ETV Bharat / state

हिमाचल में सैलानियों को मिलेगी वेलनेस सेंटर्स की सुविधा, केरल की तर्ज पर हेल्थ टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा - Wellness Centres in HPTDC hotels

हिमाचल में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने पर्यटन निगम के होटल्स में अब वेलनेस सेंटर्स बनाने का निर्णय लिया है. एशियाई विकास बैंक की मदद से कुल्लू जिले में दो वेलनेस सेंटर्स बनाए जाएंगे. इस पर 70 करोड़ से अधिक की लागत आएगी.

हिमाचल में सैलानियों को मिलेगी वेलनेस सेंटर्स की सुविधा
हिमाचल में सैलानियों को मिलेगी वेलनेस सेंटर्स की सुविधा (HPTDC)
author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jul 19, 2024, 8:42 PM IST

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में पर्यटन कारोबार को बढ़ावा देने के लिए सरकार प्रयासरत है. सरकार एक साल में 5 करोड़ सैलानियों का हिमचाल लाने का लक्ष्य तय किया है. इसके लिए प्रदेश सरकार कई योजनाओं पर काम कर रही है. सैलानियों को पर्यटन निगम के माध्यम से सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं. वहीं, अब पर्यटन निगम के होटलों में अब वेलनेस सेंटर भी चलाए जाएंगे.

वेलनेस सेंटर के माध्यम से अब देश-विदेश के सैलानी भारत के प्राचीन आयुर्वेद विद्या की भी जानकारी ले सकेंगे और आयुर्वेद का भी लाभ उठा पाएंगे. इसके लिए जिला कुल्लू में भी दो जगह पर वेलनेस सेंटर्स का निर्माण किया जाएगा और पर्यटन विभाग अब इसकी टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू करने जा रहा है. जिला कुल्लू के मुख्यालय गांधी नगर में होटल सिल्वर मून और मनाली के मनालसु होटल में वेलनेस सेंटर बनाए जाएंगे. पर्यटन निगम की ओर से इसके लिए नक्शा भी तैयार किया जा रहा है.

एशियाई विकास बैंक से योजना चढ़ेगी सिरे

एशियाई विकास बैंक की मदद से इस प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारा जाएगा, जिसके तहत मनाली में वेलनेस सेंटर पर 43 करोड़ 98 लाख रुपए और कुल्लू के गांधीनगर के होटल सिल्वर मून में बनने वाले सेंटर पर 26 करोड़ 30 लाख रुपए की राशि खर्च की जाएगी. मनाली के मनालसू होटल में बनने वाले वेलनेस सेंटर में स्विमिंग पूल, योगा हॉल, आयुर्वेदिक मसाज सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी. पर्यटन विभाग ने इसकी टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

वेलनेस सेंटर्स में मिलेंगी ये सुविधाएं

पर्यटन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वेलनेस सेंटर में 18 कमरे बनाए जाएंगे. वहीं, इन कमरों में योग, मेडिटेशन, स्पा के साथ स्टीम बाथ और हीलिंग सेंटर की तरह इसे विकसित किया जाएगा. जिला कुल्लू में अभी तक इस तरह का कोई भी वेलनेस सेंटर नहीं है. बता दें कि पर्यटन विभाग प्रदेश में कई होटलों का संचालन कर रहा है, लेकिन यहां आने वाले सैलानी अब निगम के होटल्स में वेलनेस सेंटर का भी आनंद ले सकेंगे.

आयुर्वेद विशेषज्ञों की ली जाएंगी सेवाएं

भारत के केरल में भी हेल्थ टूरिज्म के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है. देश-विदेश से सैलानी केरल में पंचकर्म, आयुर्वेद की अन्य विधियों का लाभ लेने के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में अब हिमाचल प्रदेश में भी आयुर्वेद विभाग के जरिए इस तरह के वेलनेस सेंटर, तैयार किए जाएंगे. पर्यटन विभाग के माध्यम से उन्हें चलाने का प्रावधान किया गया है. इन वेलनेस सेंटर में आयुर्वेद विशेषज्ञ योग, मेडिटेशन और स्पा जैसी सुविधाओं को देंखेंगे. हिमाचल प्रदेश को भी अब हेल्थ टूरिज्म के नाम पर विकसित करने का प्रारूप सरकार की ओर से तैयार किया गया है.

