पौड़ी: जनपद पौड़ी के थलीसैंण ब्लॉक के कपरोली गांव में विकास कार्यों में बड़ी धांधली का मामला सामने आया है. अनियमितताओं के खुलासे के बाद ग्रामीण आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने अपने रिश्तेदारों और देवर जो विदेश में रहता है, उनके खाते में मनरेगा की मजदूरी डाली है. वहीं मामले में मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत ने जल्द जांच कराने की बात कही है.
पौड़ी जनपद के थलीसैंण विकासखंड के अंतर्गत कपरोली गांव में विकास कार्यों में ग्रामीणों ने धांधली करने का आरोप लगाया गया है. स्थानीय ग्रामीण और आरटीआई कार्यकर्ता भगत सिंह रावत ने बताया कि सूचना के अधिकार के तहत ली गई जानकारी में जो कार्य कागजों में दिखाए गया है, वह धरातल पर मौजूद ही नहीं हैं. जिससे ग्रामसभा में किए गए विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं का पता चलता है.
ग्रामीणों का आरोप है कि रेलिंग निर्माण, सार्वजनिक शौचालय, सीसी मार्ग, पुश्ता निर्माण, घी ग्रोथ सेंटर, टिन शेड निर्माण जैसे कार्यों में भी खानापूर्ति कर लाखों का गबन किया गया है. इसके साथ ही व्यक्तिगत कामों को सार्वजनिक दिखाया गया है. मनरेगा की मजदूरी भुगतान प्रधान पति के देवर जो विदेश में कार्यरत है, उसके खाते में डाली गई है. इसके अलावा जो लोग गांव में नहीं रहते और बिना कार्य किए ही लोगों के खातों में भी मजदूरी का लाखों रुपये का भुगतान किया गया है.
बताया कि यहां पर कृषि विभाग की ओर से बीजों के लिए कोल्ड स्टोरेज बनाया गया था, लेकिन बिल्डिंग पर टाइल्स और पुताई कर इसे घी ग्रोथ सेंटर बनाया गया है. जिसमें 16 लाख रुपए की धनराशि खर्च करना बताया गया है. ग्रामीणों का कहना है की पुरानी बिल्डिंग पर पेंट करना और लाइट्स लगाने में 16 लाख रुपए की धनराशि का खर्च दिखाना बड़े भ्रष्टाचार को दर्शाता है. उन्होंने जिला प्रशासन पौड़ी से पूरे मामले में विकासखंड स्तर के अधिकारियों समेत ग्राम प्रधान की मिलीभगत पर सख्त कार्रवाई की मांग की है. वहीं मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत ने बताया कि जांच अधिकारी नामित करते हुए जल्द मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि गांव में महिला प्रधान हैं, जिस पर लोग गंभीर आरोप लगा रहे हैं.
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