सागर: आजकल कई पैरेंट्स इस बात को लेकर फिक्रमंद रहते हैं कि उनके बच्चे की हाइट क्यों नहीं बढ़ रही है. ऐसी स्थिति में पेरेंट्स तरह-तरह के प्रोटीन पाउडर और दवाईयां ढूंढने लगते हैं, जिससे उनके बच्चे की हाइट बढ़ जाए. लेकिन ऐसे मामलों में एक्सपर्ट की राय बहुत जरूरी होती है. इसके लिए कोई दवा नहीं बल्कि खानपान नियंत्रित और संतुलित करने की जरूरत होती है. जानकार बताते हैं कि बच्चों की हाइट के लिए विटामिन डी और कैल्शियम जरूरी है. अगर बच्चे के खानपान में इन चीजों की कमी हो तो बच्चे बौने रह जाते हैं.
लंबाई बढ़ाने में कैसे मददगार होता है विटामिन डी
एक्सपर्ट की मानें तो हाइट बढ़ाने के लिए सीधे तौर पर विटामिन जिम्मेदार नहीं है. लेकिन विटामिन D शरीर में जो बदलाव लाता है उससे हाइट पर जरूर असर पड़ता है. एक्सपर्ट कहते हैं कि, अगर शरीर में विटामिन डी की कमी है तो इसका सबसे ज्यादा असर बॉडी की ग्रोथ पर पड़ता है. क्योंकि विटामिन डी शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करता है. कैल्शियम शरीर में हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करने का काम करता है, जो शरीर की ग्रोथ को प्रभावित करते हैं.
विटामिन डी से कैल्शियम की वृद्धि होती है
विटामिन डी की कमी से बच्चों की लंबाई पर असर पड़ता है. इसकी कमी से बच्चों का विकास असंतुलित हो जाता है. खास बात ये है कि बच्चों के शरीर में अंगों का विकास वयस्कों के मुकाबले काफी तेजी से होता है. आमतौर पर बच्चे वो खाना ज्यादा पसंद करते हैं जो स्वादिष्ट और अच्छा लगता है. जबकि उन्हें कैल्शियम की ज्यादा जरूरत होती है. क्योंकि इसी समय हड्डियों और दांतों का विकास होता है. शरीर की ग्रोथ के लिए जरूरी हार्मोन भी विटामिन डी की कमी से प्रभावित होते हैं और शरीर की वृद्धि पर इसका असर पड़ता है. कई मामलों में देखा गया है कि बच्चे बौने रह जाते हैं. एक बात ध्यान रखना ज्यादा जरूरी है कि अगर शरीर में विटामिन डी की कमी रहती है, तो बच्चों का खाने में भी मन नहीं लगता है.
कैसे करें विटामिन डी की कमी पूरी
विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत धूप को माना गया है. इसके लिए जरूरी है कि बच्चे को जन्म के कुछ महीनों बाद से ही धूप में जरूर ले जाएं. डॉक्टर भी बच्चे के जन्म के समय यही सलाह देते हैं. लेकिन देखा जाता है कि आजकल के माता-पिता अपने बच्चे को जरा सी भी धूप से बचाते हैं. बच्चों को नियमित तौर पर सुबह की धूप में बाहर ले जाना चाहिए. इसके अलावा खान-पान में कुछ ऐसी चीजें शामिल की जा सकती हैं जो बच्चे की हाइट बढ़ाने में मददगार हो सके. इनमें अंडे का पीला हिस्सा, मछली का तेल, दूध और मक्खन हो सकता है. इसके अलावा अगर बच्चा आसानी से अनाज से बनी चीजें खाता लेता है तो भी काफी हद तक इस विटामिन की कमी पूरी हो जाती है. सैल्मन मछली को विटामिन डी का बेहतरीन स्रोत माना जाता है.
क्या कहते हैं जानकार
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ सुमित रावत बताते हैं कि, "विटामिन डी सिर्फ एक विटामिन नहीं, बल्कि हमारे शरीर में बहुत सारे मेटाबॉलिज्म में काम करता है. मेटाबॉलिज्म भोजन को एनर्जी में बदलने के साथ नई कोशिकाओं के निर्माण और पुरानी कोशिकाओं को सुरक्षित रखने का काम करता है. मेटाबॉलिज्म के कारण शरीर के पोषक तत्व, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फैट एनर्जी में बदलते हैं. इस विटामिन का सीधे तौर पर हाइट बढ़ाने में बहुत बड़ा रोल नहीं है. लेकिन यह हड्डियों में कैल्शियम जमा कराने का काम करता है. जब हड्डियों में कैल्शियम जमा होगा, तभी हड्डियों की सही तरीके से ग्रोथ हो पाएगी.
ऐसे व्यक्ति जिनकी कैल्शियम की कमी के कारण ग्रोथ नहीं हो पा रही है, उसके लिए विटामिन डी जरूर मददगार साबित होगा. इसके अलावा यह बाकी हार्मोन की सेहत के लिए भी जरूरी है. जैसे कि ग्रोथ हार्मोन और पिट्यूटरी ग्रंथि. जिसके शरीर में विटामिन डी की कमी रहेगी उसके शारीरिक ग्रोथ में तो समस्या तो आएगी ही साथ ही उसमें खाने पीने की रुचि कम हो जाएगी. "