भागलपुर: बिहार में शराबबंदी को लेकर सरकार तरह-तरह के दावे करती है इसको लेकर शुरू से ही बिहार के मुखिया नीतीश कुमार अपनी पीठ थपथपा ने को लेकर नहीं चूकते हैं वह अपने इस नियम कानून को जगह-जगह अपने भाषणों में बताते हैं वहीं से बीच भागलपुर जिले के उत्पाद कोर्ट से एक नया मामला सामना उत्पाद कोर्ट से अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जिसमें शराब मामले में गवाही देने पहुंचे गवाह रंजीत सिंह खुद शराब पीने के जुर्म में उत्पाद अधिनियम के तहत जेल चले गए .
क्या है पूरा मामला?: बता दें कि भागलपुर के उत्पाद कोर्ट 2 में जिला के नवगछिया पुलिस के एक मामला की सुनवाई कर रही थी. इस दौरान गवाही देने के लिए युवक रणजीत सिंह को हाजिर किया गया था. इसी बीच उत्पाद कोर्ट 2 में न्यायाधीश के सामने गवाह को डेक पर बुलाया गया. अपने गवाही के दौरान युवक रणजीत सिंह के पैर लड़खारने शुरू हो गए. जिसपर जज साहब को शक हुआ तो उन्होंने पूछा की लड़खड़ा क्यों रहे हो. पूछताछ के दौरान नशे में झूमते हुए गवाह ने बताया कि हुजूर थोड़ी सा पी ली है.
गवाही देने पहुंचा था शराबी: इस संबंध में विशेष लोक अभियोजक उत्पाद कोर्ट 2 भोला मंडल ने बताया कि रंजीत कुमार सिंह को गवाही के लिए बुलाया गया था. जहां उसे शराब के नशे में पाया गया. वहीं शराब की पुष्टि के लिए विशेष न्यायाधीश ने जांच करवाने को लेकर ब्रेथ एनालिसिस करवाया जिसमें की 82% अल्कोहल पाए जाने पर उसका मेडिकल चेकअप करा कर जेल भेजा गया.
"पूछताछ के दौरान रंजीत ने खुद ही शराब पीने की बात बताई थी, फिर कोर्ट ने आदेश देकर रंजीत कुमार को मशीन से जांच करवाया उसके बाद न्यायाधीश ने कार्रवाई करते हुए उसे जेल भेज दिया."-भोला मंडल, विशेष लोक अभियोजक, उत्पाद कोर्ट 2