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साइबर अटैक के बाद सीएम धामी की हाई लेवल मीटिंग, साइबर सिक्योरिटी टास्क फोर्स गठन करने के दिए निर्देश - Uttarakhand cyber attack

उत्तराखंड में चौथे दिन भी साइबर अटैक से कामकाज रहा ठप. 72 घंटे बाद शासन की तमाम वेबसाइट और एप्लीकेशन ने काम करना शुरू किया.

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 5, 2024, 9:47 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में बीते बुधवार को आईटीडीए (सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी) का इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर साइबर अटैक के कारण डाउन हो गया था. इस साइबर अटैक के बाद शासन-प्रशासन में हड़कंप मच गया था. करीब 72 घंटे बाद उत्तराखंड शासन की तमाम वेबसाइट और एप्लीकेशन ने काम करना शुरू किया. इस मामले को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंभीरता से लिया और आज शनिवार पांच अक्टूबर को अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की.

बैठक के दौरान सीएम ने स्टेट डाटा सेंटर में आए मालवेयर और अस्थायी रूप से बंद की गई ऑनलाइन सेवाओं से संबंधित जानकारी ली. वही, मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को स्टेट डाटा सेंटर की स्कैनिंग जल्द से जल्द पूरा कर जनहित से जुड़े विभागों की साइट को प्रथमिकता से आधार पर शुरू करने में निर्देश दिए.

सीएम धामी ने जताई नारजगी: साथ ही अधिकारियों से कहा कि सोमवार तक सभी साइट्स का संचालन सामान्य रूप से शुरू हो जाना चाहिए. इसके अलावा सीएम धामी ने सख्त लहजे में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस तरह के मामले दोबारा न हो और ऑनलाइन सेवाओं से संबंधित सुरक्षा के लिए राज्य में जल्द से जल्द साइबर सिक्योरिटी टास्क फोर्स का गठन किया जाए. साथ ही आईटी के क्षेत्र में काम कर रही भारत की बड़ी एजेंसियों की मदद से स्टेट डाटा सेंटर की सुरक्षा को और अधिक बेहतर करने के साथ ही आधुनिक बनाया जाए.

डिजास्टर रिकवरी सेंटर की भी स्थापना के निर्देश: यहीं नहीं तय समय के भीतर स्टेट डाटा सेंटर और ऑनलाइन साइट्स का सेफ्टी ऑडिट भी किया जाए. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की सुरक्षा और तमाम विभागों से संबंधित ऑनलाइन डाटा की रिकवरी के लिए डिजास्टर रिकवरी सेंटर की भी स्थापना की जाए. साइबर सुरक्षा में बेहतर कार्य कर रहे राज्यों, केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों की बेस्ट प्रैक्टिस का अध्ययन कर उन्हें राज्य में लागू किया जाए.

कंपनी की फिर से समीक्षा की जाए: सीएम धामी ने कहा कि आईटीडीए में टेक्निकल कार्य कर रही कंपनी की फिर से समीक्षा की जाए. अगर समीक्षा के दौरान किसी प्रकार की लापरवाही पाई जाती है, तो कंपनी पर तत्काल कार्रवाही की जाए. इसके साथ ही आईटीडीए में जरूर के अनुसार कर्मचारियों की तैनाती के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक कर सभी पदों को जल्द से जल्द भरा जाए.

साइबर सिक्योरिटी प्रशिक्षण दिया जाए: सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को साइबर सिक्योरिटी प्रशिक्षण दिया जाए. इसके साथ ही सभी सरकारी कार्यालय में एंटीवायरस सिस्टम अपडेट हो, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके. बैठक में दौरान सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए की इस तरह की समस्याएं दोबारा न आए इसके लिए योजना भारत तरीके से काम करें.

वहीं, सचिव नितेश झा ने बताया कि आईटीडीए डाटा सेंटर में वर्चुअल मशीनों पर मालवेयर के कारण किसी भी प्रकार की डेटा का नुकसान नहीं हुई है. 1378 में से 11 मशीनों पर मालवेयर का प्रभाव पड़ा था. बीते 2 दिनो में डाटा सेंटर की स्कैनींग कई बार कर ली गई है. ई- ऑफिस, सीएम हेल्पलाइन समेत अन्य साइट्स शुरू हो गयी हैं.

