.
मृतक महिला के परिजन अशोक कुमार ने बताया कि कासण निवासी सुमित्रा (33) पत्नी केसाराम कालेरा जाट अस्पताल में भर्ती अपने बीमार रिश्तेदार से मिलने आई थी. वह उनके लिए पानी की बोतल लेकर अस्पताल परिसर में दानदाता द्वारा लगाए गए वाटर कूलर से पानी भरने आई. लेकिन वाटर कूलर में करंट होने के चलते वह चपेट में आ गई और उसकी मौत हो गई.
पढ़ें: कुचामनसिटी में करंट लगने की दो अलग-अलग घटनाओं में 3 लोगों की मौत - Electrocution in Kuchamancity
अस्पताल प्रशासन के प्रति लोगों में रोष: महिला की मौत से लोगों में रोष देखा गया और अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया. वहां एकत्र लोगों का कहना है कि इस मामले में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए तथा मृतक महिला के परिजनों को मुआवजा दिया जाना चाहिए. पुलिस मौके पर पहुंच गई और महिला के शव का पोस्टमार्टम करवाएं जाने के लिए शव को मोर्चरी में रखवाया गया है.
पढ़ें: धौलपुर में करंट की चपेट में आने से दो युवकों की मौत - 2 youths died due to electric shock
समस्या से अवगत कराने के बावजूद हुई लापरवाही: बताया जा रहा है कि अस्पताल में लगे वाटर कूलरों में पिछले कई महीनों से करंट दौड़ रहा था, जिसकी जानकारी यहां अस्पताल के सफाई सुरवाईजर, पीएमओ, अस्पताल प्रशासन को देकर अवगत करवाया गया था, लेकिन लापरवाही के कारण इस तरफ ध्यान नहीं दिया गया और करंट को हवाई मान कर विचार नहीं किया गया. आखिर लापरवाही ने एक जान की बलि ले ही ली.
अस्पताल परिसर में कई विद्युत उपकरण लगे हुए हैं और उनकी नियमित देखरेख की व्यवस्था भी है. लेकिन लापरवाही बरती जाने से ऐसी स्थिति बनी. अभी भी अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो यहां वाटर कूलर ही नहीं मरीजों के लिए लगे कूलर और दूसरे उपकरण भी जानलेवा साबित हो सकते हैं. थाना अधिकारी रामेश्वर लाल मीणा ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू की जा रही है. शव को राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. परिवारजनों से समझाइश की जा रही है.