देहरादून: राज्य में सुविधा पोर्टल के माध्यम से अभी तक 2121 अनुमतियों के लिए अनुरोध मिले हैं.।उसमें से 1721 अनुमतियां प्रदान की जा चुकी हैं. 360 अनुमतियां में दस्तावेज न होने अथवा निर्धारित फॉर्मेट पर न होने के कारण निरस्त की गई हैं. बाकी अनुमतियों पर कार्यवाही गतिमान है. शीघ्रता से उनका निस्तारण किया जा रहा है. देहरादून जनपद में सर्वाधिक 306 अनुमतियां, हरिद्वार जनपद में 299 और उधमसिंह नगर जनपद में 288 अनुमतियां दी जा चुकी हैं. 17 अप्रैल तक अलग-अलग अनुमतियां ली जा सकती हैंय साथ ही सर्विस वोटर के लिए 93187 इलेक्ट्रॉनिक रूप से डाक मतपत्र प्रणाली (ईटीपीबीएस) जारी किये गये थे. उसमें आवेदनों को डाउनलोड करने की अंतिम तारीख 7 अप्रैल तक 89 हजार 47 आवेदन डाउनलोड किये गये.
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया को सुगम और सरल बनाने के लिए अलग-अलग ऐप और पोर्टल तैयार किये गये हैं. जिसके तहत प्रचार अवधि में प्रचार की अनुमतियां, हेलीकॉप्टर की अनुमतियां, वाहनों की अनुमति, पोस्टर, बैनर और अन्य अनुमतियां सुविधा ऐप के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती हैं. ऑनलाईन मोड से अनुमतियों के लिए आवेदन भी कर सकते हैं. अनुमति प्राप्त भी कर सकते हैं. साथ ही सी विजिल ऐप में भी राज्य की अच्छी प्रगति है. उत्तराखण्ड देश के शीर्ष तीन राज्यों में अपनी कारवाई प्रदर्शित कर रहा है. अभी तक सी विजिल ऐप पर 17 हजार 377 शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं. उसमें से 16 हजार 800 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है. 554 शिकायतें निराधार पायी गई.
सर्वाधिक शिकायतें पौड़ी जनपद में 3 हजार 737, टिहरी जनपद में 3 हजार 254 और हरिद्वार जनपद में 2 हजार 600 प्राप्त हुई हैं. सबसे कम शिकायतें अल्मोड़ा जनपद में 162, बागेश्वर में 184 और उत्तरकाशी में 512 प्राप्त हुई हैं. अवैध पोस्टर की सबसे अधिक 10 हजार से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई हैं.
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया सर्विस वोटर के लिए 93187 इलेक्ट्रॉनिक रूप से डाक मतपत्र प्रणाली (ईटीपीबीएस) जारी किये गये थे. उसमें आवेदनों को डाउनलोड करने की अंतिम तारीख 7 अप्रैल को 89 हजार 47 आवेदन डाउनलोड किये गये. साथ ही सभी सर्विस वोटर से अपील की है कि इस सुविधा का लाभ लें और मतगणना से पहले इनको भेजें.
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