जोधपुर. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई और रोहित गोदारा के इशारे पर काम करने वाले इनामी बदमाश भैरूसिंह का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में बदमाश भैरूसिंह बता रहा है कि गैंगस्टर के चक्कर में फंसने से जिंदगी बर्बाद हो जाती है. ये लोग पहले काम करवाते हैं और फिर किसी की भी मदद नहीं करते हैं. आखिरकार पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर लेती है. मूल रूप से हुनमानगढ़ जिले का रहने वाला भैरूसिंह साल 2017 से लॉरेंस गैंग के इशारे पर काम कर रहा था.
वीडियो में आगे उसने बताया कि गैंगस्टर उन्हें फंसाने के बाद खुद मौज करते हैं और कोई उन्हें बचाने के लिए नहीं आता है. साथ ही वो दोनों हाथों को जोड़कर युवाओं से अपील भी किया कि कोई भी इनकी जाल में न फंसे, क्योंकि ये लोग यूज एंड थ्रो की पॉलिसी पर काम करते हैं. वहीं, वीडियो को लेकर ग्रामीण एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने कहा कि ऐसे वीडियो से संदेश है कि युवा गैंगस्टर को अपना आइकन न बनाए, क्योंकि वो उनका इस्तेमाल करने के बाद उन्हें छोड़ देते हैं.
दरअसल, आरोपी भैरुसिंह को जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने बीते चार फरवरी को खेडापा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था. इस दौरान आरोपी ने भागने की भी कोशिश की थी, लेकिन पैर में चोट आने की वजह से वो भागने में असफल रहा और आखिरकार पुलिस ने उसे दबोच लिया. ग्रामीण एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने कहा कि ऐसे वीडियो से संदेश है कि युवा गैंगस्टर को अपना आइकन न बनाए, क्योंकि वो उनका इस्तेमाल करने के बाद उन्हें छोड़ देते हैं.
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2017 में हुए हत्याकांड में शामिल था आरोपी : गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने साल 2017 में जोधपुर में अपने पांव फैलाने शुरू किए थे. उसके इशारे पर शहर के दो व्यवसासियों के घरों पर फायरिंग कर रंगदारी वसूलने का प्रयास किया गया था. यह क्रम लगातार चलता रहा. अपनी गैंग का खौफ फैलाने के लिए लॉरेंस के गुर्गों ने कई लोगों को धमकाया. इस दौरान सरदारपुरा सी रोड स्थित एक मोबाइल शोरूम मालिक वासुदेव इसरानी से रंगदारी वसूलने की भी कोशिश की गई. इसरानी ने इसे हलके में लिया और फोन करने वालों को भला बुरा कहा. इसके बाद उसी शोरूम में इसरानी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस कांड में भैरूसिंह भी गिरफ्तार हुआ था. जमानत पर छूटने के बाद वो शेखावटी में जाकर सक्रिय हो गया. इन दिनों वो जोधपुर में क्रेशर पर काम कर रहा था. पुलिस को जब इसकी जानकारी हुई तो उसे 4 फरवरी को पकडा लिया.