वैशाली: बिहार में चार चरण की वोटिंग हो चुकी है. वैशाली में 20 मई को वोटिंग है. वैशाली डीएम वोटिंग परसेंटेज बढ़ने के लिए एक अनोखी पहल की है. वैशाली जिला समाहरणालय में कॉलसेंटर बनाया गया है. यहां कुछ अलग तरीके से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. कॉलसेंटर में प्रतिनियुक्त दस महिला कर्मी लगातार वोटरों को फोन कर बोल रहीं हैं कि 'हैलो आप वोट देने आ रहे हैं, आप वोट देने जरूर आइए, यह आपका अधिकार है.'
वैशाली में वोट देने के लिए कॉल सेंटर से फोन: दरअसल, यह फोन कॉल वैसे लोगों को किया जा रहा है, जो अपने जिले या अपने राज्य से बाहर हैं. उन्हें फोन कर मतदान के दिन अपने मतदान केंद्र पर पहुंचकर मतदान करने की अपील की जा रही है. वोटर भी जिला प्रशासन के इस पहल की सराहना कर प्रशासन को मतदान करने का आश्वासन दे रहे हैं. सबसे खास बात यह है कि लोकतंत्र की धरती वैशाली में मतदान 70 प्रतिशत कराने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके तहत ये सारी कवायद की जा रही है.
87 प्रतिशत वोटरों से किया गया संपर्क: लोकतंत्र की धरती वैशाली में मतदान 70 प्रतिशत कराने का लक्ष्य रखा गया है. जिला निर्वाचन पदाधिकारी यशपाल मीणा ने बताया कि जिले में लगभग 26 लाख मतदाता हैं. जिनमें से 87 प्रतिशत वोटरों से सम्पर्क स्थापित किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि इस बार सबुह 6 बजे से शाम के 6 बजे तक मतदान होगा. उन्होंने इस अनोखे कॉल सेंटर के बारे में बताया कि हम लोगों ने जो कंट्रोल रूम बनाया है कल कलेक्ट्रेट में स्थित मीटिंग हॉल में वह कार्यरत है.
"कलेक्ट्रेट के मीटिंग हॉल में वह कार्यरत है. उसमे 10 टेलीफोन लाइन लगाई है. कॉल सेंटर के माध्यम से उन लोगों से संपर्क कर रहे हैं. उनसे निवेदन कर रहे हैं कि जैसे छठ महापर्व में अपने गांव आते हैं. ठीक उसी तरह यह भी लोकतंत्र का महापर्व है और वैशाली गणतंत्र की जननी है. इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोग बाहर से भी आए जो यहां के मतदाता है. हम लोग एक बेहतर वोटिंग परसेंटेज के साथ लोकतंत्र को मजबूती और एक अच्छा रिजल्ट दें. जिससे वोटिंग परसेंटेज बढ़े." - यशपाल मीणा, जिलाधिकारी वैशाली.
कॉलसेंटर में लगाए गए हैं 10 टेलीफोन: दरअसल, वैशाली जिला समाहरणालय में इसके लिए खास कंट्रोल रूम बनाया गया है. जिसमें 10 टेलीफोन लाइने लगाई गई है. जहां प्रतिनियुक्त दस महिला कर्मी लगातार वोटरों को फोन कर रही है. फोन कॉल वैसे लोगों को किया जा रहा है जो अपने जिले या अपने राज्य से बाहर है. उन्हें फोन कर मतदान के दिन अपने मतदान केंद्र पर पहुंच कर मतदान करने की अपील की जा रही है.
पार्टियों को मिला मतदान प्रतिशत : वैशाली लोकसभा सीट 1952 से 1977 तक अस्तित्व में नहीं थी. 1977 में दिग्विजय नारायण सिंह सांसद चुने गए. 2019 में मिले मतदान पर गौर करें तो यहां 52.87 प्रतिशत लोजपा को मत प्राप्त हुआ था. वहीं राष्ट्रीय जनता दल को 31.04% जबकि अन्य दलों को 16.09% मत प्राप्त हुआ था. यहां से बीना देवी सांसद चुनी गई थीं.
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