कुल्लू: सनातन धर्म में सबसे पहले पूजा का अधिकार भगवान गणेश को दिया गया है. हर पूजा में सबसे पहले विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा की जाती है. भगवान गणेश को समर्पित विनायक चतुर्थी 5 दिसंबर यानी आज मनाई जा रही है. आज के दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से लोगों के सब संकट दूर होते हैं. भगवान गणेश जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं और चतुर्थी के दिन इनकी आराधना करने से भक्तों को मनोवांछित फल मिलता है.
आज रखा जाएगा विनायक चतुर्थी का व्रत
आचार्य विजय कुमार ने बताया, "पंचांग के अनुसार इस साल मार्गशीर्ष माह में आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी का आरंभ 4 दिसंबर यानी कल दोपहर 1 बजकर 10 मिनट पर हो गया था. इस तिथि का समापन आज, 5 दिसंबर को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर होगा. ऐसे में उदया तिथि के आधार पर साल 2024 में 5 दिसंबर यानी आज गुरुवार के दिन ही विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा."
विनायक चतुर्थी पर कैसे करें गणेश पूजन
आचार्य विजय कुमार ने बताया कि विनायक चतुर्थी पर भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा की जाती है.
- विनायक चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठें.
- स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण करें.
- भक्त भगवान सूर्य देव को जल अर्पित करें.
- घर और मंदिर की सफाई कर चौकी पर साफ कपड़ा बिछाकर भगवान गणेश की मूर्ति को विराजमान करें.
- भक्त भगवान गणेश को फल, फूल, धूप समेत आदि चीजें अर्पित करें.
- देसी घी का दीपक जलाकर विधि पूर्वक आरती करें.
- भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करें.
- अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना करें.
- भगवान को प्रसाद अर्पित करें.
- आसपास के लोगों में इस प्रसाद का वितरण करें.