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युवाओं में बढ़ा स्टेटस सिंबल का क्रेज, अब लग्जरी गाड़ी नहीं, VIP नंबरों के लिए चुका रहे लाखों रुपए - VIP Number Craze

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 23, 2024, 6:32 AM IST

Updated : Aug 23, 2024, 8:49 AM IST

VIP Number Becomes Status Symbol, आज युवा महंगी लग्जरी वाहनों को खरीदने की जगह VIP नंबरों को हासिल करने के लिए मुंह मांगी कीमत अदा कर रहे हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि युवाओं में VIP नंबर का क्रेज बढ़ा है और इसका सीधा फायदा परिवहन विभाग को हो रहा है.

VIP Number Becomes Status Symbol
युवाओं में बढ़ा स्टेटस सिंबल का क्रेज (ETV BHARAT GFX)
प्रादेशिक परिवहन अधिकारी सतीश कुमार (ETV BHARAT ALWAR)

अलवर : अब महंगी लग्जरी वाहन खरीदने का जमाना लद चुका है. युवाओं में अब स्टेटस सिंबल का क्रेज बढ़ने लगा है. इसके लिए युवा वाहनों पर वीआईपी नंबर लगाने के लिए लाखों रुपए चुकाने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं. युवाओं में वीआईपी नंबरों के बढ़ते क्रेज का ही नतीजा है कि बीते 4 माह में वीआईपी नंबरों के लिए सात बार ऑक्शन किया गया. इसमें पसंद के वीआईपी नंबर के लिए 3 लाख तक बोली लगी.

वर्तमान में लोगों में स्टेटस सिंबल का क्रेज है. सुविधायुक्त आवास, लग्जरी वाहनों के साथ ही अब वीआईपी नंबर भी रुतबे का प्रतीक बन गया है. युवाओं में स्टेटस सिंबल के प्रति बढ़ते क्रेज को देख सरकार ने भी अब वाहनों के वीआईपी नंबरों के लिए ऑक्शन शुरू किया है. इसमें परिवहन विभाग की ओर से हर सीरीज में कुछ वीआईपी नंबर को आरक्षित रख उनकी खुली बोली लगाई जाती है. लोग इन वीआईपी नंबरों को लेने के लिए बोली लगाते हैं. इससे सरकार को राजस्व मिलने के साथ ही ऊंची बोली दाता वाहन मालिक को ज्यादा राशि चुकाने पर अपनी पसंद का नंबर मिल जाता है.

VIP Number Becomes Status Symbol
VIP नंबर के लिए ऑक्शन (ETV BHARAT ALWAR)

इसे भी पढ़ें - जयपुरः अब ऑनलाइन बोली लगाकर ले सकेंगे VIP नंबर

वीआईपी नंबरों के लिए रहती है होड : परिवहन विभाग की ओर से पोर्टल पर इस साल अप्रैल से जुलाई के बीच सात बार वीआईपी वाहन नंबरों के लिए बोली लगाई जा चुकी है. इन ऑक्शनों में सबसे ऊंची बोली वीआईपी नंबर आरजे 02 यूडी 0009 के लिए 3 लाख 3 हजार की लगाई गई.

वीआईपी नंबर की प्रक्रिया ऑनलाइन पोर्टल पर : प्रादेशिक परिवहन अधिकारी सतीश कुमार का कहना है कि वीआईपी नंबर के आवंटन की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है. वाहन मालिक पोर्टल के माध्यम से ऊंची बोली लगाकर पसंद का नंबर ले सकते हैं. प्रादेशिक परिवहन अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति गाड़ी रजिस्ट्रेशन के लिए शोरूम में जाता है, तभी वो अपना नंबर पसंद कर सकता है. पोर्टल पर वीआईपी नंबर दिखाई देगा.

