देहरादून: उत्तराखंड जीएसटी विभाग ने देहरादून में चार शराब कारोबारियों के यहां से करीब दो करोड़ 50 लाख रुपए की राज्य कर चोरी पकड़ी है. जांच टीम ने मौके से कर चोरी से जुड़े दस्तावेज भी अपने कब्जे में ले लिए है. बताया जा रहा है कि शराब कारोबारियों बाहरी राज्यों से बड़ी मात्रा में शराब खरीद रहे थे, लेकिन उसका टैक्स जमा नहीं करा रहे थे.
उत्तराखंड कर विभाग के मुताबिक उन्हें लंबे समय से शराब कारोबारियों की कर चोरी की सूचना मिल रही थी, जिसके बाद कार्रवाई के लिए चार टीमें बनाई गई थी. टीमों ने अपनी प्राथमिक जांच और सर्वे करने के बाद शराब व्यापारियों के संस्थानों पर छापा मारा. जांच के दौरान सामने आया है कि चारों शराब कारोबारी राज्य के बाहर से बड़ी मात्रा में शराब की खरीद कर रहे है, लेकिन वो इस शराब पर टैक्स जमा नहीं कर रहे है.
स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने पाया कि इन चारों शराब व्यापारियों ने करीब 15 करोड़ रुपए से ज्यादा की शराब बाहर से मंगवाई थी, जिस पर नियमों के अनुसार 2 करोड़ से अधिक का टैक्स बनता है, लेकिन उनकी तरफ कोई टैक्स जमा नहीं कराया गया. उत्तराखंड कर विभाग के अधिकारियों ने जब इस संबंध में व्यापारियों से सवाल किया तो उन्होंने कोई संतोष जवाब नहीं दिया.
पूछताछ के दौरान कारोबारियों ने अपनी गलती स्वीकारी और 54 लाख का टैक्स मौके पर ही जाम कर दिया. इन्वेस्टिगेशन टीम के अधिकारी श्याम तिरुवा ने बताया कि इन चारों शराब व्यापारियों पर 2 करोड़ से ज्यादा का टैक्स बनता है, जिसमें 54 लाख रुपए उन्होंने सरेंड कर दिया, बाकी का टैक्स भी जल्द ही जमा करावाया जाएगा, इसको लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए गए है.
अधिकारी श्याम तिरुवा के मुताबिक अभी कई दस्तावेजों की जांच होना बाकी है. देहरादून जीएसटी विभाग की टीम लगातार इन दस्तावेजों की पड़ताल कर रही है. उन्होंने यह भी बताया कि इन शराब व्यापारियों से केवल टैक्स ही नहीं बल्कि टैक्स चोरी का अर्थ दंड भी वसूला जाएगा.
जीएसटी डिपार्मेंट की शराब व्यापारियों के खिलाफ यह अपने तरह की पहली बार करवाई है, जिसमें टैक्स चोरी के कई संगीन तथ्य सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि इन मामलों को देखते हुए वह लगातार अन्य शराब व्यापारियों पर भी नजर बनाए हुए हैं और खास तौर से वह रेस्टोरेंट और बार इत्यादि के दस्तावेजों की भी जांच कर रहे है.
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