देहरादून: उत्तराखंड सचिवालय में आज साल के पहले ही दिन अचानक बेरोजगार संघ के धमकने से सचिवालय सुरक्षा कर्मियों में हड़कंप मच गया. दरअसल बॉबी पंवार के नेतृत्व में कई युवा सचिवालय में आए थे. इस दौरान उन्होंने सचिवालय में प्रवेश नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए विरोध शुरू कर दिया. बॉबी पंवार नोटों की गड्डियों से भरी अटैची लेकर पहुंचे थे. हालांकि देर शाम मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से मुलाकात के बाद बॉबी पंवार नरम पड़ गए.
देहरादून सचिवालय के बाहर बॉबी पंवार का ब्रीफकेस बवाल: बॉबी पंवार ने सचिवालय के गेट पर नोटों से भरी अटैची निकाली तो हर कोई हैरान रह गया. दरअसल बॉबी पंवार अपने साथियों के साथ सचिवालय गेट पर पहुंचे थे. नए साल के पहले दिन ही इस तरह अचानक बॉबी पंवार और उनके साथियों के पहुंचने से सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं. दरअसल पिछले दिनों बॉबी पंवार पर सचिवालय में आकर एक सीनियर आईएएस अधिकारी के साथ मारपीट का आरोप लगा था. जिसके बाद से ही सचिवालय में प्रवेश को लेकर सख्ती की जा रही थी.
नोटों से भरी अटैची लेकर पहुंचे बॉबी पंवार: खास बात यह है कि बॉबी पंवार अपने साथ नोटों से भरी एक अटैची और दो बैग लेकर आए थे. उनका आरोप था कि सचिवालय में केवल ऐसे लोगों को ही प्रवेश दिया जा रहा है, जो सचिवालय में अधिकारियों के फायदे की बात करते हैं. बॉबी पंवार ने सचिवालय के गेट पर पहुंचकर विरोध करते हुए प्रवेश दिए जाने की मांग की. इस दौरान उन्होंने सचिवालय में अधिकारियों पर भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोप भी लगाए.
बॉबी पंवार ने लगाए तमाम आरोप: सूचना मिलते ही तमाम सचिवालय के सुरक्षाकर्मी गेट पर पहुंच गए. इसके अलावा आसपास के पुलिस के जवान भी सचिवालय में बुलाए गए. हालांकि इसके बावजूद बेरोजगार संघ के युवाओं का विरोध जारी रहा. बॉबी पंवार का कहना था कि शाम 5 बजे तक इंतजार करते हैं. अगर उससे पहले प्रवेश नहीं मिला तो फिर सूटकेस लेकर अंदर जाने की अनुमति मांगी जाएगी. ईटीवी भारत ने इस बारे में सरकार और सुरक्षा कर्मियों का पक्ष जानना चाहा तो जवाब देने के लिए कोई उपलब्ध नहीं था.
मुख्य सचिव से की मुलाकात: बेरोजगार संघ ने बॉबी पंवार की अध्यक्षता में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से मुलाकात की. इस दौरान मुख्य सचिव के सामने सचिवालय में प्रवेश न दिए जाने की बात रखी गई. इस पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने संज्ञान लेते हुए नियम अनुसार कार्रवाई की बात कही. मुख्य सचिव से मुलाकात के बाद बॉबी पंवार और उनके साथियों ने अपना विरोध खत्म कर लिया है.
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