VIP Number Becomes Status Symbol
VIP नंबर के लिए ऑक्शन (ETV BHARAT ALWAR)

इसे भी पढ़ें - गाड़ियों के VIP नंबर होंगे 600 फ़ीसदी तक महंगे

पोर्टल पर वाहनों की सीरीज के सभी नंबर दिखाई देंगे. उसमें से वाहन मालिक अपनी पसंद का नंबर ज्यादा राशि की बोली लगाकर ले सकता है. यदि एक ही वीआईपी नंबर के लिए दो वाहन मालिक आवेदन करते हैं तो उस नंबर के लिए ऑनलाइन बोली लगाई जाती है. इसमें ज्यादा राशि लगाने वाले वाहन मालिक को वो वीआईपी नंबर दिया जाता है. वीआईपी नंबरों के लिए पोर्टल पर कीमत व्यक्ति को दिख जाती है, जिसे उसे ऑनलाइन ही जमा कराना होता है.

प्रादेशिक परिवहन अधिकारी सतीश कुमार (ETV BHARAT ALWAR)

अलवर : अब महंगी लग्जरी वाहन खरीदने का जमाना लद चुका है. युवाओं में अब स्टेटस सिंबल का क्रेज बढ़ने लगा है. इसके लिए युवा वाहनों पर वीआईपी नंबर लगाने के लिए लाखों रुपए चुकाने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं. युवाओं में वीआईपी नंबरों के बढ़ते क्रेज का ही नतीजा है कि बीते 4 माह में वीआईपी नंबरों के लिए सात बार ऑक्शन किया गया. इसमें पसंद के वीआईपी नंबर के लिए 3 लाख तक बोली लगी.

वर्तमान में लोगों में स्टेटस सिंबल का क्रेज है. सुविधायुक्त आवास, लग्जरी वाहनों के साथ ही अब वीआईपी नंबर भी रुतबे का प्रतीक बन गया है. युवाओं में स्टेटस सिंबल के प्रति बढ़ते क्रेज को देख सरकार ने भी अब वाहनों के वीआईपी नंबरों के लिए ऑक्शन शुरू किया है. इसमें परिवहन विभाग की ओर से हर सीरीज में कुछ वीआईपी नंबर को आरक्षित रख उनकी खुली बोली लगाई जाती है. लोग इन वीआईपी नंबरों को लेने के लिए बोली लगाते हैं. इससे सरकार को राजस्व मिलने के साथ ही ऊंची बोली दाता वाहन मालिक को ज्यादा राशि चुकाने पर अपनी पसंद का नंबर मिल जाता है.

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VIP नंबर के लिए ऑक्शन (ETV BHARAT ALWAR)

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वीआईपी नंबरों के लिए रहती है होड : परिवहन विभाग की ओर से पोर्टल पर इस साल अप्रैल से जुलाई के बीच सात बार वीआईपी वाहन नंबरों के लिए बोली लगाई जा चुकी है. इन ऑक्शनों में सबसे ऊंची बोली वीआईपी नंबर आरजे 02 यूडी 0009 के लिए 3 लाख 3 हजार की लगाई गई.

वीआईपी नंबर की प्रक्रिया ऑनलाइन पोर्टल पर : प्रादेशिक परिवहन अधिकारी सतीश कुमार का कहना है कि वीआईपी नंबर के आवंटन की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है. वाहन मालिक पोर्टल के माध्यम से ऊंची बोली लगाकर पसंद का नंबर ले सकते हैं. प्रादेशिक परिवहन अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति गाड़ी रजिस्ट्रेशन के लिए शोरूम में जाता है, तभी वो अपना नंबर पसंद कर सकता है. पोर्टल पर वीआईपी नंबर दिखाई देगा.

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VIP नंबर के लिए ऑक्शन (ETV BHARAT ALWAR)

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पोर्टल पर वाहनों की सीरीज के सभी नंबर दिखाई देंगे. उसमें से वाहन मालिक अपनी पसंद का नंबर ज्यादा राशि की बोली लगाकर ले सकता है. यदि एक ही वीआईपी नंबर के लिए दो वाहन मालिक आवेदन करते हैं तो उस नंबर के लिए ऑनलाइन बोली लगाई जाती है. इसमें ज्यादा राशि लगाने वाले वाहन मालिक को वो वीआईपी नंबर दिया जाता है. वीआईपी नंबरों के लिए पोर्टल पर कीमत व्यक्ति को दिख जाती है, जिसे उसे ऑनलाइन ही जमा कराना होता है.

Last Updated : Aug 23, 2024, 8:49 AM IST
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