70 करोड़ से अधिक की धनराशि होगी खर्च

जिला पर्यटन अधिकारी कुल्लू सुनैना शर्मा ने बताया 'कुल्लू और मनाली में एशियाई विकास बैंक की मदद से दो वेलनेस सेंटर्स का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 70 करोड रुपए से अधिक की राशि खर्च की जाएगी. इसके लिए अब टेंडर की प्रक्रिया को भी शुरू किया जा रहा है.'

ये भी पढ़ें: इस बार प्रदेश में रूठे बादल... 40 फीसदी कम रेनफॉल, इस दिन से बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में पर्यटन कारोबार को बढ़ावा देने के लिए सरकार प्रयासरत है. सरकार एक साल में 5 करोड़ सैलानियों का हिमचाल लाने का लक्ष्य तय किया है. इसके लिए प्रदेश सरकार कई योजनाओं पर काम कर रही है. सैलानियों को पर्यटन निगम के माध्यम से सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं. वहीं, अब पर्यटन निगम के होटलों में अब वेलनेस सेंटर भी चलाए जाएंगे.

वेलनेस सेंटर के माध्यम से अब देश-विदेश के सैलानी भारत के प्राचीन आयुर्वेद विद्या की भी जानकारी ले सकेंगे और आयुर्वेद का भी लाभ उठा पाएंगे. इसके लिए जिला कुल्लू में भी दो जगह पर वेलनेस सेंटर्स का निर्माण किया जाएगा और पर्यटन विभाग अब इसकी टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू करने जा रहा है. जिला कुल्लू के मुख्यालय गांधी नगर में होटल सिल्वर मून और मनाली के मनालसु होटल में वेलनेस सेंटर बनाए जाएंगे. पर्यटन निगम की ओर से इसके लिए नक्शा भी तैयार किया जा रहा है.

एशियाई विकास बैंक से योजना चढ़ेगी सिरे

एशियाई विकास बैंक की मदद से इस प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारा जाएगा, जिसके तहत मनाली में वेलनेस सेंटर पर 43 करोड़ 98 लाख रुपए और कुल्लू के गांधीनगर के होटल सिल्वर मून में बनने वाले सेंटर पर 26 करोड़ 30 लाख रुपए की राशि खर्च की जाएगी. मनाली के मनालसू होटल में बनने वाले वेलनेस सेंटर में स्विमिंग पूल, योगा हॉल, आयुर्वेदिक मसाज सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी. पर्यटन विभाग ने इसकी टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी है.

वेलनेस सेंटर्स में मिलेंगी ये सुविधाएं

पर्यटन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वेलनेस सेंटर में 18 कमरे बनाए जाएंगे. वहीं, इन कमरों में योग, मेडिटेशन, स्पा के साथ स्टीम बाथ और हीलिंग सेंटर की तरह इसे विकसित किया जाएगा. जिला कुल्लू में अभी तक इस तरह का कोई भी वेलनेस सेंटर नहीं है. बता दें कि पर्यटन विभाग प्रदेश में कई होटलों का संचालन कर रहा है, लेकिन यहां आने वाले सैलानी अब निगम के होटल्स में वेलनेस सेंटर का भी आनंद ले सकेंगे.

आयुर्वेद विशेषज्ञों की ली जाएंगी सेवाएं

भारत के केरल में भी हेल्थ टूरिज्म के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है. देश-विदेश से सैलानी केरल में पंचकर्म, आयुर्वेद की अन्य विधियों का लाभ लेने के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में अब हिमाचल प्रदेश में भी आयुर्वेद विभाग के जरिए इस तरह के वेलनेस सेंटर, तैयार किए जाएंगे. पर्यटन विभाग के माध्यम से उन्हें चलाने का प्रावधान किया गया है. इन वेलनेस सेंटर में आयुर्वेद विशेषज्ञ योग, मेडिटेशन और स्पा जैसी सुविधाओं को देंखेंगे. हिमाचल प्रदेश को भी अब हेल्थ टूरिज्म के नाम पर विकसित करने का प्रारूप सरकार की ओर से तैयार किया गया है.

70 करोड़ से अधिक की धनराशि होगी खर्च

जिला पर्यटन अधिकारी कुल्लू सुनैना शर्मा ने बताया 'कुल्लू और मनाली में एशियाई विकास बैंक की मदद से दो वेलनेस सेंटर्स का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 70 करोड रुपए से अधिक की राशि खर्च की जाएगी. इसके लिए अब टेंडर की प्रक्रिया को भी शुरू किया जा रहा है.'

ये भी पढ़ें: इस बार प्रदेश में रूठे बादल... 40 फीसदी कम रेनफॉल, इस दिन से बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.