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'पहले करें ढाला निर्माण, उसके बाद मतदान', ग्रामीणों ने किया वोट बहिष्कार का ऐलान - Election Boycott In Gaopalganj - ELECTION BOYCOTT IN GAOPALGANJ

Gopalganj Lok Sabha Seat: गोपालगंज में कोइनी पंचायत के ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार करने का फैसला लिया है. उनका साफ कहना है कि पहले ढाला का निर्माण कराया जाए, उसके बाद ही वे लोग वोट करने जाएंगे. गांव में 'पहले करे ढाला निर्माण, फिर करेंगे मतदान' नारे के साथ ग्रामीण लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे है.

Election Boycott In Gaopalganj
गोपालगंज में ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : May 23, 2024, 2:32 PM IST

गोपालगंज में ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन (ETV Bharat)

गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज लोकसभा सीट पर छठे चरण में 25 मई को मतदान होना है लेकिन उससे पहले ही जिले के मांझा प्रखंड के कोइनी पंचायत के भटवलिया गांव के लोगों ने वोट का बहिष्कार करने का फैसला ले लिया है. सैकड़ो ग्रामीणों ने गुरुवार को जमकर प्रदर्शन किया है.

'25 मई को मतदान नहीं करेंगे': मिली जानकारी के अनुसार, कोइनी पंचायत के भटवलिया गांव में ढाला निर्माण नहीं होने से नाराज ग्रामीणों का गुस्सा फुट पड़ा है. सैकड़ो ग्रामीणों ने 'पहले करे ढाला निर्माण, फिर करेंगे मतदान' नारें के साथ बैनर दिखाकर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. साथ ही आगामी 25 मई को मतदान नहीं करने की बात कही है.

जागरूकता अभियान चलाया जा रहा: दरअसल, आगामी 25 मई को मतदान होना है. इसको लेकर जिला प्रशासन द्वारा मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा हैं. वहीं, जन प्रतिनिधियों के कार्य से नाराज लोग वोट नहीं देने पर अड़े हुए है. वोट का बहिष्कार करने की चेतवानी दे रहे है. ग्रामीणों का कहना है भटवलिया गांव एक ऐसा गांव होगा जो 25 मई को पूरा गांव वोट नहीं देगा.

गांव में 4 हजार वोटर: ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव की आबादी लगभग 6 हजार है. जहां लगभग 4 हजार वोटर है. बीच में रेलवे लाइन है जिसपर एक ढाला हुआ करता था. उसी ढाला के माध्यम से हम ग्रामीणों आसानी से आवागमन करते थे. लेकिन अब ढाला बंद हो गया है. हम लोगों के बच्चे पढ़ने के लिए रेलवे के उसपर जाया करते है. खेती भी उसी पार है. गांव और सड़क की दूरी काफी कम है. लेकिन रेलवे द्वारा कराये जा रहे कार्य के दौरान सड़क का सम्पर्क टूट गया है. इन तमाम समस्याओं को लेकर ग्रामीण एकजुट होकर ढाला निर्माण को लेकर आवाज उठा रहे है.

"हमें हर बार 10 किलोमीटर का सफर तय कर जाना पड़ता है, जिसके वजह से काफी परेशानी होती है. साथ ही ग्रामीणों की कई एकड़ की खेती भी प्रभावित हो रही है. पंचायत का स्कूल रेलवे लाइन के उस पार है. अब समस्या यह है कि बच्चे स्कूल कैसे जा पाएंगे." - शशि सिंह, ग्रामीण

गोपालगंज के चुनावी मैदान में ये नेता: 2024 के लोकसभा चुनाव में भी गोपालगंज लोकसभा सीट पर NDA और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला होगा. जेडीयू ने मौजूदा सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन उम्मीदवारी कर रहे हैं, वहीं महागठबंधन से मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी ने प्रेमनाथ चंचल को टिकट दिया है. बहरहाल अब जनता किसे जीत का ताज पहनाएगी, ये मतगणना के दिन ही पता चलेगा. बता दें कि गोपालगंज में छठे चरण में 25 मई को मतदान होना है.

इसे भी पढ़े- 2019 में NOTA दबाने में एक नंबर पर था गोपालगंज, आखिर क्यों उम्मीदवारों से उम्मीद खत्म होने लगी? - Voting In Gopalganj

गोपालगंज में ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन (ETV Bharat)

गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज लोकसभा सीट पर छठे चरण में 25 मई को मतदान होना है लेकिन उससे पहले ही जिले के मांझा प्रखंड के कोइनी पंचायत के भटवलिया गांव के लोगों ने वोट का बहिष्कार करने का फैसला ले लिया है. सैकड़ो ग्रामीणों ने गुरुवार को जमकर प्रदर्शन किया है.

'25 मई को मतदान नहीं करेंगे': मिली जानकारी के अनुसार, कोइनी पंचायत के भटवलिया गांव में ढाला निर्माण नहीं होने से नाराज ग्रामीणों का गुस्सा फुट पड़ा है. सैकड़ो ग्रामीणों ने 'पहले करे ढाला निर्माण, फिर करेंगे मतदान' नारें के साथ बैनर दिखाकर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. साथ ही आगामी 25 मई को मतदान नहीं करने की बात कही है.

जागरूकता अभियान चलाया जा रहा: दरअसल, आगामी 25 मई को मतदान होना है. इसको लेकर जिला प्रशासन द्वारा मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा हैं. वहीं, जन प्रतिनिधियों के कार्य से नाराज लोग वोट नहीं देने पर अड़े हुए है. वोट का बहिष्कार करने की चेतवानी दे रहे है. ग्रामीणों का कहना है भटवलिया गांव एक ऐसा गांव होगा जो 25 मई को पूरा गांव वोट नहीं देगा.

गांव में 4 हजार वोटर: ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव की आबादी लगभग 6 हजार है. जहां लगभग 4 हजार वोटर है. बीच में रेलवे लाइन है जिसपर एक ढाला हुआ करता था. उसी ढाला के माध्यम से हम ग्रामीणों आसानी से आवागमन करते थे. लेकिन अब ढाला बंद हो गया है. हम लोगों के बच्चे पढ़ने के लिए रेलवे के उसपर जाया करते है. खेती भी उसी पार है. गांव और सड़क की दूरी काफी कम है. लेकिन रेलवे द्वारा कराये जा रहे कार्य के दौरान सड़क का सम्पर्क टूट गया है. इन तमाम समस्याओं को लेकर ग्रामीण एकजुट होकर ढाला निर्माण को लेकर आवाज उठा रहे है.

"हमें हर बार 10 किलोमीटर का सफर तय कर जाना पड़ता है, जिसके वजह से काफी परेशानी होती है. साथ ही ग्रामीणों की कई एकड़ की खेती भी प्रभावित हो रही है. पंचायत का स्कूल रेलवे लाइन के उस पार है. अब समस्या यह है कि बच्चे स्कूल कैसे जा पाएंगे." - शशि सिंह, ग्रामीण

गोपालगंज के चुनावी मैदान में ये नेता: 2024 के लोकसभा चुनाव में भी गोपालगंज लोकसभा सीट पर NDA और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला होगा. जेडीयू ने मौजूदा सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन उम्मीदवारी कर रहे हैं, वहीं महागठबंधन से मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी ने प्रेमनाथ चंचल को टिकट दिया है. बहरहाल अब जनता किसे जीत का ताज पहनाएगी, ये मतगणना के दिन ही पता चलेगा. बता दें कि गोपालगंज में छठे चरण में 25 मई को मतदान होना है.

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