लखनऊ: लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के चुनाव प्रचार का शोर थम गया है. उत्तर प्रदेश में सातवें और अंतिम चरण के 13 सीटों पर प्रचार के आखिरी दिन सभी राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी. गुरुवार शाम 5:00 बजे से सातवें चरण की 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार पूरी तरह से थम गया. इस चरण में कुल 144 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनकी किस्मत का फैसला एक जून को 13 लोकसभा सीटों की जनता करेगी.
एक जून को होने वाले चुनाव के लिए शुक्रवार को सभी जिला मुख्यालयों से पोलिंग स्टेशनों के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी. निष्पक्ष शांतिपूर्ण और पारदर्शी चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग की तरफ से सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश दिए गए हैं, साथ ही भीषण गर्मी को देखते हुए मतदान केन्द्रों पर उचित प्रबंध किए जाने के दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि, प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, भयमुक्त, प्रलोभनमुक्त और सुरक्षित मतदान कराने की प्रक्रिया चल रही है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि, सातवें चरण में 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कुल 144 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
सातवें चरण के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से चुनाव मैदान में है. उनके खिलाफ कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय चुनाव लड़ रहे हैं. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से, केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे चंदौली और केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी महाराजगंज से चुनाव मैदान में हैं.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि सातवें चरण की 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों तथा 403-दुद्धी (अ0ज0जा0) विधानसभा उप निर्वाचन के लिए 1 जून को होने वाले मतदान को सकुशल, निष्पक्ष और शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए शुक्रवार को पोलिंग बूथों के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी. इसके लिए सातवें चरण के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को समय से पोलिंग पार्टियों को रवाना करने के निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि, सातवें चरण के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों से सम्बन्धित सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदान केन्द्रों एवं मतदेय स्थलों (पोलिंग बूथ) पर मतदाताओं एवं मतदान कर्मिकों को जरूरी सुविधाएं मुहैय्या कराने के निर्देश दिये गये है. पोलिंग पार्टियों के रवाना होने से पहले सभी मतदान कर्मिकों को हीट स्ट्रोक से बचने के लिए मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए, जिससे आवश्यकता पड़ने पर इस्तेमाल की जा सके.