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एक बार फिर एक्टिव होगा पश्चिमी विक्षोभ, जानिए राजस्थान के मौसम पर कैसा रहेगा असर ? - weather in rajasthan

प्रदेश में इस महीने की शुरुआत के साथ ही मौसम में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. अप्रैल महीने के पहले चार दिनों में जहां शुरुआत में गर्मी और तपिश का एहसास हुआ, तो बाद के दो दिनों में रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई. राज्य के मौसम में एक बार फिर इसी तरह का बदलाव देखने को मिलेगा, जब पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होगा.

Western disturbance will become active once again in rajasthan
एक बार फिर एक्टिव होगा पश्चिमी विक्षोभ
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Apr 4, 2024, 10:14 AM IST

Updated : Apr 4, 2024, 2:15 PM IST

जयपुर. अप्रैल के महीने में दिन का पारा प्रदेश के कई स्थानों पर 40 डिग्री को पार करने के बाद तपिश का एहसास कर चुका है, वही तापमान में उतार चढ़ाव का यह दौर शुक्रवार 5 अप्रैल से एक बार फिर देखने को मिल सकता है. मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के मुताबिक कल 5 अप्रैल से राज्य में पश्चिमी विक्षोभ एक बार फिर सक्रिय होगा. इस दौरान राज्य के ज्यादातर हिस्सों में तापमान सामान्य के आसपास ही बना रहेगा, यानी इस हफ्ते 9 अप्रैल तक टेंपरेचर में इजाफा नहीं होगा. हालांकि कुछ क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना रहेगा, तो जयपुर, सीकर और चूरू समेत आधा दर्जन जिलों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. इस दौरान जैसलमेर और आसपास के क्षेत्रों में कहीं कहीं मेघगर्जन के साथ आकाशीय बिजली और तेज हवा के साथ हल्की वर्षा की संभावना है.

इधर, प्रदेश में पश्चिम विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश में कई जगह पर बुधवार को हल्की बारिश हुई. सीकर, चूरू, बीकानेर, नागौर समेत कई जगह पर हल्की बारिश होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं जयपुर, भरतपुर, अजमेर, जोधपुर समेत कई जगह पर बादल छाए हुए नजर आए. तापमान में गिरावट होने से लोगों को तेज गर्मी से राहत मिल रही है. गुरुवार को राजधानी जयपुर में कभी धूप तो कभी बादल छाए हुए नजर आ रहे हैं. प्रदेश में 5 अप्रैल से फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके कारण बारिश होने की संभावना है.

जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक 3 अप्रैल को शुरू हुए पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म हो गया है। प्रदेश में गुरुवार को अधिकतर जगहों पर मौसम साफ रहने की संभावना है. राजधानी जयपुर समेत अन्य जगहों पर बादलों की आवाजाही देखने को मिल रही है. वही 5 अप्रैल को फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। जिसके कारण प्रदेश में कई जगह पर हल्की बारिश होने की संभावना है, तो वहीं कई जगह पर बादल छाए रहने की संभावना है.

इस बार तेज रहेगा गर्मी का असर: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक आने वाले दिनों में उत्तरी भारत राज्यों के अलावा मध्य और दक्षिण भारत के राज्यों में गर्मी का असर तेज रहेगा. खासतौर पर राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ेगी. प्रदेश में पश्चिमी हिस्से में गर्मी का असर ज्यादा दिखेगा. इनमें जालौर, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर और पाली जिले शामिल हैं.

पढ़ें: पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश के कई जिलों में बारिश की संभावना

तापमान ज्यादा रहने की आशंका को देखते हुए मौसम विभाग ने इन जिलों को रेड जोन में रखा है. अप्रैल से जून तक जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, जालोर, पाली, बीकानेर, श्रीगंगानगर, चूरू, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, भरतपुर, धौलपुर और करौली में पारा 40 डिग्री से ऊपर रहने की संभावना है. अप्रैल के दूसरे हफ्ते से तापमान सामान्य से ऊपर जाएगा और लू चलने की संभावना रहेगी.
अच्छी बारिश का भी है आसार: पश्चिमी विक्षोभ के असर से प्रदेश में इस बार सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है. राजस्थान में सामान्य तौर पर अप्रैल में 4.4 मिमी औसत बारिश होती है. लेकिन अप्रैल की शुरुआती हफ्ते में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव होने के कारण राज्य में अच्छी बारिश होगी. मौसम विभाग के अनुसार प्रशांत महासागर में ला नीनो कंडीशन बनेगी. इसके बाद भारत में मानसून बेहतर होगा. फिलहाल प्रशांत महासागर में अल नीनो का असर देखा जा रहा है, जो धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है. इसी वजह से अब ला नीनो एक्टिव होगा और अच्छी बारिश के संकेत देगा.

