पटना: मसौढ़ी एसडीएम प्रीति कुमारी ने युवाओं को वैलेंटाइन डे की शुभकामनाएं दी है. उन्होंने कहा कि हर इंसान प्रेम करता है और करना भी चाहिए लेकिन युवाओं को प्रेम के साथ-साथ अपने कैरियर और लाइफ को बेहतर बनाने पर भी गंभीरता से ध्यान देना चाहिए. उन्होंने बताया कि उनके जीवन में प्रेम और सफलता में उनके पति का अहम योगदान रहा है. जिस शख्स से प्यार किया, उनसे ही शादी की. शादी के बाद उनके सपोर्ट से ही मैं सीनियर नर्सिंग ऑफिसर से एसडीएम तक का सफर तय कर पाई हूं.
कैसे एक-दूसरे के नजदीक आए?: 2014 में एम्स पटना में सीनियर नर्सिंग ऑफिसर. उसी दौरान इनसे मुलाकात हुई. फिर हम दोनों के बीच प्यार हुआ और फिर शादी की. जब मैं जॉब में थी, तब फिर मैंने बीपीएससी की तैयारी की सोची. मेरे पति ने मुझे सपोर्ट किया, उसी दौरान बच्चे भी हो गए. इन्होंने बच्चे की देखरेख की. पहले ही प्रयास ही सफल रही और एसडीएम के लिए चयनित हो पाई.
"सभी लोगों को हमारी तरफ से वैलेंटाइन डे की शुभकामनाएं. वैलेंटाइन डे एक कपल और लवर्स के लिए खास दिन होता है लेकिन सबसे पहले तो ध्यान देना चाहिए कि अपने कैरियर और लाइफ के बारे में सोचना चाहिए. आज जो कुछ भी हूं मैं, वह प्रेम की ही ताकत ही है."- प्रीति कुमारी, एसडीएम, मसौढ़ी
क्या बोले प्रीति कुमारी के पति?: वहीं, एसडीएम प्रीति कुमारी के पति रजनीकांत कुमार ने बताया कि वह मसौढ़ी स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में ब्रांच मैनेजर हूं. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि इस दुनिया में प्रेम से बढ़कर कुछ नहीं है लेकिन करियर से भी समझौता नहीं करना चाहिए. आज के आधुनिक युग में प्यार के साथ-साथ कैरियर को भी देखना जरूरी है. हमदोनों ने अपने कैरियर से कोई समझौता नहीं किया.
"मैं आज मसौढ़ी के दक्षिण बिहार ग्रामीण में शाखा प्रबंधक हूं. मेरी वाइफ एसडीएम के रूप में मसौढ़ी में कार्यरत हैं. हमदोनों ने भी एक-दूसरे से प्रेम किया है लेकिन दोनों कैरियर के रूप में समर्थित रहे हैं."- रजनीकांत कुमार, ब्रांच मैनेजर, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक, मसौढ़ी
कौन हैं प्रीति कुमारी?: पटना जिले के मसौढ़ी में एसडीएम पद पर कार्यरत प्रीति कुमारी बांका जिले के बाराहाट गांव की रहने वाली हैं. उन्होंने गर्ल्स हाई स्कूल गोड्डा (झारखंड) से मैट्रिक की पढ़ाई की. इंटर परीक्षा के बाद राजेंद्र इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस रांची में बीएससी नर्सिंग में पास करने के बाद पटना एम्स में नर्सिंग ऑफिसर बनीं. उसी दौरान बैंक प्रबंधक के रूप में काम करने वाले रजनीकांत से उनकी मुलाकात हुई. दोनों के बीच प्रेम हुआ और फिर शादी कर ली.
पति के सपोर्ट से मिली सफलता: एसडीएम प्रीति कुमारी को अधिकारी बनने का सपना था और इस सपने को साकार करने में उनके प्रेमी से बने पति रजनीकांत ने भी खूब साथ दिया. इसी बीच 2016 में उन्हें एक बेटा भी हुआ. वह बताती हैं कि इस बीच उन्हें लगा कि अब वह अधिकारी नहीं बन सकती हैं, सपना ऐसे ही रह जाएगा लेकिन उनके पति रजनीकांत ने उनकी हिम्मत बढ़ाई. जिसका नतीजा ये रहा कि वर्ष 2017 में बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा मे शामिल हुईं. उस वक्त वह प्रेग्नेंट भी थी, बावजूद हिम्मत नहीं हारी और बीपीएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त की. इस कठिन परीक्षा में उन्होने 236वां रैंक प्राप्त किया था, फिर एसडीएम पद के लिए चयनित हुईं.
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