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देहरादून: उत्तराखंड में बीते बुधवार को आईटीडीए (सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी) का इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर साइबर अटैक के कारण डाउन हो गया था. इस साइबर अटैक के बाद शासन-प्रशासन में हड़कंप मच गया था. करीब 72 घंटे बाद उत्तराखंड शासन की तमाम वेबसाइट और एप्लीकेशन ने काम करना शुरू किया. इस मामले को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंभीरता से लिया और आज शनिवार पांच अक्टूबर को अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की.

बैठक के दौरान सीएम ने स्टेट डाटा सेंटर में आए मालवेयर और अस्थायी रूप से बंद की गई ऑनलाइन सेवाओं से संबंधित जानकारी ली. वही, मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को स्टेट डाटा सेंटर की स्कैनिंग जल्द से जल्द पूरा कर जनहित से जुड़े विभागों की साइट को प्रथमिकता से आधार पर शुरू करने में निर्देश दिए.

सीएम धामी ने जताई नारजगी: साथ ही अधिकारियों से कहा कि सोमवार तक सभी साइट्स का संचालन सामान्य रूप से शुरू हो जाना चाहिए. इसके अलावा सीएम धामी ने सख्त लहजे में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस तरह के मामले दोबारा न हो और ऑनलाइन सेवाओं से संबंधित सुरक्षा के लिए राज्य में जल्द से जल्द साइबर सिक्योरिटी टास्क फोर्स का गठन किया जाए. साथ ही आईटी के क्षेत्र में काम कर रही भारत की बड़ी एजेंसियों की मदद से स्टेट डाटा सेंटर की सुरक्षा को और अधिक बेहतर करने के साथ ही आधुनिक बनाया जाए.

डिजास्टर रिकवरी सेंटर की भी स्थापना के निर्देश: यहीं नहीं तय समय के भीतर स्टेट डाटा सेंटर और ऑनलाइन साइट्स का सेफ्टी ऑडिट भी किया जाए. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की सुरक्षा और तमाम विभागों से संबंधित ऑनलाइन डाटा की रिकवरी के लिए डिजास्टर रिकवरी सेंटर की भी स्थापना की जाए. साइबर सुरक्षा में बेहतर कार्य कर रहे राज्यों, केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों की बेस्ट प्रैक्टिस का अध्ययन कर उन्हें राज्य में लागू किया जाए.

कंपनी की फिर से समीक्षा की जाए: सीएम धामी ने कहा कि आईटीडीए में टेक्निकल कार्य कर रही कंपनी की फिर से समीक्षा की जाए. अगर समीक्षा के दौरान किसी प्रकार की लापरवाही पाई जाती है, तो कंपनी पर तत्काल कार्रवाही की जाए. इसके साथ ही आईटीडीए में जरूर के अनुसार कर्मचारियों की तैनाती के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक कर सभी पदों को जल्द से जल्द भरा जाए.

साइबर सिक्योरिटी प्रशिक्षण दिया जाए: सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को साइबर सिक्योरिटी प्रशिक्षण दिया जाए. इसके साथ ही सभी सरकारी कार्यालय में एंटीवायरस सिस्टम अपडेट हो, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके. बैठक में दौरान सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए की इस तरह की समस्याएं दोबारा न आए इसके लिए योजना भारत तरीके से काम करें.

वहीं, सचिव नितेश झा ने बताया कि आईटीडीए डाटा सेंटर में वर्चुअल मशीनों पर मालवेयर के कारण किसी भी प्रकार की डेटा का नुकसान नहीं हुई है. 1378 में से 11 मशीनों पर मालवेयर का प्रभाव पड़ा था. बीते 2 दिनो में डाटा सेंटर की स्कैनींग कई बार कर ली गई है. ई- ऑफिस, सीएम हेल्पलाइन समेत अन्य साइट्स शुरू हो गयी हैं.

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