जयपुर. अप्रैल के महीने में दिन का पारा प्रदेश के कई स्थानों पर 40 डिग्री को पार करने के बाद तपिश का एहसास कर चुका है, वही तापमान में उतार चढ़ाव का यह दौर शुक्रवार 5 अप्रैल से एक बार फिर देखने को मिल सकता है. मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के मुताबिक कल 5 अप्रैल से राज्य में पश्चिमी विक्षोभ एक बार फिर सक्रिय होगा. इस दौरान राज्य के ज्यादातर हिस्सों में तापमान सामान्य के आसपास ही बना रहेगा, यानी इस हफ्ते 9 अप्रैल तक टेंपरेचर में इजाफा नहीं होगा. हालांकि कुछ क्षेत्रों में मौसम शुष्क बना रहेगा, तो जयपुर, सीकर और चूरू समेत आधा दर्जन जिलों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. इस दौरान जैसलमेर और आसपास के क्षेत्रों में कहीं कहीं मेघगर्जन के साथ आकाशीय बिजली और तेज हवा के साथ हल्की वर्षा की संभावना है.

इधर, प्रदेश में पश्चिम विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश में कई जगह पर बुधवार को हल्की बारिश हुई. सीकर, चूरू, बीकानेर, नागौर समेत कई जगह पर हल्की बारिश होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं जयपुर, भरतपुर, अजमेर, जोधपुर समेत कई जगह पर बादल छाए हुए नजर आए. तापमान में गिरावट होने से लोगों को तेज गर्मी से राहत मिल रही है. गुरुवार को राजधानी जयपुर में कभी धूप तो कभी बादल छाए हुए नजर आ रहे हैं. प्रदेश में 5 अप्रैल से फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके कारण बारिश होने की संभावना है.

जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक 3 अप्रैल को शुरू हुए पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म हो गया है। प्रदेश में गुरुवार को अधिकतर जगहों पर मौसम साफ रहने की संभावना है. राजधानी जयपुर समेत अन्य जगहों पर बादलों की आवाजाही देखने को मिल रही है. वही 5 अप्रैल को फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। जिसके कारण प्रदेश में कई जगह पर हल्की बारिश होने की संभावना है, तो वहीं कई जगह पर बादल छाए रहने की संभावना है.

इस बार तेज रहेगा गर्मी का असर: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक आने वाले दिनों में उत्तरी भारत राज्यों के अलावा मध्य और दक्षिण भारत के राज्यों में गर्मी का असर तेज रहेगा. खासतौर पर राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ेगी. प्रदेश में पश्चिमी हिस्से में गर्मी का असर ज्यादा दिखेगा. इनमें जालौर, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर और पाली जिले शामिल हैं.

पढ़ें: पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश के कई जिलों में बारिश की संभावना

तापमान ज्यादा रहने की आशंका को देखते हुए मौसम विभाग ने इन जिलों को रेड जोन में रखा है. अप्रैल से जून तक जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, जालोर, पाली, बीकानेर, श्रीगंगानगर, चूरू, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, भरतपुर, धौलपुर और करौली में पारा 40 डिग्री से ऊपर रहने की संभावना है. अप्रैल के दूसरे हफ्ते से तापमान सामान्य से ऊपर जाएगा और लू चलने की संभावना रहेगी.
अच्छी बारिश का भी है आसार: पश्चिमी विक्षोभ के असर से प्रदेश में इस बार सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है. राजस्थान में सामान्य तौर पर अप्रैल में 4.4 मिमी औसत बारिश होती है. लेकिन अप्रैल की शुरुआती हफ्ते में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव होने के कारण राज्य में अच्छी बारिश होगी. मौसम विभाग के अनुसार प्रशांत महासागर में ला नीनो कंडीशन बनेगी. इसके बाद भारत में मानसून बेहतर होगा. फिलहाल प्रशांत महासागर में अल नीनो का असर देखा जा रहा है, जो धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है. इसी वजह से अब ला नीनो एक्टिव होगा और अच्छी बारिश के संकेत देगा.

Last Updated : Apr 4, 2024, 2:15 PM IST
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